जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सोमवार को सोमवती अमावस्या को लेकर व्रती महिलाओं ने पीपल वृक्ष की पूजा अर्चना की तथा अपने पति की लंबी आयु व पर...

जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सोमवार को सोमवती अमावस्या को लेकर व्रती महिलाओं ने पीपल वृक्ष की पूजा अर्चना की तथा अपने पति की लंबी आयु व परिवार के सलामती की कामना की। सोमवती अमावस्या को लेकर विभिन्न जगहों पर पीपल के पेड़ के नीचे व्रती महिलाओं की भीड़ लगी रही। व्रती महिलाओं ने सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर अपने आस-पड़ोस के पीपल के पेड़ के नीचे पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंची।
जहां महिलाओं ने पीपल पेड़ की 108 बार परिक्रमा कर अपने परिवार के सलामती की कामना की। साथ ही महिलाओं ने वहां मौजूद पुरोहित से सोमवती अमावस्या की कथा भी सुनी। पंडित बालाकांत पाण्डेय ने बताया कि सोमवार को होने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। सोमवती अमावस्या के दिन किया गया स्नान, ध्यान, जप और दान अनंत फलदायी होता है।
हिदू धर्म शास्त्रों के अनुसार इस अमावस्या का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि पीपल के वृक्ष के मूल में ब्रह्मा, त्वचा विष्णु, शाखा में शिव तथा सभी पत्तों में देवताओं का वास होता है। इसलिए पीपल वृक्ष की पूजा करने से सभी दुखों का नाश होता है तथा सभी सुख प्राप्त होते हैं। शहर सहित सभी प्रखंडों व गांवों में महिलाओं ने श्रद्धा भाव से पीपल वृक्ष की पूजा अर्चना किया।
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