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तीसरी लहर सिर पर, लेकिन वैक्सीनेशन का लक्ष्य गाजियाबाद में है बहुत दूर

गाजियाबाद द‍िल्‍ली से सटे यूपी के गाज‍ियाबाद जिले में कोरोना वैक्सीन की कमी की समस्या खत्म होती नजर नहीं आ रही है। जिस धीमी रफ्तार से जिल...

गाजियाबाद द‍िल्‍ली से सटे यूपी के गाज‍ियाबाद जिले में कोरोना वैक्सीन की कमी की समस्या खत्म होती नजर नहीं आ रही है। जिस धीमी रफ्तार से जिले में कोविड वैक्सीनेशन चल रहा है, उस हिसाब से लक्षित आबादी को दिसंबर या अगले साल जनवरी और फरवरी तक ही टीके लग सकेंगे। जबकि कई स्वास्थ्य संस्थाएं अगस्त और सितंबर में संक्रमण की तीसरी लहर आने की चेतावनी दे चुकी हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार ने भी तीसरी लहर को लेकर चेताया है। इसके बावजूद तीसरी लहर से पहले जिले में तय आबादी को टीका लगाने को लेकर पर्याप्त वैक्सीन नहीं मिल पा रही है। जिले में अब तक लगभग 12 लाख लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई गई है। इनमें से लगभग 5 लाख लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगी है। जबकि जिले में लगभग 23 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन किया जाना है। अभी तक 11 लाख से ज्यादा लोगों को पहली डोज और लगभग 18 लाख से ज्यादा लोगों को दूसरी डोज लगाई जानी है। जिले में प्रतिदिन औसतन 10 से 12 हजार लोगों को ही टीका लगाया जा रहा है। यदि यही रफ्तार रही तो लक्षित आबादी को वैक्सीन की दूसरी डोज देने में 6 महीने से भी ज्यादा समय लगेगा। जबकि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका अगस्त और सितंबर के बीच आने की आशंकाएं जताई जा रही हैं। सितंबर तक लगाया जाना था लक्षित आबादी को टीका केंद्र सरकार की नई वैक्सीन पॉलिसी के तहत जिले की लक्षित आबादी को सितंबर तक वैक्सीन की पहली डोज लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया था। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले में ना केवल वैक्सीनेशन सेंटर्स की संख्या बढ़ाई थी बल्कि निजी क्षेत्रों से भी 100 से ज्यादा स्टाफ नर्सों को नियुक्ति वैक्सीनेशन के लिए की थी। सरकारी स्कूलों के 100 से ज्यादा टीचर्स को भी वैक्सीनेशन में बतौर वेरीफायर के तौर पर तैनात किया गया है। अधिकारियों का दावा था कि सितंबर के अंत तक लक्षित आबादी को पहली डोज लगा दी जाएगी और दिसंबर तक सभी को दूसरी डोज भी दे दी जाएगी। जून के अंत में शुरू हुआ वैक्सीन का संकट जिले में 27 जून से वैक्सीन संकट शुरू हो गया था। जबकि 1 जुलाई से नई पॉलिसी के तहत वैक्सीनेशन किया जाना था। वैक्सीन की कमी के चलते जिले में बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन शुरू ही नहीं किया जा सका, बल्कि पहले से संचालित हो रहे कई सेंटर्स को बंद करना पड़ा। जिले में 1 जुलाई से औसतन 10000 डोज के हिसाब से वैक्सीन की सप्लाई मिल रही है। बुधवार और शनिवार को जिले में रोजाना की अपेक्षा कम वैक्सीनेशन किया जाता है। तीसरी लहर का भी खतरा दिल्ली और यूपी में अगस्त और सितंबर के बीच कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंकाएं जताई जा रही हैं। इससे बचने के लिए वैक्सीनेशन को ही सुरक्षा कवच माना जा रहा है, लेकिन सितंबर के तक जिले में लगभग 15 लाख लोगों को ही वैक्सीन की पहली डोज मिल सकेगी और लगभग 8 लाख लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज मिल सकेगी। यानी जिले की वैक्सीनेशन के लिए लक्षित लगभग 15 लाख लोगों को संक्रमण का खतरा रहेगा। यह है जिले में वैक्सीनेशन की रफ्तार 16 जनवरी - 2852 10 अप्रैल - 2 लाख 14 मई - 4 लाख 03 जून - 6 लाख 18 जून - 8 लाख 28 जून - 10 लाख 17 जुलाई- 12 लाख


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