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मांग इतनी कि वीआईपी कुर्सी व पंडाल के कपड़े पड़ रहे कम, फुल क्रीम दूध की डिमांड हुई 3 लाख लीटर

कोरोना संकट व लॉकडाउन से प्रभावित बाजार को महज 14 दिनों में शादी के बंपर लग्न से नई एनर्जी मिली है। लग्न के कारण टेंट के सामान की किल्लत हो...

कोरोना संकट व लॉकडाउन से प्रभावित बाजार को महज 14 दिनों में शादी के बंपर लग्न से नई एनर्जी मिली है। लग्न के कारण टेंट के सामान की किल्लत हो गई है। इससे न केवल शादी के लिए लोगों को पंडाल नहीं मिल रहे हैं। बल्कि टेंट हाउस संचालकों को भी बुकिंग छोड़नी पड़ रही है।

दादर चौक स्थित साथी टेंट हाउस के संचालक मनोज चौधरी का कहना है कि लॉकडाउन के कारण अप्रैल, मई, जून व जुलाई में जो शादियां कैंसिल हुई, उनमें से ज्यादतर शादियां 30 नवंबर से 12 दिसंबर के बीच है। 25 नवंबर से लग्न शुरू हो चुका है। इसी कारण टेंट के लिए मारामारी है। पहले एक लग्न में एक-दो बुकिंग होती थी। अभी एक डेट पर पांच-छह बुकिंग करनी पड़ रही है। ऐसी स्थिति में टेंट के सामान की भी किल्लत हो गई है। छोटे-बड़े सभी टेंट संचालकों की यही स्थिति है। उनके पास उतना समान नहीं है, जितनी बुकिंग हो रही है। इस कारण टेंट सामान की बाकी सामग्री की भी कीमत पहले से बढ़ी है। शादी समारोह के लिए वीआईपी कुर्सी व पंडाल का कपड़ा नहीं मिल रहा है। जो कुर्सी पहले तीन सौ रुपए में मिलता था, अभी 350 रुपए में मिल रहा है। वहीं, अनमोल टेंट हाउस के संचालक मुद्रिका सिंह व सुबोध सिंह का कहना है कि 161 वीआईपी कुर्सी का ऑर्डर दिए थे। 100 ही मिला। सूरत से पंडाल का कपड़ा कम आने की वजह से उसकी भी किल्लत है। अल्मुनियम बर्तन की कीमत में 10 फीसदी तक का इजाफा हो गया है। मोतीझील के जूता-चप्पल व्यवसायी संजीव कुमार झा का कहना है कि स्टॉक समाप्त होने की स्थिति में है। नया माल आ नहीं रहा है।

25 वर्षों में नवंबर में इतने ऊनी कपड़े कभी नहीं बिके
सूतापट्टी के थोक ऊनी कपड़ा कारोबारी व वार्ड पार्षद संजय केजरीवाल बताते हैं कि पिछले 25 साल में ऊनी कपड़े का इतना कारोबार नहीं देखा। उत्तर बिहार के विभिन्न शहरों से आए दुकानदार आधी रात तक खरीदारी कर रहे हैं। लुधियाना में इस बार लॉकडाउन की वजह से 40 फीसदी कम माल बन सका है। नवंबर में इतनी बिक्री पहले नहीं होती थी। इस बार बंपर लग्न व ठंड की वजह से ऊनी कपड़े खूब बिक रहे है।

पनीर की डिमांड भी बढ़ कर सवा गुनी हुई
बंपर लग्न की वजह से जिले में दूध व पनीर की मांग भी बढ़ गई है। हालांकि, सुधा डेयरी के एमडी एसएन सिंह का कहना है कि सामान्य तौर पर 1 लाख 60 हजार लीटर दूध की सप्लाई होती है। लेकिन, बंपर लग्न की वजह से 1 से 12 दिसंबर तक प्रतिदिन तकरीबन 3 लाख लीटर दूध की सप्लाई होगी। किसान से दूध 30 प्रतिशत तक कम मिल रहा है। इसकी वजह से फुल क्रीम दूध के उत्पादन में परेशानी आएगी। शादी विवाह को लेकर फुल क्रीम दूध व पनीर रिजर्व रखने का निर्णय लिया गया है। शादी विवाह में मिठाई बनाने के लिए फुल क्रीम दूध जरूरी होता है। ऐसे में नियमित ग्राहकों से भी अनुरोध किया जा रहा है कि बाकी दिन तो फुल क्रीम दूध लेते ही हैं। ऐसे में शादी विवाह के मौके पर फुल क्रीम दूध, जिनके घर में शादी है उनके लिए रहने दें। पनीर सामान्य दिनों में 400 किलो बिकता है। लग्न के कारण पनीर की डिमांड भी 25 फीसदी तक बढ़ जाने की उम्मीद है।



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Demand is so low that VIP chair and pandal clothes are getting less, demand for full cream milk is 3 lakh liters


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