Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

Breaking News:

latest

योगी सरकार का दावा- 'ऑपरेशन कायाकल्‍प' से बदली सरकारी स्‍कूलों की तस्‍वीर, एक लाख से ज्‍यादा बच्‍चों ने लिखाया नाम

लखनऊ उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ शुरू किया गया है। योगी सरकार का दावा है कि बुनियादी सुविधाओं और बुनियादी सुविधा...

लखनऊ उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ शुरू किया गया है। योगी सरकार का दावा है कि बुनियादी सुविधाओं और बुनियादी सुविधाओं के मामले में सरकारी स्कूलों ने अब निजी स्कूलों से भी बेहतर प्रदर्शन किया है। सरकारी स्कूलों में पिछले सत्र में हुए नामांकन की तुलना में एक लाख से अधिक बच्चों के नामांकन के साथ भारी वृद्धि देखी गई है। सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, राज्य सरकार ने 1.39 लाख प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों के लिए बुनियादी सुविधाओं में वृद्धि की है, जिनमें अब स्मार्ट क्लासरूम, खेल के मैदान, शौचालय, पेयजल और पुस्तकालय हैं। राज्य की योगी सरकार ने शिक्षा के स्तर में सुधार लाने और विभिन्न जिलों में गरीब पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए पारंपरिक शिक्षण पद्धति को कंप्यूटर और प्रोजेक्टर के माध्यम से तकनीक आधारित शिक्षा के साथ मिला दिया है। सभी कक्षाओं को 'स्मार्ट क्लास' में बदल दिया गया है और आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है जिससे छात्रों की ग्रहणशीलता और समझ बढ़ेगी। प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों को किताबें, बैग, स्टेशनरी, स्वेटर, जूते और मोजे जैसे मुफ्त संसाधन मुहैया करा रही है ताकि वे आर्थिक तंगी के कारण शिक्षा के अधिकार से वंचित न रहें। बेसिक शिक्षा विभाग के शैक्षिक मानकों में सुधार के निरंतर प्रयासों के कारण, प्रचलित महामारी के दौरान भी, वर्तमान सत्र में 1,27,068 से अधिक छात्रों को परिषद के स्कूलों में नामांकित किया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग के उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार सत्र 2020-21 में परिषदीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या 1,83,72,932 थी जबकि वर्तमान सत्र में विद्यार्थियों की संख्या 1.85 करोड़ से अधिक हो गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रेरणा सारथी अभियान शुरू किया है। इसमें प्रेरणा मिशन के तहत एक शिक्षक अपने स्कूल के आसपास के इलाके या गांव के किसी नागरिक, छात्र, अभिभावक या किसी अन्य रिश्तेदार की पहचान 'प्रेरणा सारथी' के रूप में करता है और फिर प्रेरणा सारथी शिक्षकों के साथ मिलकर अभिभावकों को जागरूक करने का काम करता है। पिछले वर्ष की तुलना में, जहां केवल 25 से 30 प्रतिशत बच्चे ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले रहे थे, इस वर्ष राज्य के प्रत्येक स्कूल के 50 प्रतिशत से अधिक छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षक नियमित पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए ई-पाठशालाओं से जोड़कर बच्चों को गृहकार्य और शैक्षिक वीडियो भेज रहे हैं। इस सत्र में छात्रों को पुस्तकें उपलब्ध कराने का कार्य तेजी से किया जा रहा है ताकि उनकी पढ़ाई में बाधा न आए। स्कूल बंद होने के बावजूद छात्रों के मध्याह्न भोजन का पैसा भी समय पर पहुंचाया जा रहा है।


from Hindi Samachar: हिंदी समाचार, Samachar in Hindi, आज के ताजा हिंदी समाचार, Aaj Ki Taza Khabar, आज की ताजा खाबर, राज्य समाचार, शहर के समाचार - नवभारत टाइम्स https://ift.tt/3lrGGwR
https://ift.tt/3ytwc44

No comments