सदर अस्पताल से प्रसूता को वहां की आशा कार्यकर्ता ने शहर के एक निजी क्लीनिक में भर्ती करा दिया। जहां प्रसव के दौरान में गर्भ में ही बच्चे की...
सदर अस्पताल से प्रसूता को वहां की आशा कार्यकर्ता ने शहर के एक निजी क्लीनिक में भर्ती करा दिया। जहां प्रसव के दौरान में गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए क्लीनिक में जमकर हंगामा किया।
सिकंदरा के महादेव सिमरिया गांव निवासी मो. जसीम अपनी गर्भवती पत्नी को शुक्रवार की दोपहर सकुशल प्रसव कराने के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराने आया था। लेकिन पहले से परिसर में घूम रही आशा सरोजनी कुमारी द्वारा उसके परिजनों को बहला फुसलाकर उसे शहर के अतिथि पैलेस चौक स्थित डॉक्टर नसीमुद्दीन के निजी क्लीनिक में भर्ती करा दिया। जहां मोटी रकम दिए जाने के बावजूद नवजात की गर्भ में ही मौत हो गई।
वहीं प्रसूता की हालत गंभीर होने पर उसे आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल मैं भर्ती कराया गया। प्रसूता का भाई मो. इमरान अहमद ने बताया कि आशा कार्यकर्ता तथा चिकित्सक की मिलीभगत से उनके बच्चे की मौत हुई है। प्रसूता की हालत गंभीर होने पर े उपाधीक्षक डॉ. सैयद नौशाद द्वारा ऑपरेशन किया गया।
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