पीपरा थाना क्षेत्र के अमवा गांव स्थित लखना नदी के किनारे सरेह से एक छह वर्षीया बच्ची का क्षत-विक्षत शव पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर रविवा...

पीपरा थाना क्षेत्र के अमवा गांव स्थित लखना नदी के किनारे सरेह से एक छह वर्षीया बच्ची का क्षत-विक्षत शव पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर रविवार की सुबह बरामद किया। शव का सिर अलग, धड़ अलग एवं दोनों हाथ अलग-अलग कटा हुआ मिला। जबकि दोनों पैर गायब थे।
शव को छह टुकड़े में काटा गया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। आरोपी को पुलिस गिरफ्तार कर थाने ले आई। उसकी निशाननदेही पर पुलिस ने लखना नदी के पानी से मृत बच्ची का एक पैर भी बरामद भेज दिया है। जबकि दूसरे पैर की तलाश पुलिस कर रही है।
चकिया एसडीपीओ संजय कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में हत्या की पूरी घटना को बताया है। उसने बताया कि शनिवार की शाम 6 बजे उक्त बच्ची को 10 रुपए एवं फुलझड़ी का पैकेट देकर बहला-फुसला कर लखना नदी के किनारे झाड़ी में ले जाकर दुष्कर्म का प्रयास किया।
इस दौरान बच्ची चिल्लाने लगी। इससे उसको पकड़े जाने का डर सताने लगा। इसी लिए उसने बच्ची की गला दबाकर हत्या कर दी एवं शव को वहीं झाड़ी में छिपा दिया। देर रात आरोपी एक तेज धारदार गंड़ासा से कर नदी किनारे पहुंचा। उसने उसी गंड़ासा से शव को झाड़ी से निकाल कर छह टुकड़ों में काट दिया और दो टुकड़े को नदी में फेंक दिया।
खून लगा शर्ट-पैंट व घटना में प्रयुक्त हथियार बरामद
पकड़े जाने के डर से आरोपी शव के टुकड़े को वहीं छोड़ दिया तथा घर चला आया तथा गड़ासा व कपड़ों को छुपा दिया। पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी को लेकर उसके घर गई। निशानदेही पर घर में चावल रखने वाली बाल्टी में से आरोपी का शर्ट मिला। उसका पैंट उसके घर के पीछे रखे गोबर में से बरामद किया गया।
हत्या में प्रयुक्त गड़ासा भी उसके भुसौली से पुलिस ने बरामद किया। जिस पर खून का दाग पुलिस को मिला। उसके बाद आरोपी को पुलिस उसके द्वारा बताए गए घटनास्थल पर लेकर गई। जहां से बच्ची का खून लगा पाजामा, आरोपी द्वारा दिया गया 10 रुपए का नोट, एक फुलझड़ी का पैकेट के साथ आरोपी के जेब से 5 व 1 का सिक्का बरामद हुआ।
आरोपी की निशानदेही पर लखना नदी में फेंका गया बच्ची एक पैर भी ग्रामीण गोताखोरों की मदद से बरामद
आरोपी की निशानदेही पर लखना नदी में फेंका गया मृत बच्ची एक पैर भी ग्रामीण गोताखोरों की मदद से बरामद किया गया। जबकि एक पैर की तलाश करने में पुलिस जुटी है। परिजनों के अनुसार आरोपी गांव के रिश्ते में मृतका का चचेरा भाई लगता है। थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि मामले में अभी आवेदन प्राप्त नहीं हो सका है।
पूछताछ के बाद आरोपी को न्यायायिक हिरासत में भेजा जाएगा। घटना की जांच की निगरानी चकिया एसडीपीओ संजय कुमार, इंस्पेक्टर सूर्यमणी कुमारी ने किया। एसडीपीओ ने बताया कि अब तक परिजनों द्वारा प्राथमिकी के लिए आवेदन नहीं मिला है। आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरोपी को जेल भेजा जा रहा है।
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