संसद का शीतकालीन सत्र पुराने भवन में आयोजित किया जा सकता है क्योंकि नए भवन का कुछ निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा से आगे बढ़ सकता है। सूत...
संसद का शीतकालीन सत्र पुराने भवन में आयोजित किया जा सकता है क्योंकि नए भवन का कुछ निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा से आगे बढ़ सकता है। सूत्रों ने सोमवार को ये जानकारी दी। सरकार ने नए संसद भवन को शीतकालीन सत्र से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा था जो आमतौर पर नवंबर के तीसरे सप्ताह से शुरू होता है। सूत्रों ने कहा कि इमारत जीवन में एक बार और जटिल परियोजना है जिसका निर्माण एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण टाइमलाइन पर किया जा रहा है, सूत्रों ने कहा कि निर्माण चौबीसों घंटे चल रहा है।
इमारत का सिविल कार्य लगभग पूरा
उन्होंने बताया कि इमारत का सिविल कार्य लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन फिनिशिंग टच, इलेक्ट्रिकल समेत कई दूसरे काम इस साल के अंत तक जारी रह सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि भवन के निर्माण के साथ फर्नीचर, कालीन, दीवार पर भित्ति चित्र और अन्य चीजें बनाने का काम चल रहा है। इस समय सही तारीख बता पाना मुश्किल है। इसलिए पुराने भवन में होने वाले शीतकालीन सत्र से इंकार नहीं किया जा सकता है।
सूत्रों ने कहा कि अधिकारियों को भरोसा है कि बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक नए भवन में होगी। संसद परिसर में निर्माण कार्य के चलते इसके कई प्रवेश और निकास द्वार बंद हैं। नया त्रिकोणीय संसद भवन सेंट्रल विस्टा देश के पावर कॉरिडोर की पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा है। इस परियोजना में एक साझा केंद्रीय सचिवालय, प्रधानमंत्री का नया आवास और प्रधानमंत्री कार्यालय और नए उपराष्ट्रपति एन्क्लेव सहित कई चीजों की परिकल्पना की गई है।
सूत्रों ने कहा कि भवन पूरी तरह से सुसज्जित होने के बाद भी संसद सत्र के सुचारू संचालन और सांसदों को सभी सहायता सुनिश्चित करने के लिए कर्मचारियों को परिचित और प्रशिक्षित करने के लिए लगभग 15-20 दिन चाहिए। इसके लिए लोकसभा सचिवालय, राज्य सभा सचिवालय, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, आईटीडीसी और हाउस कीपिंग स्टाफ के लिए मॉक ड्रिल और अभ्यास का आयोजन किया जाएगा।