राहुल गांधी को ही एक बार फिर से कमान देने की मांग जोर पकड़ रही है। अब तक राजस्थान, गुजरात और छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने राहुल को ही दोबारा अध्यक...
राहुल गांधी को ही एक बार फिर से कमान देने की मांग जोर पकड़ रही है। अब तक राजस्थान, गुजरात और छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने राहुल को ही दोबारा अध्यक्ष बनाने के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि आने वाले कुछ दिनों में अन्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी भी इस तरह से प्रस्ताव पर मुहर लगा सकती हैं।
गुजरात
राजस्थान और छत्तीसढ़ के बाद इस सूची में गुजरात का नाम भी शामिल हो गया। अहमदाबाद में हुई मीटिंग में हुई राज्य कार्यकारिणी की बैठक में राहुल को अध्यक्ष बनाए जाने की मांग उठाई गई। मीटिंग में जिला, तालुका, शहर प्रमुख समेत 490 से ज्यादा सदस्य और प्रदेश प्रभारी शामिल रहे। गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश प्रमुख जगदीश ठाकुर ने प्रस्ताव जारी किया।
बैठक में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को गुजरात इकाई चुनने के लिए अधिकृत किया गया। इस संबंध में गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखराम राठवा की तरफ से प्रस्ताव पेश किया गया, जिसका समर्थन भारतसिंह सोलंकी, अर्जुन मोढवाडिया और सिद्धार्थ पटेल ने किया।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 24 सितंबर को नामांकन के
राजस्थान
शनिवार को कांग्रेस की राजस्थान इकाई ने राहुल को पार्टी अध्यक्ष चुने जाने के लिए अनौपचारिक प्रस्ताव पास किया। पद की दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में हुई बैठक में मत सामने रखा। खास बात है कि ऐसा करने वाला राजस्थान पहला राज्य था। इसके अलावा राज्य के मंत्री प्रताप सिंह खचरियावास ने कहा कि एक और प्रस्ताव पास किया गया है, जिसमें आने वाले पार्टी प्रमुख को राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष चुनने और राज्य से AICC सदस्य चुनने का अधिकार होगा।
छत्तीसगढ़
रविवार को राजस्थान की राह पर छत्तीसगढ़ भी चला। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाले राज्य में राहुल को दोबारा अध्यक्ष बनाने और प्रदेश इकाई चुनने के लिए अधिकृत बनाने के संबंध में प्रस्ताव पास किया गया। राजधानी रायपुर स्थित राजीव भवन में आयोजित बैठक में दोनों प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई। मीटिंग में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और राज्य के अन्य मंत्री शामिल रहे। सीएम बघेल ने बताया कि 310 डेलीगेट्स ने राहुल को अध्यक्ष बनाए जाने के प्रस्ताव का समर्थन किया है।
साथ हो जाएगी। 30 सितंबर तक उम्मीदवार नामांकन पेश कर सकेंगे। इसके बाद 17 अक्टूबर को चुनाव आयोजित होंगे और 19 अक्टूबर को नतीजे जारी होंगे। साल 2017 में पार्टी की कमान संभालने वाले राहुल ने 2019 में लोकसभा चुनाव में हार के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था।