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वोटर के लिए ट्रेलर तो चुनाव आयोग के लिए ट्रायल है; इसके बारे में - कब, कहां, कैसे - जैसे सभी सवालों के जवाब जानिए

आज बिहार विधान परिषद की 8 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है। ये चुनाव कई मायनों में खास है। खास इसलिए कि कोरोना काल में ये पहला चुनाव है जिसमें ...

आज बिहार विधान परिषद की 8 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है। ये चुनाव कई मायनों में खास है। खास इसलिए कि कोरोना काल में ये पहला चुनाव है जिसमें वोटर घर से निकलकर मतदान बूथ पर जाकर वोट करेंगे। 'दैनिक भास्कर डिजिटल' आज आपको स्नातक निर्वाचन क्षेत्र और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की पूरी जानकारी देगा। हम बताएंगे कि इस चुनाव में कौन लोग वोट दे सकते हैं, इसमें वोट देने का तरीका क्या होता है? इस चुनाव में वोटर बनने के लिए क्या करना होता है और इसकी प्रक्रिया क्या है? 4 स्नातक और 4 शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए हो रहे चुनाव पर सबकी निगाह रहने वाली है। इसकी वजह यह है कि कोरोना संक्रमण से गुजर रहे देश में बिहार पहला राज्य है जिसमें विधान परिषद और विधानसभा का चुनाव है।

विधानसभा से पहले विधान परिषद का चुनाव वोटरों के लिए ट्रेलर होगा विधानसभा का, क्योंकि इस चुनाव में वोटर चुनाव आयोग की व्यवस्था और सुरक्षा के इंतजाम देखेंगे। ये भी देखेंगे कि कोरोना काल में चुनाव आयोग ने जो इंतजाम के दावे किए थे वो उस मुताबिक है या नहीं। मसलन बूथ पर किस तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है, मास्क, सैनिटाइजर, गल्व्स की व्यवस्था है कि नहीं। वहीं, चुनाव आयोग के लिए ये चुनाव ट्रायल भी है। विधान परिषद का चुनाव छोटे स्तर पर होता है, इसमें वोटर सीमित होते हैं। ऐसे में चुनाव आयोग के सामने ये चुनौती होगी कि इस चुनाव को कोरोना के लिहाज से कितना सुरक्षित कराया जाता है।

वोटिंग का समय : 22 अक्टूबर सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक

स्नातक निर्वाचन और शिक्षक निर्वाचन -
http://ceo.bihar.gov.in/tcgcelectorsearch/

इस लिंक पर क्लिक कर शिक्षक और स्नातक निर्वाचन के मतदाता वोटिंग से संबंधित जानकारी ले सकते हैं। इस लिंक को क्लिक करने के बाद एक पेज खुलेगा जिसमें निर्वाचन के प्रकार में शिक्षक या स्नातक का विकल्प सेलेक्ट करना होगा। संबंधित मतदाता अपनी पूरी जानकारी दर्ज करने के बाद वोटिंग का पूरा डिटेल ले सकते हैं। 340 पोलिंग स्टेशन बिहार में बनाए गए हैं।

स्नताक निर्वाचन

  • 407889 कुल मतदाताओं की संख्या
  • 307363 पुरुष मतदाता
  • 100480 महिला मतदाता
  • 46 थर्ड जेंडर

स्नताक निर्वाचन में प्रत्याशियों की संख्या

  • 59 प्रत्याशी मैदान में हैं
  • 58 पुरुष प्रत्याशी हैं
  • एक महिला प्रत्याशी हैं
  • 633 पोलिंग स्टेशन बिहार में बनाए गए हैं

शिक्षक निर्वाचन

  • 40415 कुल मतदाताओं की संख्या
  • 31694 पुरुष मतदाताओं की संख्या
  • 8715 महिला मतदाताओं की संख्या
  • 4 थर्ड जेंडर मतदाता

शिक्षक निर्वाचन में प्रत्याशियों की संख्या

  • 43 कुल प्रत्याशी चुनाव मैदान में
  • 40 पुरुष प्रत्याशी की संख्या
  • 3 महिला प्रत्याशी की संख्या

यहां होने हैं चुनाव : (स्नातक निर्वाचन)

  • पटना स्नातक
  • दरभंगा स्नातक
  • तिरहुत स्नातक
  • कोसी स्नातक

शिक्षक स्नातक

  • पटना शिक्षक
  • दरभंगा शिक्षक
  • तिरहुत शिक्षक
  • सारण शिक्षक

पटना में कहां- कितने हैं उम्मीदवार

  • पटना में शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए 8 और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में 14 उम्मीदवार मैदान में हैं।
  • पटना स्नातक निर्वाचन क्षेत्र मतदान के लिए कुल 181 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं,
  • पटना जिले में 113 मतदान केंद्र, नालंदा में 40 मतदान केंद्र और नवादा जिले में 28 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
  • पटना शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 80 मतदान केंद्र हैं।
  • पटना जिले में 46 मतदान केंद्र, नालंदा में 20 मतदान केंद्र और नवादा में 14 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

कोरोना काल में चुनाव की गाइडलाइन
आयोग द्वारा दी गई कोविड -19 से संबंधित गाइडलाइन का हर हाल में पालन करना है। इसके तहत मास्क का प्रयोग करना है। सैनिटाइजर का प्रयोग करना है। दो गज की सामाजिक दूरी का अनुपालन कराया जाना है। मतदान केंद्रों पर गोल घेरा होगा जिसमें मतदाताओं को लाइन लगाना होगा। मतदान कर्मियों को भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करना होगा।


