पिछले दस दिन से नगर निगम की सियासत में चल रहा अविश्वास प्रस्ताव का ड्रामा बुधवार काे घंटेभर में खत्म हाे गया। मेयर सीमा साह और डिप्टी मेयर ...

पिछले दस दिन से नगर निगम की सियासत में चल रहा अविश्वास प्रस्ताव का ड्रामा बुधवार काे घंटेभर में खत्म हाे गया। मेयर सीमा साह और डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने दूसरी बार विराेधियाें काे पटखनी दी है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बुलाई गई बैठक में केवल 21 विराेधी पार्षद ही पहुंचे। एक और पार्षद रश्मि रंजन ने खुद काे दाेनाें पक्षाें से अलग बताया। यानी सत्ता पक्ष ने ऐसी किलेबंदी कर दी कि विराेधियाें की ताकत परास्त हाे गयी।
हालांकि माैजूद विराेधी पार्षदाें में भी कुछ दाेनाें तरफ रहे। जीत के बाद मेयर ने कहा कि पार्षदाें का आराेप था कि हम काम व बैठकें नहीं हाेने देते हैं, लेकिन काेराेनाकाल में भी 40 कराेड़ का टेंडर हुआ। हमारे पीछे सांसद और विधायक लगे रहे पर ऊपर वाले ने सब कुछ ठीक कर दिया।
डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने कहा कि इस अविश्वास प्रस्ताव की नींव विधानसभा चुनाव में ही रखी गयी थी, जिसमें गाेड्डा के सांसद निशिकांत दुबे, नगर विधायक और एक पूर्व मेयर शामिल थे। विधानसभा चुनाव में भले ही विधायक व सांसद अलग-अलग थे पर इस खेल में सब साथ थे। मेरी उम्र 28 वर्ष है और इनलाेगाें के पास राजनीति का अनुभव 28 वर्षाें से ज्यादा का है।
इसके बाद भी विधायक काे पार्षदाें के घर-घर जाकर और सांसद काे काॅल करके आरजू-मिन्नत करनी पड़ी, फिर भी बहुमत नहीं जुटा सके। डिप्टी मेयर ने कहा-निशिकांत जी, आप कहते हैं कि मैं ही विधायक, जिप अध्यक्ष व मेयर डिप्टी मेयर बनाता हूं, पर इस बार यह भ्रम दूर हाे गया होगा।
सदन में विपक्षी पार्षदों ने पानी और सफाई का उठाया मुद्दा
इससे पहले सदन में चर्चा के दाैरान पार्षद संजय सिन्हा ने कहा कि शहरवासियाें काे पानी नहीं मिल रहा है। गरीबाें काे ठंड के बदले गर्मी में कंबल मिलता है। शहर में ठीक से सफाई नहीं हाेती है। कबीर अंत्येष्टि याेजना में भी समय से पैसे नहीं मिल रहे हैं। निगम में पार्षद कक्ष का निर्माण पूरा नहीं हुआ है।
कर्मचारी किसी की बात नहीं सुनते हैं। इस पर डिप्टी मेयर ने जबाव देना चाहा ताे उन्हें संजय ने राेक दिया और कहा कि मेयर से जबाव चाहिए। इसके बाद मेयर ने अपना पक्ष रखा। बैठक नहीं हाेने पर हंसल सिंह ने मेयर का ही बचाव करते हुए कहा कि काेराेनाकाल में कहीं भी बैठक नहीं हुई है। डप्टी मेयर ने चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि अगर विकास नहीं हाे रहा है ताे 22 की जगह सदन में 44 पार्षद विराेध में हाेते। वार्ड 23 की पार्षद रश्मि रंजन ने कहा कि मैं किसी के पक्ष में नहीं बल्कि सदन के बुलावे पर आयी हूं।
ये विपक्षी पार्षद सदन में आए
सरयुग साह, संजय सिन्हा, उमर चांद, हंसल सिंह, बबिता देवी, पंकज दास, अभिषेक कुमार, प्रीति देवी, गाेविंद बनर्जी, गजाला परवीन, अनवरी खातून, फिराेजा यास्मीन, शिवानी देवी, बीबी शाबरा, बीबी बलिमा, नासरीन बेगम, दीपिका माेदी, शशिकला देवी, एबुनिशा, साेफिया हाेमेरा व अशाेक पटेल।
कंबाइंड बिल्डिंग के पास जमा रहा सत्ता पक्ष, फोन कर पार्षदों को बुलाते रहे विपक्षी
इस पूरे प्रकरण में सत्ता पक्ष के 24 पार्षद बैठक से दूर रहे। जबकि पूर्व डिप्टी मेयर प्रीति शेखर व वार्ड 18 की पार्षद विधुवाला सिंह अपने-अपने घर से ही पूरे मामले पर नजर रख रही थी। सत्ता पक्ष के पार्षद निगम गेट के उस पार कंबाइंड बिल्डिंग व आसपास जमे रहे। वही दूसरी तरफ विरोधी खेमे के पार्षद उमर चांद, संजय सिन्हा, हंसल सिंह संख्या कम देख अपने पक्ष के पार्षदों को फोन कर बुलाते रहे।
जवाब से संतुष्ट नहीं कर सकीं मेयर, धन और बल का हुआ प्रयाेग : संजय सिन्हा
विपक्ष की ओर से पार्षद संजय सिन्हा ने कहा कि मेयर पार्षदाें के सवालाें के जबाव से संतुष्ट नहीं कर सकीं। यह विकास की लड़ाई है, किसी व्यक्ति की नहीं। इस बार भी धनबल का पूरा प्रयाेग हुआ है।
अविश्वास प्रस्ताव से मेरा कोई लेना देना नहीं है : अजीत शर्मा
नगर विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव से मेरा काेई लेना-देना नहीं है। पूर्व मेयर दीपक से बात करने का प्रयास किया ताे उनका माेबाइल बंद मिला।
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