विंध्याचल/मिर्जापुर : रवि : विगत दिनो विंध्याचल में विंध्यवासिनी देवी मंदिर के कारिडोर के तहत चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने पह...
विंध्याचल/मिर्जापुर :
रवि :
विगत दिनो विंध्याचल में विंध्यवासिनी देवी मंदिर के कारिडोर के तहत चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे मंडलायुक्त उनके साथ जिला अधिकारी और सदर विधायक भी मौजूद रहे कारिडोर के तहत मन्दिर के चारों ओर 50 फिट का परिक्रमा पद बनना है और जो तिन रास्ता मन्दिर की ओर जाते है उन दिनों रास्तो को को भी चौरा किया जायेगा।
श्रधालुओ की सुविधाओ हेतू मंदिर परिसर मे निर्माण कार्य काफी तेज है ।
ज्ञात हो कि विंध्याचल वाराणसी से 70 किमी की दूरी पर और प्रयागराज से 85 किमी दूर स्थित है, एक प्रसिद्ध धार्मिक शहर है जो देवी विंध्यवासिनी को समर्पित है। माना जाता है कि देवी विंध्यवासिनी बृद्धावस्था की तात्कालिक सर्वश्रेष्ठ शक्ति हैं। यह विंध्यवासिनी देवी के सबसे प्रतिष्ठित सिद्धपीठों में से एक है।
मंदिर में रोजाना बड़ी संख्या में लोग आते हैं। चैत्र (अप्रैल) और अश्विन (अक्टूबर) महीनों में नवरात्रों के दौरान बड़ी मंडलियां आयोजित की जाती हैं। कई प्रतियोगिताएँ ज्येष्ठ (जून) के महीने में आयोजित की जाती हैं।
मंदिर काली खोह से सिर्फ 2 किमी दूर स्थित है।
यहाँ सबसे प्रसिद्ध विंध्यवासिनी देवी मंदिर, अष्टभुजा देवी मंदिर और कालीखोह मंदिर हैं। यहाँ आकर इन तीनों मंदिर के दर्शन से एक त्रिकोण परिक्रमा पूरी होती है |
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