Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

Breaking News:

latest

MP Upchunav Exit Poll : तीनों विधानसभा सीटों से चौंकाने वाले संकेत, खंडवा में खिलेगा 'कमल'?

भोपाल एमपी (Madhya Pradesh Upchunav Result Update) में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर वोटिंग हो गई है। दो नवंबर को सुबह आठ बजे से सभी...

भोपाल एमपी (Madhya Pradesh Upchunav Result Update) में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर वोटिंग हो गई है। दो नवंबर को सुबह आठ बजे से सभी सीटों पर काउंटिंग है। वोटिंग में कुछ गड़बड़ियों को लेकर दोनों दलों ने शिकायत की है। तीन में से दो विधानसभा सीट पर पहले कांग्रेस का कब्जा था। वहीं, लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा था। सभी सीटों पर इस बार बंपर वोटिंग हुई है। खंडवा लोकसभा सीट पर पिछले चुनाव की तुलना में लगभर 10 फीसदी कम वोटिंग हुई है। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान 76.90 फीसदी वोटिंग हुई थी। वहीं, इस बार 63.88 फीसदी वोटिंग हुई है। पृथ्वीपुर विधानसभा उपचुनाव में इस बार 78.14 फीसदी वोटिंग हुई है। 2018 के विधानसभा चुनाव में 76.90 फीसदी वोट पड़े थे। रैगांव में इस बार 69.01 फीसदी वोटिंग हुई है। पिछले चुनाव में 74.53 फीसदी वोटिंग हुई थी। जोबट में 2018 की तुलना में इस बार अधिक वोटिंग हुई है। यहां इस बार 53.30 फीसदी वोटिंग हुई है। वहीं, 2018 के विधानसभा चुनाव में 52.84 फीसदी वोट पड़े थे। खंडवा में बीजेपी को बढ़त की उम्मीद वोटिंग खत्म होने के बाद कयासों के दौर शुरू हो गए हैं। वहीं, स्थानीय अखबार दैनिक भास्कर का इस पर एग्जिट पोल आया है। अखबार के अनुसार खंडवा में बीजेपी को बढ़त दिख रही है। खंडवा लोकसभा सीट से नंद कुमार चौहान सांसद था। उनके निधन के बाद पार्टी ने परिवार से नहीं, बीजेपी नेता ज्ञानेश्वर पाटिल को उम्मीदवार बनाया। वह ओबीसी वर्ग से आते हैं। वहीं, कांग्रेस यहां अंदरूनी कलह से जूझती रही है। जानकार बताते हैं कि कांग्रेस को इसका खामियाजा यहां भुगतना पड़ सकता है। अरुण यादव के इनकार के बाद पार्टी ने यहां से राजनारायण सिंह पुरनी को उम्मीदवार बनाया था। मगर यह दांव तब असफल दिखा जब कांग्रेस में फूट पड़ गया। बड़वाह से कांग्रेस विधायक सचिन बिरला ने पार्टी छोड़ दी। जानकार बताते हैं कि इससे कांग्रेस को यहां नुकसान हुआ है। सचिन बिरला गुर्जर समाज से आते हैं। इस सीट पर इनके वोट भी ठीक ठाक हैं। गुर्जरों को साधने के लिए कांग्रेस ने राजस्थान के पूर्व डेप्युटी सीएम सचिन पायलट की सभा यहां पर करवाई है। अखबार के एग्जिट पोल के अनुसार खंडवा में कांग्रेस कुछ कमाल करती नहीं दिख रही है। बीजेपी में उम्मीदवार ज्ञानेश्वर पाटिल को ज्यादा जगहों पर बढ़त दिख रही है। हालांकि यह स्पष्ट तो दो नवंबर को काउंटिग के बाद ही होगा। खंडवा की जनता के दिलों पर राज कौन करेगा। यह फाइनल रिजल्ट नहीं एग्जिट पोल है। जोबट में कांटे की टक्कर अलीराजपुर जिले के जोबट सीट कांग्रेस विधायक के निधन से खाली हुआ है। यहां बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की टक्कर है। बीजेपी ने कांग्रेस से आईं सुलोचना रावत को टिकट दिया था। वहीं, कांग्रेस की तरफ से मैदान में महेश पटेल थे। आदिवासी बाहुल्य इस सीट पर सुलोचना रावत पहले भी विधायक रह चुकी हैं। सीएम और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस सीट पर खूब जोर लगाया है। ऐसे में इस सीट पर अभी कुछ भी कहना मुश्किल है। स्थानीय जानकार बताते हैं कि यहां कांटे की टक्कर है। वोटिंग प्रतिशत में मामूली बढ़ोत्तरी हुई है। ऐसे में सुलोचना और महेश में कांटे की टक्कर है। कुछ लोग यह भी उम्मीद कर रहे हैं कि सुलोचना यहां बढ़त बना रही हैं। हालांकि दो नवंबर को काउंटिंग के बाद ही पता चलेगा कि जोबट में बाजी कौन मार रहा है। रैगांव में कांग्रेस का पलड़ा भारी वहीं, रैगांव विधानसभा सीट से यह संकेत मिल रहे हैं। यहां से कांग्रेस उम्मीदवार को जीत मिल सकती है। बीजेपी ने प्रतिमा बागरी को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस की तरफ से कल्पना वर्मा हैं। इस सीट पर बीजेपी का कब्जा था। जुगल किशोर बागरी के निधन से यह सीट खाली हुआ है। उनके परिवार के लोग भी टिकट के दावेदार थे। मगर बीजेपी ने सभी का पत्ता काटकर प्रतिमा बागरी को उम्मीदवार बनाया है। स्थानीय जानकार बता रहे हैं कि प्रतिमा बागरी बहुत ज्यादा यहां कमाल करती नहीं दिख रही हैं। रैगांव सीट पर बीएसपी के जो परंपरागत वोटर्स रहे हैं, उन्हें साधने में कांग्रेस सफल दिख रही है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यहां प्रतिमा बागरी को जीताने के लिए आधा दर्जन से अधिक साभाएं की है। मगर वोटरों का मन नहीं बदल पाए हैं। जानकार कहते हैं कि यहां कांग्रेस उम्मीदवार का पलड़ा भारी है। फाइनल रिजल्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि बाजी कौन मारेगा। पृथ्वीपुर में भी दिलचस्प मुकाबला पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर के निधन के बाद पृथ्वीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। शिवराज सिंह चौहान ने बीजेपी उम्मीदवार को जीत दिलाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। यहां उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार शिशुपाल यादव को जीत दिलाने के लिए आठ चुनावी सभाएं की हैं। कांग्रेस ने बृजेंद्र सिंह राठौर के बेटे नितेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस यहां सहानुभूति वोट के जरिए नैय्या पार करने की कोशिश में जुटी है। वहीं, सपा से शिशुपाल यादव को लाकर बीजेपी यादवों वोटरों को अपने पाले में करने का दांव चला था। कांग्रेस ने यहां डोर टू डोर कैंपेन पर ज्यादा ध्यान दे रही थी। जातीय समीकरण के हिसाब से देखें तो कांग्रेस का पलड़ा पृथ्वीपुर में भारी दिख रहा है।


from Hindi Samachar: हिंदी समाचार, Samachar in Hindi, आज के ताजा हिंदी समाचार, Aaj Ki Taza Khabar, आज की ताजा खाबर, राज्य समाचार, शहर के समाचार - नवभारत टाइम्स https://ift.tt/3btiN1L
https://ift.tt/3murHCF

No comments