Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

Breaking News:

latest

कोटा : दूसरों को फायर सिस्टम दुरुस्त रखने की नसीहत देने वाले निगम की खुली पोल, प्रशासन भवन में आग की चपेट में आया, तो फायर सिस्टम के नोजल मिले जाम

कोटा, अर्जुन अरविंद राजस्थान में नगर निगम अपनी संपत्ति को लेकर खुद कितने जिम्मेदार और सतर्क हैं। इसकी बानगी शनिवार को कोटा शहर में देखने क...

कोटा, अर्जुन अरविंदराजस्थान में नगर निगम अपनी संपत्ति को लेकर खुद कितने जिम्मेदार और सतर्क हैं। इसकी बानगी शनिवार को कोटा शहर में देखने को मिली। शनिवार का दिन होने के कारण निगम में अवकाश था। सुबह के वक्त कोटा उत्तर नगर निगम के हिस्से वाले राजीव गांधी निगम भवन के थर्ड फ्लोर के कमरा नंबर 303 में आग लग गई। आग नगर निगम के श्रीनाथपुरम व सब्जीमंडी फायर स्टेशनों की तीन दमकलों की मदद से बुझाई गई। बताते है कि आग से बंद कमरे में रखा निगम का रिकॉर्ड जल गया, साथ कम्प्यूटर टेबल भी जलकर राख हो गई। घोर लापरवाही नहीं चला फायर फाइटिंग सिस्टमबड़ी बात यह है कि दूसरे को दूसरों को नसीहत देने वाले निगम की लापरवाही भी इस अग्निकांड के बाद खुल गई। पता चला कि एक करोड़ रूपए की लागत से पिछले कांग्रेस शासन काल में बने भवन में फायर फाइटिंग सिस्टम लगा हुआ हैं, लेकिन जब आग लगी, तो यह बुझाने में काम नहीं आ सका। सिस्टम चैक हुआ, तो नोजल जाम मिले। ऐसे में आग को तत्काल बुझाने बाकी बिल्डिंग को आग से सुरक्षित बचाने के लिए तुरंत तीन दमकलों को मंगवाकर आग पर काबू पाया गया। इस घटनाक्रम के बाद देखना यह है कि नगर निगम खुद के घर मिली इस लापरवाही के लिए किसे जिम्मेदार ठहराएगा और कौनसी कार्रवाई अमल में लाएगा। जानिए जिम्मेदारों ने क्या कहा मामले को लेकर आयुक्त कीर्ति राठौड़ ने कहा कि आग से कोटा दक्षिण नगर निगम कोई रिकॉर्ड नहीं जला हैं। हालांकि यहां रखे कोटा उत्तर निगम के रिकॉर्ड को नुकसान हुआ हैं। इधर आयुक्त वासुदेव मालावत ने कहा कि जिस भवन में आग लगी , वहां दोनों निगमों के संयुक्त रूप से रिकॉर्ड रखे थे। आग से क्या कुछ जला है। यह जांच के बाद ही बता चलेगा। अभी यह कहना जल्दबाजी होगी। किसका क्या जला। फायर फाइटिंग सिस्टम को टेस्ट करवाया जाएगा। गफलत में बुला ली ज्यादा दमकलें घटनाक्रम को लेकर अग्निशमन अनुभाग के फायर ऑफिसर ने कहा कि आग ज्यादा बडी नहीं थी। कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया गया था। दमकलें गलफत में ज्यादा बुला ली गई थी। फायर फाइटिंग सिस्टम के नोजल नहीं चल रहे थे। सहायक अग्निशमन अधिकारी देवेंद्र गौत्तम ने कहा कि अवकाश होने की वजह से कमरे का ताला व खिडियों के शीशें तोडकर आग बुझाई गई थी। आग लगने पर संशयइधर जांच के बाद नई जानकारियां शंका पैदा कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार निगम के 303 नंबर कमरे में लगी आग को लेकर संशय से पैदा हो रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि शुरुआती घटनास्थल को देखने पर शॉट सर्किट के तथ्य नहीं मिले हैं। ऐसे में अंदेशा है कि सफाई टेंडर से जुड़ा रिकॉर्ड शनिवार को अवकाश पर दिन होंने से जानबूझकर तो नहीं जल दिया। इस मामले को लेकर निगम प्रशासन को जांच करने की जरूरत है। ऐसे में बड़े गड़बड़झाले की आशंका भी व्यक्त की जा रही है।


from Hindi Samachar: हिंदी समाचार, Samachar in Hindi, आज के ताजा हिंदी समाचार, Aaj Ki Taza Khabar, आज की ताजा खाबर, राज्य समाचार, शहर के समाचार - नवभारत टाइम्स https://ift.tt/3zyboIB
https://ift.tt/3rKFt5f

No comments