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आईआईटी इंदौर के छात्रों की चांदी, 26 को 40-40 लाख रुपये सालाना पैकेज की नौकरी मिली

इंदौर कोरोना काल में लोगों की नौकरियां जा रही हैं। देश में बेरोजगारी दर बढ़ रही है। इन खबरों के बीच आईआईटी इंदौर (Good News From Indore) ...

इंदौर कोरोना काल में लोगों की नौकरियां जा रही हैं। देश में बेरोजगारी दर बढ़ रही है। इन खबरों के बीच आईआईटी इंदौर (Good News From Indore) से अच्छी खबर आई है। कोरोना के इस दौरान में भी वहां के छात्रों की चांदी है। जापान की कंपनी राकुटेन ने वहां के 26 छात्रों को 40-40 रुपये का सालाना पैकेज दिया है। अगले साल ये सभी छात्र अपनी नौकरी ज्वाइन करेंगे। प्लेसमेंट पाने वाले छात्रों में 24 बीटेक के और दो एमटेक के हैं। इंदौर आईआईटी के सभी छात्रों का चयन जापान की ई-कॉमर्स कंपनी राकुटेन में प्लेसमेंट हुआ है। इसके साथ ही यह कंपनी मोबाइल नेटवर्क और कम्युनिकेशन के सेक्टर में भी काम करती है। माना जा रहा है कि कोरोना के बाद इंदौर आईआईटी में सबसे बड़ा कैंपस सेलेक्शन हुआ है। राकुटेन कंपनी की तरफ से सेलेक्ट हुए छात्रों की सूची आईआईटी इंदौर को सौंप दी गई है। कंपनी तीन से चार दिनों में सभी छात्रों को ऑफर लेटर दे देगी। ऑनलाइन कैंपस ड्राइव में प्लेसमेंट दरअसल, आईआईटी इंदौर में हर साल देश दुनिया की बड़ी कंपनियां कैंपस सेलेक्शन के लिए आती हैं। कोरोना की वजह से ऑनलाइन कैंपस ड्राइव इस बार हुआ था। राकुटेन कंपनी की तरफ से सभी ब्रांच के छात्रों को इस कैंपस ड्राइव में शामिल होने की अनुमति दी गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पहले चरण के बाद आईआईटी इंदौर के 48 छात्रों को इंटरव्यू के लिए शॉर्ट लिस्ट किया गया था। फाइनल सूची आने के बाद 26 छात्रों का चयन कंपनी ने किया है। राकुटेन कंपनी में सेलेक्ट होने वाले छात्रों में इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, सिविल और सीएस आदि ब्रांच के छात्र हैं। अभी इन छात्रों की पढ़ाई एक साल बची हुई है। पढ़ाई पूरी होने के बाद ये छात्र कंपनी में ज्वाइन करेंगे। इंडिया में राकुटेन कंपनी का मुख्यालय बेंगलुरू में है। यह कंपनी कई सेक्टर में काम करती है। जापान की अलीबाबा है यह कंपनी राकुटेन की शुरुआत 1997 में एक छोटी ऑनलाइन मार्केटप्लेस के रूप में करीब आधा दर्जन कर्मचारियों के साथ हुई थी। अभी उसमें 12,000 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं और उसकी सेल्स 5 अरब डॉलर से ज्यादा है। जापान के ईकॉमर्स बिजनेस का करीब एक चौथाई हिस्सा इसके पास है। जापान में यह एमेजॉन से आगे है। भारत में 2014 यह कंपनी इंट्री की है।


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