नोएडा नोएडा में बच्चियों और नौकरानी को गनपॉइंट पर लेकर आरएसएस पदाधिकारी के घर पर लूट करने वाले बाबा गैंग के छह बदमाशों को शुक्रवार देर रा...

नोएडा नोएडा में बच्चियों और नौकरानी को गनपॉइंट पर लेकर आरएसएस पदाधिकारी के घर पर लूट करने वाले बाबा गैंग के छह बदमाशों को शुक्रवार देर रात पुलिस ने दबोच लिया। वारदात की योजना में शामिल चार अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें दबिश दे रही हैं। आरएसएस पदाधिकारी के पड़ोस में रहने वाले चौकीदार के बेटे विशाल ने वारदात का प्लान बनाया था। आरोपितों के कब्जे से लूट का सामान, नकदी और हथियार बरामद किया गया है। सेक्टर 55 में रहने वाले कर्णवीर अनेजा के घर 27 जुलाई की शाम चार बदमाशों ने धावा बोलकर तीन बेटियों और एक घरेलू सहायिका को गनपॉइंट पर बंधक बनाकर लूट की थी। लूट के बाद बदमाश एक ऑटो रिक्शा से फरार हो गए थे। पुलिस का कहना है कि इन लोगों ने गनपॉइंट पर 12 घरों में लूट की योजना बनाई थी लेकिन पहली में ही पकड़े गए। ये मास्टरमाइंड के बगल का घर था, इसलिए पहले वहां की लूट डीसीपी नोएडा राजेश एस ने बताया कि घटना में शामिल छह बदमाशों को सेक्टर 54 स्थित जंगल के पास से गिरफ्तार किया गया है। बदमाशों की पहचान बुलंदशहर निवासी विक्रम व कुशाल शर्मा, गाजियाबाद निवासी सचिन, नितिन, रोहित और सेक्टर 55 में रहने वाले विशाल के रूप में हुई है। घटना में शामिल मोनू, हर्षित, गौतम और विष्णु नामक युवक फरार हैं। अडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने बताया कि आरएसएस पदाधिकारी के घर के बगल में रहने वाला व्यक्ति आर्टिफिशल जूलरी की कंपनी में नौकरी करता है। उसने ही घर की रेकी की थी। करीब 10 दिन पहले आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर खोड़ा में विष्णु की चाऊमिन की दुकान पर लूटपाट की योजना बनाई थी। दुकान पर कुल 12 घरों में गनपॉइंट पर लूटपाट करने का खाका तैयार किया गया था। विशाल पीड़ित के घर के बगल का था, इसलिए मजबूत इनपुट के कारण आरएसएस पदाधिकारी के घर में पहली वारदात करने का प्लान बना। घटना वाले दिन मोनू, हर्षित, विष्णु और विक्रम घर के अंदर घुस थे और वारदात को अंजाम दिया था। वहीं विशाल, नितिन, सचिन, रोहित, कुशाल और गौतम ने घर के बाहर अलग-अलग जगह पर खड़े होकर रेकी की थी। एसीपी नोएडा रजनीश वर्मा ने बताया कि मामले की जांच के लिए पांच टीम गठित की थी। करीब 150 सीसीटीवी फुटेज, इलेक्ट्रानिक सर्विलांस, 25 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ और लोकल इंटेलिजेंस से मिले इनपुट के आधार घटना का पर्दाफाश किया है। मौज-मस्ती के लिए चाहिए थे पैसे घटना में शामिल हर्षित, मोनू और गौतम इससे पहले गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली में चोरी और लूट के मामले में जेल जा चुके हैं। तीनों ने कुछ माह पहले गाजियाबाद में आभूषण लुटे थे और उसके बाद जेल भेज दिए गए थे। तीनों पैरोल पर बाहर आए थे और फिर से लूटपाट करनी शुरू कर दी। सभी आरोपितों की आयु 21 से 26 साल के बीच है। पुलिस ने बताया कि आरोपितों को शराब, ड्रग्स, हुक्काबार और लड़कियों संग पार्टी करने का शौक था। मौज-मस्ती में पैसे कम पड़ने के कारण ये लोग लूटपाट करते थे। पुलिस टीम को 25 हजार का इनाम मोनू और बाबा ने यह गैंग बनाया है जिसमें उसने ठेली सहित दुकानों में काम करने वाले युवाओं को इसमें शामिल किया है। घटना के बाद छह अलग-अलग लोग मुख्य आरोपितों को पल-पल की जानकारी दे रहे थे। मोनू, हर्षित और गौतम घर में घुसते हैं और इसके एवज में सबसे ज्यादा हिस्सा लेते हैं। लूट की घटना का खुलासा करने वाली टीम को पुलिस विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने 25 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है। दोपहर के सवा दो बजे घटना में शामिल छह बदमाशों के चेहरे पर नकाब डालकर पुलिस की टीम उन्हें सभागार में लाई। मीडिया और पुलिस के अधिकारियों के साथ सभागार में पीड़ित का परिवार और उनके कुछ दोस्त भी बैठे थे। बच्चियों की मां और दादी की आंखें विशाल पर ही टिकी रहीं। मास्क पर गिरी आंसू की बूंदों को बच्चियों की मां ने रुमाल से हटाया। पूरे 45 मिनट तक चले कार्यक्रम में दोनों मौन रहती हैं। बाहर निकलते ही पीड़ित की पत्नी कहती हैं कि विशाल तो मेरे बच्चे जैसा था। उसका छोटा भाई घर भी आता-जाता था। जब अपने ही अपने न रहें तो दुनिया से विश्वास हट जाता है। मुझे लूट का उतना अफसोस नहीं है जितना इस घटना में विशाल के शामिल होने का है। किसी गैर पर अब आगे से विश्वास कर पाना मेरे लिए बहुत मुश्किल है।
from Hindi Samachar: हिंदी समाचार, Samachar in Hindi, आज के ताजा हिंदी समाचार, Aaj Ki Taza Khabar, आज की ताजा खाबर, राज्य समाचार, शहर के समाचार - नवभारत टाइम्स https://ift.tt/37rvzMx
https://ift.tt/37c2DrB
No comments