भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने आज पश्चिम बंगाल के नवद्वीप में पार्टी की 'परिवर्तन रैली' को झंडा दिखाकर रवाना किया। इस दौरान उन्होंने...
भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने आज पश्चिम बंगाल के नवद्वीप में पार्टी की 'परिवर्तन रैली' को झंडा दिखाकर रवाना किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि परिवर्तन रैली की शुरूआत सभी ने देख ली है। लोगों ने जो समर्थन दिया है, जिस तरह का जनसैलाब दिख रहा है। बंगाल में परिवर्तन की एक नई बहार देखने को मिल रही है। इसके अलावा नड्डा ने यह भी कहा कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने पश्चिम बंगाल के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। बंगाल में विकास के नाम पर केवल तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को ही फायदा हुआ है।
उन्होंने बंगाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बंगाल की जनता के स्वास्थ्य की चिंता मोदी जी ने की थी। अब ममता जाएंगी, रास्ते का रोड़ा खत्म होगा और मोदी जी का आयुष्मान भारत बंगाल की जनता को मिलेगा।
साथ ही उन्होंने सरकार पर तनाशाह होने का आरोप भी लगाया और कहा, "ये मां, माटी, मानुष के नाम पर आई सरकार ने बंगाल की जनता के साथ धोखा किया। यहां आया क्या? तानाशाही, प्रशासन का राजनीतिकरण, पुलिस का क्रिमिनलाइजेशन और भ्रष्टाचार का इंस्टीट्यूशनाइजेशन।"
उन्होंने ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा, "आज जब बंगाल के करीब 25 लाख किसानों ने केंद्र सरकार को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लिए अर्जी भेजी, तो ममता जी कहती हैं कि मैं भी योजना लागू करूंगी। ममता जी अब चुनाव आ गए हैं। अब पछताए होत क्या, जब चिड़िया चुग गई खेत।"
इससे पहले भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने श्री श्री गौरांग जन्मस्थान आश्रम पहुंचकर पूजा की और मालदा में रवींद्रनाथ टैगोर को श्रद्धांजलि भी दी। आपको बता दें कि जेपी नड्डा ने आज बंगाल में एक रोड शो भी किया। इसके साथ ही उन्होंने साहपुर गांव में कृषक सुरक्षा सहभोज कार्यक्रम में किसानों के साथ खाना भी खाया।
मालदा के रोड शो के दौरान नड्डा ने कहा, "मैं देख रहा हूं कि बंगाल की जनता ने टोलाबाजी की सरकार, कटमनी वाली सरकार, भ्रष्टाचार की सरकार को जड़ से उखाड़ कर फेंकने का मन बना लिया है।"
जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अपने अहं को संतुष्ट करने के लिए राज्य के किसानों को प्रधानमंत्री किसान योजना से वंचित करने का आरोप लगाया। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ शनिवार को किसान यूनियनों के राष्ट्रव्यापी चक्का जाम के दिन नड्डा ने एक बार फिर दोहराया कि नरेन्द्र मोदी सरकार किसान समुदाय के कल्याण को लेकर प्रतिबद्ध है।
उन्होंने इस दौरान यह भी पूछा कि 'जय श्रीराम' के नारों को लेकर बनर्जी आपा क्यों खो देती हैं? नड्डा ने दावा किया कि ममता बनर्जी और उनकी पार्टी राज्य के किसानों के बीच तेजी से अपनी पहचान खो रही है और इस बात का एहसास होने के बाद ही बनर्जी ने सूबे में पीएम किसान सम्मान निधि योजना लागू करने का फैसला किया है।
नड्डा ने आरोप लगाया, ''ममता दी ने बंगाल के किसानों को पीएम किसान योजना के लाभों से वंचित करके अन्याय किया। उन्होंने अपने अहं को संतुष्ट करने के लिये यह कल्याणकारी योजना लागू नहीं होने दी। अब जब बंगाल के किसानों को खुद यह महसूस हुआ कि योजना लागू होनी चाहिये, तब जाकर उन्होंने कहा कि इसे लागू करेंगी। 70 लाख किसान दो साल से सालाना छह हजार रुपये की मदद से वंचित हैं।'
No comments