अगर शनिवार और रविवार को छाेड़कर कोरोना के कारण पचमढ़ी का टूरिज्म कारोबार अभी भी नहीं उबर पाया है। हालत यह है कि नवरात्र में हर वर्ष आने वाले...

अगर शनिवार और रविवार को छाेड़कर कोरोना के कारण पचमढ़ी का टूरिज्म कारोबार अभी भी नहीं उबर पाया है। हालत यह है कि नवरात्र में हर वर्ष आने वाले बंगाली टूरिस्ट अभी तक पचमढ़ी नहीं आए हैं और ना ही उनके आने की आने वाले दिनों में कोई बुकिंग है। यहां होटलें खाली हैं और टूरिस्ट को घुमाने वाली जिप्सियों के पहिए थमे हुए हैं। टूरिस्ट की चहल-पहल से आबाद रहने वाले टूरिस्ट पाॅइंट सूने पड़े हैं।
पचमढ़ी में एमपी टूरिज्म की क्षेत्रीय शाखा ने बताया कि इन दिनों दीपावली के लिए बुकिंग शुरू हो जाती थी, लेकिन फिलहाल कोई पूछ-परख नहीं है। इन दिनों यूनिट की अधिकांश होटलें खाली है। एमपी टूरिज्म की सभी होटलों में कोरोना को लेकर सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।
लाॅकडाउन के बाद होटलें खुले दो माह से ज्यादा समय हो गया, लेकिन होटल से जुड़ा कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है।
पचमढ़ी छावनी परिषद के उपाध्यक्ष और होटल कारोबारी पंकज जायसवाल ने बताया कि नवरात्र में पचमढ़ी बंगाली टूरिस्ट बड़ी संख्या में आते थे। इस वर्ष कोई भी नहीं आया है। शनिवार और रविवार को जो थोड़े बहुत टूरिस्ट आ रहे हैं उन्हें भी होटल वाले काफी कम दामों पर रूम उपलब्ध करवा रहे हैं, क्योंकि सभी होटलें खाली चल रही हैं।
ट्रेनों से नहीं आ रहे टूरिस्ट
पचमढ़ी का निकटतम रेलवे स्टेशन पिपरिया है। कोरोना के पहले पिपरिया रेलवे स्टेशन पर अप डाउन में लगभग 107 ट्रेन रुका करती थी। कोरोना लॉकडाउन के बाद अब महज अप डाउन में 29 यात्री ट्रेन रुक रही हैं। जो ट्रेन रुक रही है वे सभी स्पेशल ट्रेन है। स्टेशन मैनेजर एसपी सिंह ने बताया की जो यात्री उतर रहे हैं सभी स्थानीय हैं। पिपरिया में एक ट्रेवल एजेंसी के संचालक ललितनाथ योगी ने बताया कि अब हम लोग टूरिस्ट के आने का इंतजार कर रहे हैं। इस समय सभी टैक्सी संचालक गंभीर आर्थिक स्थिति का सामना कर रहे हैं। यही हाल पचमढ़ी में जिप्सी से जुड़े लोगों का है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3koGEm8
https://ift.tt/2ThLgPc
No comments