कैसे करनी है वोटिंग, क्या बरतें सावधानी
स्नातक और शिक्षक निर्वाचन में वरीयता क्रम के आधार पर वोटिंग करनी होती है। वैलेट पेपर पर प्रत्याशियों के क्रमांक पर नाम होते हैं, उनके सामने उनकी फोटो होती है। मतदाताओं को उनके नाम के आगे वरीयता लिखनी होती है। इसमें रोमन में अंक लिखते हैं। मतदाता मतदान केंद्र में रखे स्केच का ही इस्तेमाल करें। मतदाताओं को अपने कलम का इस्तेमाल नहीं करना है। बैलेट पेपर पर क्रम संख्या पर नाम के सामने अंक लिखें। प्रत्याशी के नाम के सामने one या 1st कभी नहीं लिखें। मतदाता अपना पहचान पत्र अपने साथ रखें।

अमिट स्याही का होगा प्रयोग
स्नातक निर्वाचन के लिए दाहिने हाथ की तर्जनी उंगली एवं शिक्षक निर्वाचन के लिए दाहिने हाथ के मध्य उंगली पर अमिट स्याही लगाया जाएगा।

स्नातक में रजिस्ट्रेशन नहीं तो नहीं कर सकते वोटिंग
स्नातक निर्वाचन में वहीं मतदाता वोटिंग कर सकते हैं जो वर्ष 2019 के अक्टूबर माह से शुरु हुई रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को पूरा किए हों। जनवरी 2020 तक चली इस प्रक्रिया में ग्रेजुएट मतदाता रजिस्टड्र हैं तो वह मतदान कर सकते हैं। इसी तरह से शिक्षक निर्वाचन में भी शिक्षकों को रजिस्ट्रेशन कराना होता है। वोटरों के मोबाइल पर भेजा गया है। इसमें स्नातक और शिक्षक निर्वाचन में मतदाता शामिल हैं। जितने भी स्नातक और शिक्षक मतदाता वोटर के रूप में रजिस्टर्ड हैं उनके मोबाइल पर वोटिंग से संबंधित मैसेज भेजा गया है। अगर ग्रेजुएट हैं भी और रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है तो वह मतदान नहीं कर सकते हैं।

मतदान कर्मियों को करना होगा गाइडलाइन का पालन
मतदान कर्मियों के साथ मतदाताओं को भी कोविड 19 की पूरी गाइडलाइन का पालन करना है। इसमें लापरवाही करने पर कार्रवाई हो सकती है। संक्रमण का खतरा बढ़े नहीं इसके लिए कोरोना गाइडलाइन का हर स्तर से पालन करना होगा। मतदान कर्मियों को मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।

आप जा रहे वोट देने तो जान लें नियम

  • मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें।
  • बाइक या अन्य गाड़ी को बूथ तक नहीं ले जाएं।
  • सोशल डिस्टेंस बनाए रखें।
  • कांटेक्टलेस वोटिंग का प्रयास करें ।
  • मतदान केंद्र में बनाए गए घेरे में रहना है ।
  • पॉकेट में सैनिटाइजर रखें और हाथ साफ करते रहें।


घर से वोटिंग के निकलने से पहले रख लें ये कागजात

  • मतदाता चुनाव के दौरान पहचान के लिए इपिक के अतिरिक्त नौ वैकल्पिक दस्तावेजों का प्रयोग कर सकते हैं।
  • आधार कार्ड,
  • ड्राइविंग लाइसेंस,
  • पैन कार्ड,
  • पासपोर्ट,
  • सर्विस पहचान पत्र,
  • एमपी, एमएलए एमएलसी को निर्गत कार्यालय पहचान पत्र,
  • शैक्षणिक संस्थानों के द्वारा निर्गत सर्विस पहचान पत्र,
  • विश्वविद्यालय से निर्गत डिग्री डिप्लोमा का मूल प्रमाण पत्र, सक्षम प्राधिकार से निर्गत दिव्यांगजन का मूल प्रमाण पत्र।

सुरक्षा और निगरानी के उपाय सख्त

पटना, नालंदा और नवादा समेत तमाम जगहों पर पैरा मिलिट्री फोर्स के सख्त पहरे के बीच वोटर्स वोट डालेंगे। पटना शिक्षक एवं स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत 261 मतदान दल 184 माइक्रो ऑब्जर्वर 261 वीडियोग्राफर एवं 261 वेबकास्टिंग टीम की व्यवस्था की गई है। नियंत्रण कक्ष से मॉनिटरिंग की जाएगी। मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग एवं वीडियोग्राफी से होगी निगरानी। संवेदनशील, अति संवेदनशील एवं सामान्य सभी प्रकार की बूथों पर केंद्रीय बल की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। इसके अतिरिक्त पीसीसीपी एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट लगातार भ्रमण करते रहेंगे।

परेशानी होने पर कर सकते हैं कॉल
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सप्ष्ट किया है कि विधान परिषद के चुनाव के दौरान वोटर्स को अगर कोई दिक्कत होती है तो वे स्टेट कॉल सेंटर पर कॉल कर सकते हैं। जिसका नंबर 18003451950 है। यह कॉल सेंटर सुबह 7 बजे से रात के 9 बजे तक चलेगा। इसी तरह जिला स्तर पर बने कॉल सेंटर से संपर्क करने के लिए 1950 नंबर पर डायल किया जा सकता है। मतदान केंद्रों पर कोरोना को लेकर दिए गए निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा।

दूरभाष नंबर : 0612-2215978
ई - मेल - ceo_bihar@eci.gov.in, ceobihar@gmail.com

(बृजम पांडेय, मनीष मिश्रा और अमित जायसवाल के इनपुट के साथ)



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कोरोना काल में बिहार में ये पहला चुनाव है जिसमें वोटर घर से निकल मतदान बूथ पर जाकर वोट करेंगे।


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