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फुटपाथ बना सहारा, कई सालों से बेघर, बंगाल के पूर्व CM की रिश्तेदार की ऐसी हालत कैसे?

कोलकाता पेशे से टीचर रहीं 70 साल की इरा बसु कोलकाता के फुटपाथ पर रह रही थीं। शुक्रवार को बैरकपुर पुलिस ने शहर के मानसिक अस्पताल में ट्रां...

कोलकाता पेशे से टीचर रहीं 70 साल की इरा बसु कोलकाता के फुटपाथ पर रह रही थीं। शुक्रवार को बैरकपुर पुलिस ने शहर के मानसिक अस्पताल में ट्रांसफर किया। पुलिस हरकत में तब आई जब पता चला कि इरा बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य की पत्नी मीरा की बहन हैं। कभी स्कूल में टीचर रहीं इरा बसु कई वर्षों से बेघर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल की एक पूर्व प्रधानाध्यापक ने उन्हें घर से निकाल दिया गया था। इरा 2009 में एक सरकारी स्कूल से सेवानिवृत्त हुई और मासिक पेंशन की हकदार हैं। हालांकि उन्होंने पेंशन का आज तक दावा नहीं किया। टीचर्स डे पर सामने आया मामला यह मामला तब सामने आया, जब 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर डनलप फ्लाईओवर के नीचे उनके छात्रों के एक झुंड ने बसु को एक फुटपाथ पर सम्मानित किया। तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, कई लोग उसकी मदद के लिए आगे आए, लेकिन उन्होंने मदद लेने से इनकार कर दिया। इरा ने कहा कि उन्हें रुपयों की जरूरत नहीं है। 'कभी नहीं मांगी भीख' डनलप क्षेत्र के स्थानीय लोगों के अनुसार, इरा ने कभी भीख नहीं मांगी और न ही किसी से रुपये लिए। वह बारानगर और डनलप क्षेत्र में फुटपाथ पर रहती थीं। स्थानीय भोजनालयों से खाना खरीदकर खाती थीं। बुद्धदेव के साथ कई सभाओं में आईं थीं नजर बताया जा रहा है कि इरा बसु पिछले दो साल से फुटपाथ पर गुजर-बसर कर रही हैं। वह मानसिक रूप से बीमार हैं। इरा को अतीत में बुद्धदेव भट्टाचार्य की कई सभाओं में देखा गया है। वह खड़दह के प्रियनाथ बालिका विद्यालय में जीवन विज्ञान की शिक्षिका थीं। 1976 से 2009 तक उन्होंने वहां पढ़ाया। ईमानदार टीचर की है छवि स्कूल के टीचरों ने बताया कि इरा एक ईमानदार शिक्षिका थीं। लेकिन अपनी नौकरी के आखिरी कुछ सालों में, 'वह अक्सर नंगे पांव स्कूल आती थी, गंदे कपड़े पहनती थी और बेकार दिखती थी। सेवानिवृत्ति के बाद वह एक पूर्व प्रधानाध्यापिका के घर में रहने लगी।' नहीं किया पेंशन के लिए अप्लाई एक पूर्व सहयोगी ने कहा कि प्रधानाध्यापिका की मृत्यु के बाद वह बारानगर में एक फुटपाथ पर चली गई और तब से सड़क पर रह रही है। वर्तमान प्रधानाध्यापिका कृष्णकली चंद्रा ने कहा क इरा पेंशन की हकदार हैं, लेकिन उन्होंने इसका दावा नहीं किया है। हालांकि, अब प्रशासन हरकत में आ गया है और बैरकपुर जिला स्कूलों के निरीक्षक ने चंद्रा को पेंशन भुगतान की प्रक्रिया के लिए बसु के कागजात सौंपने के लिए कहा।


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