चार साल के लंबे अर्से के बाद आखिरकार बांग्लादेश की सवेरा बेगम ने शनिवार काे अपने वतन में कदम रख दिया। बंगाल के हरिदासपुर स्थित बांग्लादेश क...

चार साल के लंबे अर्से के बाद आखिरकार बांग्लादेश की सवेरा बेगम ने शनिवार काे अपने वतन में कदम रख दिया। बंगाल के हरिदासपुर स्थित बांग्लादेश की सीमा पर लेकर उन्हें मानवाधिकार कार्यकर्ता विशाल रंजन दफ्तुआर व बेगूसराय पुलिस पहुंची।
कागजी प्रक्रिया पूरा हाेने के बाद शनिवार काे करीब 12 बजे उन्हें बार्डर से भेज दिया गया। वहां से कुछ दूरी पर स्थित बांग्लादेश की सीमा पर सवेरा की बेहन सूफिया व उनके परिजन उसे लेने के लिए माैजूद थे। सवेरा, अपनी बहन व परिजनाें से लिपटकर फफक पड़ीं। सवेरा काे वतन वापसी कराने में विशाल की भूमिका अहम रही। चार साल पहले सवेरा भारत आई और पटना पहुंच गई।
दाे साल वह मुजफ्फरपुर शेल्टर हाेम में रही जहां उसका पासपाेर्ट व वीजा छीन लिया गया। मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड का खुलासा हाेने के बाद सवेरा काे 2018 में बेगूसराय शेल्टर हाेम शिफ्ट कर दिया गया था। इससे पहले विशाल बांग्लादेश जेल में 11 साल से बंद दरभंगा के सतीश कुमार काे पिछले साल सितंबर में, दाे साल से बांग्लादेश जेल में ही में बंद बलिया, यूपी के अनिल कुमार काे पिछले साल दिसंबर में मुक्त करा उनके परिवार काे साैंप चुके हैं। विशाल ने कहा कि इस तरह का प्रयास जारी रहेगा।
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