चंदन कुमार, बक्सर/जमशेदपुर झारखंड के जमशेदपुर में कभी अखिलेश सिंह गिरोह के सदस्य रहे और वर्तमान में अपना गैंग चला रहे बक्सर के गैंगस्टर ...

चंदन कुमार, बक्सर/जमशेदपुर झारखंड के जमशेदपुर में कभी अखिलेश सिंह गिरोह के सदस्य रहे और वर्तमान में अपना गैंग चला रहे बक्सर के गैंगस्टर को पंजाब में गिरफ्तार कर लिया गया। झारखंड और पंजाब पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में संगरूर के एक होटल में दबोचा गया। सुधीर दूबे पर हत्या, रंगदारी आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं। उसको आजीवन कारावास की सजा भी सुनाई गई है। हालांकि बाद में जमानत मिल गई थी। फिर अप्रैल 2020 में हुए गैंगवार में नाम आने के बाद वो फरार हो गया। सुधीर और अखिलेश: दोस्ती से दुश्मनी तक बक्सर के ही गैगस्टर अखिलेश सिंह के गैंग का सुधीर सदस्य था। बाद में अपना गैंग बना लिया। कभी एक दांत की रोटी खाने वाले अखिलेश और सुधीर बाद के दिनों में एक-दूसरे के जानी दुश्मन बन गए। पुराने दिनों में अखिलेश के मुख्य शूटर के रूप में काम करने वाला सुधीर देखते ही देखते अपराध की दुनिया का बेताज बादशाह बन गया। अपना अलग गैंग बना लिया, जिसकी तूती अब जमशेदपुर जैसे शहर में सिर चढ़कर बोलती है। पांच साल पहले सुधीर ने अपने गांव ढकाइच में बहन की शादी के दौरान ऑटोमेटिक रायफल से हजारों राउंड फायरिंग की थी। सूत्रों कि मानें तो जमशेदपुर जैसे लौहनगरी से सुधीर को अच्छे-खासे पैसे रंगदारी के रूप में आने लगे थे। जिससे वो लगातार अखिलेश गिरोह के सदस्यों को तोड़कर अपने गैंग में शामिल करने लगा था। बाद में राज्य के एक पूर्व मुख्यमंत्री का संरक्षण सुधीर को मिलने की बात सामने आई थी। क्योंकि उस पूर्व मुख्यमंत्री के एक पुराने अंगरक्षक का बेटा भी सुधीर गैंग का खास सदस्य है। वहीं वतर्मान में सुधीर दूबे के ऊपर दर्जनों मामले दर्ज हैं। करीब एक दर्जन हथियार बंद शूटरों से घिरे रहने वाला सुधीर आज अकूत संपत्ति का मालिक भी है। होटल में आराम करने के दौरान हुई गिरफ्तारी 29 अप्रैल 2020 को जमशेदपुर के सीतारामडेरा के नीति बाग कॉलोनी गेट पर अखिलेश गिरोह के करीब 40 से अधिक अपराधी सुधीर दूबे के भाई पर हमला करने पहुंचे थे। सुधीर दूबे गैंग ने भी जवाबी कार्रवाई की थी। दोनों से तरफ से हुई गोलीबारी में अखिलेश सिंह गिरोह के शार्प शूटर कन्हैया सिंह, सचिन, विक्रम, सोमनाथ, अंशु चौहान, राजकुमार और सोनू घायल हुए थे। बताया जाता है कि सुधीर दूबे गैंग ने कार्बाइन से हमला किया था। इस मामले में 13 लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। उनमें से कुछ को गिरफ्तार कर लिया गया। कुछ ने आत्मसमर्पण किया था। उस मुठभेड़ के बाद सुधीर दूबे लगातार फरार चल रहा था। झारखंड पुलिस को उसके पंजाब के संगरूर स्थित एक होटल में ठहरने की जानकारी मिली थी। इसके बाद पंजाब पुलिस के सहयोग से गुरुवार रात करीब एक बजे होटल की घेराबंदी कर दबोचा गया। उसकी गिरफ्तारी तब हुई जब वो खाना खाने के बाद होटल में आराम कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी के बाद झारखंड पुलिस ने राहत की सांस ली है क्योंकि उसके पकड़े जाने से गैंगवार थमने के आसार नजर आने लगे हैं। सुधीर और अखिलेश दोनों बक्सर के रहनेवाले सुधीर दूबे मूल रूप से बक्सर जिले के कृष्णाब्रह्म थाने के दिया-ढकाइच का निवासी है। जमशेदपुर के सोनारी निवासी अमित राय की हत्या में पुलिस ने उसे भोजपुर जिले के शाहपुर से 24 दिसंबर 2016 को गिरफ्तार किया था। उस समय एनकाउंटर की अफवाह उड़ी थी। बाद में सुधीर को झारखंड पुलिस अपने साथ लेकर चली गई। 17 अक्टूबर 2019 को हजारीबाग जेल से वह जमानत पर रिहा हुआ था। अमित राय की हत्या में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। इसमें अपील के आधार पर फिलहाल वो जमानत पर था। लेकिन पिछले साल जमशेदपुर में गैंगवार की घटना के बाद वो फरार हो गया। सुधीर के खिलाफ रिटायर्ड जज आरपी रवि पर साकची जेल चौक पर फायरिंग, अमित राय पर साकची में फायरिंग, सोनारी में हत्या समेत दर्जनों मामले दर्ज हैं। सुधीर दूबे गैंग का प्रतिद्वंदी अखिलेश सिंह भी मूल रूप से बक्सर जिले के सिमरी थाना के नगवा गांव का रहनेवाला है।
from Hindi Samachar: हिंदी समाचार, Samachar in Hindi, आज के ताजा हिंदी समाचार, Aaj Ki Taza Khabar, आज की ताजा खाबर, राज्य समाचार, शहर के समाचार - नवभारत टाइम्स https://ift.tt/3dDRQKd
https://ift.tt/3htnF9J
No comments