वायु प्रदूषण की वजह से बिहार के विभिन्न जिलों में औसत आयु में 2.8 से लेकर 6 वर्ष तक की गिरावट दर्ज की गई है। शिकागो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता...

वायु प्रदूषण की वजह से बिहार के विभिन्न जिलों में औसत आयु में 2.8 से लेकर 6 वर्ष तक की गिरावट दर्ज की गई है। शिकागो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बिहार के विभिन्न जिलों के 1998 से 2018 तक वायु प्रदूषण पर शोध किया है।
शोध में पता चला है कि प्रदूषण की वजह से अकेले पटना के लोगों की औसत आयु 5.5 वर्ष कम हो गई है। शोध के मुताबिक सीवान और वैशाली सबसे अधिक प्रदूषित जिले हैं। यहां लोगों की आयु औसतन 6 वर्ष कम हो गई है।
सबसे कम प्रदूषित जिला किशनगंज और अररिया में यह गिरावट तीन वर्ष या उससे कम है। साथ ही डब्ल्यूएचओ के वायु गुणवत्ता जीवन सूचकांक (एयर क्वालिटी लाइफ इंडेक्स-एक्यूएलआई) के मानकों पर भारत खरा नहीं उतरता है।
सीवान और वैशाली सबसे अधिक, किशनगंज-अररिया सबसे कम प्रभावित
जिला आयु घटी जिला आयु घटी
अररिया 3.2 अरवल 4.7
औरंगाबाद 3.9 बांका 4.6
बेगूसराय 5.1 भागलपुर 4.3
भोजपुर 5.6 बक्सर 5.8
दरभंगा 4.7 गया 3.6
गोपालगंज 5.9 जमुई 3.9
जहानाबाद 4.6 कैमूर 4.4
जिला आयु घटी जिला आयु घटी
कटिहार 3.7 खगड़िया 4.8
किशनगंज 2.8 लखीसराय 4.3
मधेपुरा 4.4 मधुबनी 4.2
मुंगेर 4.4 मुजफ्फरपुर 5.6
नालंदा 4.8 नवादा 4.0
प. चांपारण 4.2 पटना 5.5
पूर्वी चांपारण 4.7 पूर्णिया 3.7
जिला आयु घटी जिला आयु घटी
रोहतास 4.4 सहरसा 4.7
समस्तीपुर 5.3 सारण 5.8
शेखपुरा 4.6 शिवहर 4.7
सीतामढ़ी 4.2 सीवान 6.0
सुपौल 3.9 वैशाली 5.9
अगर स्वच्छ और साफ हवा में सांस लेने का माैका मिले ताे बिहार के लोगों की आयु औसतन 4.7 वर्ष बढ़ जाएगी।
-आशीर्वाद राहा, शिकागो यूनिवर्सिटी के सीनियर एसोसिएट
प्रदूषित हवा गर्भ में पल रहे बच्चे को भी पहुंचा रहा नुकसान
वायु प्रदूषण से लोगों की आयु कम हाे रही है। प्रदूषण गर्भवती महिला के साथ-साथ गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंच रहा है। प्रदूषण सांस के माध्यम से गर्भ तक पहुंच रहा है। फेफड़ा संबंधित बिमारी, हृदय संबंधित बिमारी, लंग्स कैंसर, सांस की बीमारी, आंख की बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है।
डॉ. दिवाकर तेजस्वी, जनरल फिजिशियन
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3h3lNUL
https://ift.tt/3pePhSb
No comments