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Bihar News : OSD का महिला मित्र कनेक्शन, बिहार के खनन मंत्री जनक राम तक बालू की तपिश, छापेमारी में मिली बेशुमार दौलत

पटना के OSD (Officer on Special Duty) मृत्युंजय कुमार के घर बेशुमार दौलत मिली है। उनके भाई धनंजय कुमार और उनकी महिला मित्र रत्ना चटर्जी भ...

पटना के OSD (Officer on Special Duty) मृत्युंजय कुमार के घर बेशुमार दौलत मिली है। उनके भाई धनंजय कुमार और उनकी महिला मित्र रत्ना चटर्जी भी करोड़ों की मालकिन हैं। स्पेशल विजलेंस यूनिट ने पटना, अररिया और कटिहार में छापेमारी की है। खनन मंत्री के ओएसडी तक बालू की आंच खनन मंत्री जनक राम के ओएसडी के घर पर एसवीयू (Special Vigilance Unit) ने छापेमारी की तो उनके होश उड़ गए। ओएसडी मृत्युंजय कुमार बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। उनके भाई धनंजय कुमार और उनकी महिला मित्र रत्ना चटर्जी भी राडार पर हैं। इनके पास से एसवीयू टीम को लाखों की संपत्ति की जानकारी मिली है। पटना, अररिया और कटिहार में एक साथ छापेमारी की गई। माना जा रहा है कि बालू के खेल में इनका नाम आया है। इसके बाद शिकंजा कस गया। भाई और महिला मित्र के जरिए काली कमाई खपाई जा रही? मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस छापेमारी में करोड़ों रुपए की संपत्ति का खुलासा हुआ है। रत्ना चटर्जी के अररिया स्थित घर से 30 लाख रुपए नगद बरामद किए गए। इनके घर से सोने की बिस्कि‍ट भी बरामद किए जाने की खबर है। वहीं, ओएसडी मृत्युंजय कुमार के भाई धनंजय कुमार ने रत्ना चटर्जी के खाते से बड़े ट्रांजेक्शन किए हैं। जिसके सबूत मिलने की बात सामने आ रही है। इसके अलावा दिल्ली और पश्चिम बंगाल में अकूत संपत्ति के भी कागजात मिले हैं। माना जा रहा है कि ये कार्रवाई बालू के अवैध धंधे से काली कमाई की शक में की गई है। बिहार में खनन विभाग के मंत्री बीजेपी के जनक राम हैं। ओएसडी मृत्युंजय कुमार की महिला मित्र रत्ना चटर्जी कौन हैं? पूरे मामले में एक महिला का नाम आना बेहद चौंकानेवाला रहा। एसवीयू की टीम ने मंत्री जनक राम के ओएसडी मृत्युंजय कुमार के साथ उनके भाई धनंजय कुमार और उनकी महिला मित्र रत्ना चटर्जी के खिलाफ भ्रष्टाचार से संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया है। रत्ना के बारे में बताया जा रहा है कि वो मंत्री जनक राम के ओएसडी मृत्युंजय कुमार की अच्छी दोस्त हैं। इनके यहां मृत्युंजय का आना-जाना भी होता था। रत्ना चटर्जी पहले सीडीपीओ थीं। लेकिन 2011 में विजिलेंस ने रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। आरोप साबित होने पर सरकार ने रत्ना चटर्जी को बर्खास्त कर दिया था।


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