प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चिराग पासवान या लोजपा के जदयू विरोधी चुनावी कारनामों पर एक शब्द नहीं बोले। हां, उन्होंने रामविलास पासवान जरूर कि...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चिराग पासवान या लोजपा के जदयू विरोधी चुनावी कारनामों पर एक शब्द नहीं बोले। हां, उन्होंने रामविलास पासवान जरूर किया। सबकी नजरें इस बात पर टिकी थीं कि पीएम, चिराग या उनकी पार्टी को लेकर क्या बोलते हैं? दरअसल, सिवाय मोदी के, पूरी पार्टी चिराग या लोजपा को लेकर कुछ न कुछ बोल चुकी है; बोल रही है।
खुद को मोदी का ‘हनुमान’ बताने वाले चिराग ने भी मोदी से धर्मसंकट में नहीं पड़ने का आग्रह किया था। कहा था कि ‘आप बेशक, मेरे खिलाफ बोलें, ताकि सीएम नीतीश कुमार और उनके लोग इस चुनाव में अपने को संतुष्ट अनुभव कर सकें।’ मोदी ने ऐसा कुछ नहीं किया। सासाराम की सभा में मोदी ने रामविलास पासवान का जिक्र, उनको याद करने, उन्हें श्रद्धांजलि देने के रूप में किया।
उन्होंने कहा-’हाल ही में बिहार ने अपने दो सपूतों को खोया है, जिन्होंने यहां के लोगों की दशकों तक सेवा की है। मेरे करीबी मित्र गरीबों-दलितों के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले और आखिरी समय तक, आखिरी सांस तक मेरे साथ रहने वाले रामविलास पासवान को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। ... बाबू रघुवंश सिंह ने गरीबों के लिए निरंतर काम किया। अब हमारे बीच नहीं हैं। मैं उन्हें भी आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं।’
प्रधानमंत्री जी बिहार आते हैं और पापा को एक सच्चे साथी के जैसे श्रद्धांजलि देते है। यह कहना कि पापा आख़री सांस तक उनके साथ थे, मुझे भावुक कर गया। एक बेटे के तौर पर स्वाभाविक है पापा के प्रति प्रधानमंत्री जी का यह स्नेह व सम्मान देख कर अच्छा लगा। प्रधानमंत्रीजी का धन्यवाद! -चिराग पासवान, लाेजपा प्रमुख
तीनों सभा में चिराग के बारे में एक बार भी नहीं बोले पीएम
चिराग लगातार कह रहे हैं कि वे भाजपा नेतृत्व को अपने हिसाब से संतुष्ट करके इस विधानसभा चुनाव को अकेले लड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री या गृह मंत्री अमित शाह ने उनको कभी अकेले चुनाव लड़ने से रोका नहीं; अगर रोकते तो वे इस पर विचार करते। इन लाइनों को खारिज करती भाजपा से, चिराग सीधे टकरा नहीं रहे, बल्कि अपनी दूसरी लाइनों के बूते नीतीश कुमार को टारगेट कर रहे हैं।
मसलन, जब भाजपाइयों ने लोजपा द्वारा चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी, तो चिराग ने अपने को मोदी के ‘हनुमान’ के रूप में पेश कर दिया। बोले-’नरेंद्र मोदी तो मेरे दिल में हैं। मेरे दिल से उनको कैसे निकालोगे?’ और यह भी कि ‘प्रधानमंत्री की तस्वीर की जरूरत तो नीतीश कुमार को है।’ चिराग अपनी जुबान से नरेंद्र मोदी का साथ व आर्शीवाद के हवाले, भाजपाई कार्यकलापों को नकारने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।
लालू का डर दिखा वोट लेना चाहते हैं नीतीश
चिराग पासवान ने कहा है कि नीतीश कुमार की उपलब्धि खुद की नहीं है। इसीलिए लालू प्रसाद के नाम का डर दिखा कर वोट लेना चाहते हैं। बाराचट्टी की सभा में शुक्रवार को चिराग ने यह नहीं कहा कि सरकार बदलनी चाहिए बल्कि कहा कि सीएम बदलना चाहिए।
कल जाएंगे मां जानकी मंदिर: चिराग 25 को सीतामढ़ी में मां जानकी मंदिर जाएंगे। वे अयोध्या में राम मंदिर की तर्ज पर मां जानकी मंदिर के निर्माण का प्रस्ताव रख सकते हैं।
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