यूपी गाजीपुर बार्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसान 64 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैंं। 26 जनवरी को दिल्ली बवाल के बाद चिल्ला बॉर्डर और बागप...
यूपी गाजीपुर बार्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसान 64 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैंं। 26 जनवरी को दिल्ली बवाल के बाद चिल्ला बॉर्डर और बागपत में दिल्ली-सहारनपुर हाइवे पर चल रहा धरना समाप्त हो गया है। किसानों के धरने से किसान वी एम सिंह अपना हाथ खींच चुके है, वही भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर डटे हुए हैं।
टिकैत का कहना है कि जब लड़ाई छिड़ गई तो राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेता वीएम सिंह धरना छोड़कर भाग खड़े हुए हैं। सरकार जिस तरह से किसानों के धरने को कुचलने का काम कर रही है, उसी तरह वह गाजीपुर बॉर्डर से किसानों को हटा सकती है। बिजली काट दी है, लेकिन हम डरने और हटने वाले नहीं है।
गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले कई घंटों से हाई-वोल्टेज ड्रामा जारी है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत आंदोलन खत्म नहीं करने पर अड़े हुए हैं। आंदोलन वाली जगह पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। माना जा रहा है कि जल्द ही पुलिस कोई बड़ी कार्रवाई कर सकती है।
गाजीपुर बॉर्डर : राकेश टिकैत के मंच पर हंगामा, लोगों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर बताया है कि गाजीपुर बॉर्डर बंद है। ट्रैफिक को एनएच-24, एनएच-9, रोड नंबर-56, 57 ए, कोंडली, पेपर मार्केट, टेल्को टी पॉइंट, ईडीएम मॉल, अक्षरधाम और निजामुद्दीन खट्टा से डायवर्ट किया गया है। इस इलाके में और विकास मार्ग पर अत्यधिक ट्रैफिक है, लोग कृपया वैकल्पिक मार्ग लें।
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