पटना बिहार मानवाधिकार आयोग (Bihar Human Right Commission) ने एक बांग्लादेशी महिला को सजा पूरी होने के बाद भी जेल रखे जाने के मुद्दे पर गृ...

पटना बिहार मानवाधिकार आयोग (Bihar Human Right Commission) ने एक बांग्लादेशी महिला को सजा पूरी होने के बाद भी जेल रखे जाने के मुद्दे पर गृह विभाग को नोटिस जारी किया है। जानकारी के मुताबिक, रिया आफरीन रूपा को मिली सजा की अवधि जनवरी में ही पूरी हो गई। बावजूद इसके वह चार महीने से अधिक समय से नालंदा की बिहारशरीफ जेल में बंद हैं। उन्हें अवैध तरीके से भारत में एंट्री के लिए पकड़ा गया लेकिन सजा पूरी होने के बाद भी जेल रखा गया है। इसी को लेकर बिहार मानवाधिकार आयोग (BHRC) ने सवाल उठाए हैं। BHRC ने 26 अगस्त तक मांगी रिपोर्टबांग्लादेशी महिला के संबंध में बीएचआरसी ने 2 मई के नोटिस में बिहार के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) से 26 अगस्त तक इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने मामले की फिर से सुनवाई के लिए 2 सितंबर की तारीख तय की है। मानवाधिकार के लिए काम कर रहे मुजफ्फरपुर के वकील डॉ एसके झा की शिकायत पर बीएचआरसी ने ये कार्रवाई की है। जानिए क्या है रिया आफरीन रूपा का मामलाडॉ एसके झा ने बताया कि महिला को नालंदा कोर्ट की ने एक साल की जेल के साथ-साथ 500 रुपये का जुर्माना लगाया था। फाइन नहीं देने पर एक हफ्ते के अतिरिक्त कारावास की सजा दी थी। हालांकि, महिला को मिली सजा का समय इस साल 22 जनवरी को समाप्त हो गया। बावजूद इसके वह अभी भी जेल में है, जो मानवाधिकारों का उल्लंघन है। इस तरह बांग्लादेश से बिहार पहुंचीं रूपाझा ने आयोग को यह भी बताया कि अदालत ने नालंदा के एसपी को उसकी जेल की अवधि के बाद उसे बांग्लादेश वापस भेजने के लिए कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया था। रूपा, 5 दिसंबर, 2019 को नालंदा के नूरसराय थाना इलाके के अहियापुर में घूमती हुई पाई गई थीं। पुलिस को दिए अपने बयान में, रूपा ने कहा था कि उसे अपने बीमार बच्चे के ऑपरेशन के लिए पैसे की जरूरत थी, इसी बीच एक शख्स उसे नौकरी दिलाने के नाम पर भारत लाया। हालांकि, उसे कोलकाता में ही छोड़कर फरार हो गया। वहां से वह भटक कर नालंदा पहुंच गई। जनवरी में पूरी हो चुकी है रूपा की सजापूरे मामले को लेकर बिहारशरीफ जिला जेल के सुप्रीटेंडेंट प्रभात कुमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि दस दिन पहले नालंदा एसपी कार्यालय से रूपा के मामले की जानकारी ली गई थी। उन्होंने बताया कि रूपा के मामले में बांग्लादेश उच्चायोग से संपर्क करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखे गए हैं। लेकिन उन्होंने अभी तक यह कंफर्म नहीं किया है कि रूपा वहां की नागरिक हैं। इसकी पुष्टि के बाद उन्हें घर वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसलिए अभी भी जेल में हैं बांग्लादेशी महिलाजेल अधीक्षक ने कहा कि रूपा के बारे में स्पष्ट तौर पर कुछ पता नहीं चलने की वजह से अभी भी वो जेल में हैं। वह जेल के महिला वार्ड में अन्य कैदियों के साथ रहती हैं। हालांकि, जेल अधीक्षक ने ये भी कहा कि उन्होंने नालंदा के डीएम को भी पत्र लिखा है कि महिला रूपा के लिए कानून के अनुसार कुछ वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।
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