वान्या दीक्षित, नोएडा डेंगू के मरीज प्लेटलेट्स के लिए भटकने को मजबूर हैं। प्लेटलेट्स के लिए उनसे मनमानी कीमत वसूली जा रही है। नोएडा जिला ...
वान्या दीक्षित, नोएडा डेंगू के मरीज प्लेटलेट्स के लिए भटकने को मजबूर हैं। प्लेटलेट्स के लिए उनसे मनमानी कीमत वसूली जा रही है। नोएडा जिला अस्पताल में डेंगू का इलाज निशुल्क हो रहा है लेकिन प्लेटलेट्स के लिए मरीज निजी अस्पताल व ब्लड बैंक में हजारों रुपये अपनी जेब से खर्च कर रहे हैं। इस साल डेंगू के मरीजों की संख्या ने 5 साल का रेकॉर्ड तोड़ दिया है। अब तक डेंगू के 193 मरीज मिल चुके हैं। मरीजों को अस्पताल में बेड नहीं मिल रहे हैं। निजी अस्पतालों के 30 फीसदी बेड बुखार और डेंगू के मरीजों से भरे पड़े हैं। अचानक घट रहे प्लेटलेट्स डॉक्टरों के मुताबिक, डेंगू के मरीजों के ब्लड में 24 घंटे बाद ही प्लेटलेट्स कम होकर 10 से 30 हजार हो रही हैं। खून की मांग बढ़ने से ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स समय पर तैयार नहीं हो पा रही हैं। स्थिति ऐसी है कि प्लेटलेट्स के लिए मरीजों के तीमारदार अधिक से अधिक कीमत देने को तैयार हैं। जानकारी के मुताबिक सामान्य स्थिति में प्लेटलेट्स की कीमत 30% तक कम हो जाती है जबकि डेंगू के सीजन में प्लेटलेट्स की कीमत पर मनमाने रुपये वसूले जा रहे हैं। 10 हजार से कम होने पर ही चढ़ाएं प्लेटलेट्स आईएमए के प्रेजिडेंट डॉ. सुनील अवाना कहते हैं कि डेंगू के मरीजों में सुबह, शाम प्लेटलेट्स का पता किया जाता है। कुछ डेंगू मरीजों में यह देखने को मिल रहा है कि उनकी प्लेटलेट्स तेजी से कम हो रही हैं, हालांकि सभी में ऐसी स्थिति नहीं है। 10 हजार से कम होने पर प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। इनकी कीमत के बारे में जानकारी नहीं है। निजी अस्पताल में भी रोटरी ब्लड बैंक से आती हैं प्लेटलेट्स डॉ. सुनील अवाना ने बताया कि सभी अस्पतालों में ब्लड बैंक सुविधा उपलब्ध नहीं है। आमतौर पर जिन निजी अस्पतालों में करीब 100 बेड हैं, वहां ब्लड बैंक होता है। इससे वहां प्लेटलेट्स की सुविधा मिल जाती है। ऐसे करीब 10 से 12 निजी अस्पताल हैं। इन अस्पतालों से अन्य अस्पताल भी प्लेटलेट्स लेते हैं। इसके अलावा सेक्टर 31 में स्थित रोटरी ब्लड बैंक से भी प्लेटलेट्स और ब्लड की सुविधा ली जाती है। मरीज खुद खरीदकर लाते प्लेटलेट्स जिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. सुषमा चंद्रा कहती हैं कि अस्पताल में अभी 10 बेड का डेंगू वॉर्ड बना है। इसमें 9 मरीज भर्ती हैं। कुल 15 मच्छरदानी हैं। जरूरत पड़ने पर बेड बढ़ा दिए जाते हैं। अस्पताल में प्लेटलेट्स की सुविधा नहीं है। डेंगू मरीज को अगर जरूरत होती है तो उन्हें प्लेटलेट्स का खर्च खुद ही देना पड़ता है। किसी दूसरे से खरीदकर हम मरीज को सामान उपलब्ध नहीं करा सकते। इसके लिए अलग से कोई बजट नहीं मिलता। डेंगू, चिकनगुनिया में कम हो जाती हैं प्लेटलेट्स एक स्वस्थ व्यक्ति में सामान्य रूप से ब्लड में एक लाख पचास हजार से साढ़े चार लाख प्लेटलेट्स प्रति माइक्रोलीटर होती हैं। जन इनकी संख्या पचास हजार से कम हो जाती है तब माना जाता है कि प्लेटलेट्स कम हो रही हैं। डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों में यह स्थिति बन जाती है। इनके कम होने की स्थिति को नियंत्रित न किया जाए तो स्थिति गंभीर हो सकती है। यहां प्लेटलेट्स की सुविधा उपलब्ध है - सेक्टर-31 रोटरी ब्लड बैंक में 40 से 50 एमएल का प्लेटलेट्स पाउच 500 रुपये में मिलता है। जंबो पैक की कीमत यहां 11 हजार रुपये है। जरूरत पड़ने पर डोनर भी लाना पड़ता है। - सेक्टर 30 स्थित जिला अस्पताल में डेंगू जांच की सुविधा उपलब्ध है लेकिन प्लेटलेट्स की सुविधा नहीं है। - चाइल्ड पीजीआई में कम कीमत में प्लेटलेट्स उपलब्ध हैं। 60 एमएल के छोटे पैक की कीमत 440 रुपये है। वहीं जंबो पैक 8 हजार रुपये में उपलब्ध है। जरूरत पड़ने पर डोनर भी लाना पड़ता है। - तरीब 10 से 12 निजी अस्पतालों में ब्लड बैंक है। यहां प्लेटलेट्स भी मिलती हैं। प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए घरेलू उपाय - गिलोय का जूस प्लेटलेट्स बढ़ाने में फायदेमंद है - नारियल पानी में इलेक्ट्रॉल की अच्छी मात्रा होती है। यह शरीर में ब्लड प्लेटलेट्स को पूरा करता है - पपीता और इसकी पत्तियां दोनों ही प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करते हैं - दो से तीन चुकंदर के रस को एक गिलास गाजर के रस में मिलाकर पिया जाए तो प्लेटलेट्स बढ़ती हैं।
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