Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

Breaking News:

latest

कांग्रेस की ओर से दावा किया गया कि रक्षा मंत्री ने सिर्फ देश को बरगलाने और भ्रम फैलाने का काम किया है।

  कांग्रेस ने चीन के साथ सीमा पर चल रहे ग तिरोध को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संसद में दिए वक्तव्य के बाद बृहस्पतिवार को सरकार पर देश ...

 


कांग्रेस ने चीन के साथ सीमा पर चल रहे ग
तिरोध को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संसद में दिए वक्तव्य के बाद बृहस्पतिवार को सरकार पर देश की सुरक्षा और भूभागीय अखंडता के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाया है। कांग्रेस की ओर से दावा किया गया कि रक्षा मंत्री ने सिर्फ देश को बरगलाने और भ्रम फैलाने का काम किया है।


पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सवाल किया कि सरकार जवानों के बलिदान का अपमान क्यों कर रही है? उन्होंने ट्वीट किया, "पूर्व की यथास्थिति बरकरार नहीं रहने का मतलब कोई शांति नहीं होती। भारत सरकार हमारे जवानों के बलिदान का अपमान क्यों कर रही है और अपना एरिया जाने को क्यों दे रही है?"

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को संसद के दोनों सदनों को बताया कि चीन के साथ पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों पर सेनाओं के पीछे हटने का समझौता हो गया है और भारत ने इस बातचीत में कुछ भी खोया नहीं है।


उन्होंने कहा कि पैंगोंग झील क्षेत्र में चीन के साथ सेनाओं के पीछे हटने को लेकर जो समझौता हुआ है, उसके अनुसार दोनों पक्ष अग्रिम तैनाती चरणबद्ध, समन्वय और सत्यापन के तरीके से हटाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि अभी भी पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनाती और गश्ती के बारे में कुछ लंबित मुद्दे बचे हुए हैं, जिन्हें आगे की बातचीत में रखा जाएगा।


कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि 56 इंची प्रधानमंत्री और उनकी सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा ऐर भारत की भू-भागीय अखंडता से षड्यंत्रकारी खिलवाड़ कर रहे हैं। पूर्वी लद्दाख में चीनी घुसपैठ को लेकर आज संसद में दिए गए रक्षामंत्री के बयान से यह साबित हो जाता है।


उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न तो चीन शब्द का इस्तेमाल किया और न ही डेपसांग प्लेंस, गोगरा हॉट स्प्रिंग सेक्टर, पैंगोंग सो लेक एरिया और चुमुर, दक्षिणी लद्दाख से चीनी घुसपैठ को खदेड़ने के बारे में कोई नीति या समय सीमा निर्धारित की। यही नहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उल्टा भ्रम फैला रहे हैं और बरगला रहे हैं।


सुरजेवाला के मुताबिक, रक्षा मंत्री को बताना चाहिए कि कब तक उपरोक्त इलाकों पर चीनी सेना का अतिक्रमण और घुसपैठ खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा, ''मोदी सरकार और रक्षा मंत्री देश को यह नहीं बता रहे कि कब तक अप्रैल, 2020 से पहले की यथास्थिति की बहाली हो जाएगी।


कांग्रेस महासचिव ने सवाल किया, ''क्या प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री, भारत की भूभागीय अखंडता की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी की संपूर्ण विफलता का कारण बताएंगे? क्या मोदी सरकार जवाब देगी कि वो भारत के हितों पर कुठाराघात करके और भारत के हितों के विरुद्ध एलएसी की रूपरेखा को बदलकर केवल पैंगोंग सो लेक इलाके से ही डिसइंगेज़मेंट का समझौता क्यों कर रही है?"


उन्होंने कहा कि दशकों से पैंगोंग झील वाले इलाके के उत्तरी किनारे पर भारत का फिंगर 4 तक कब्जा है और भारतीय सेना फिंगर 8 तक पैट्रोलिंग करती आई है। भारत ने सदैव फिंगर 8 को भारत और चीन के बीच एलएसी माना है। आज के रक्षामंत्री के बयान के मुताबिक भारतीय सेना अब फिंगर 3 तक सीमित हो जाएगी।


सुरजेवाला ने सरकार से पूछा, ''क्या यह सीधे-सीधे भारत के हितों पर कुठाराघात कर एलएसी को पुन: रेखांकित करने का काम नहीं है? क्या मोदी सरकार फिंगर 3 से फिंगर 8 के बीच हमारे भूभागीय क्षेत्र में एक नया बफर ज़ोन नहीं बना रही? क्या यह भारत की भूभागीय अखंडता से धोखा नहीं है?"


No comments