Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

Breaking News:

latest

कन्हैया कुमार वाम को बोलेंगे बाय-बाय और थामेंगे 'हाथ', राहुल गांधी से मीटिंग के क्या हैं मायने?

बेगूसराय/नई दिल्ली कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) नेता कन्हैया कुमार क्या कांग्रेस ज्वाइन करने वाले हैं। यह सवाल बिहार के राजनीतिक गलि...

बेगूसराय/नई दिल्ली कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) नेता कन्हैया कुमार क्या कांग्रेस ज्वाइन करने वाले हैं। यह सवाल बिहार के राजनीतिक गलियारे में पिछले 24 घंटे में चर्चा का विषय बना हुआ है। वाम नेता कन्हैया कुमार के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से दो बार मुलाकात की खबरों के चलते यह अटकलें जोर पकड़ी हैं। सूत्रों के हवाले से ये भी कहा जा रहा है कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मौजूदगी में राहुल गांधी और कन्हैया कुमार की दो बार मुलाकात हो चुकी है। प्रशांत ने कन्हैया को बिहार में कांग्रेस का चेहरा बनाने का दिया आइडिया?सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि प्रशांत किशोर ने कांग्रेस से कहा है कि अगर वह केंद्र में सरकार बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले पार्टी को उत्तर प्रदेश और बिहार में दोबारा से खड़ा करना होगा। उन्होंने बिहार में कांग्रेस को आइडिया दिया है कि वह कन्हैया कुमार जैसे युवा नेता को पार्टी का चेहरा बनाएं। उन्होंने ये भी आइडिया दिया है कि कन्हैया कुमार को कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार कांग्रेस का चेहरा बनाकर लॉन्च करे। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने इस आइडिया पर हामी भरी है या नहीं। क्यों कांग्रेस में राह तलाश रहे कन्हैया? वाम नेता कन्हैया कुमार जब से 2019 के लोकसभा चुनाव में बेगुसराय सीट से बीजेपी के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह से पराजित हुए हैं, तब से पार्टी के अंदर सवाल उठ रहे हैं। पार्टी वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि पार्टी कन्हैया जैसे कम अनुभवी चेहरे पर कुछ ज्यादा ही यकीन कर रही है। इससे पार्टी को और ज्यादा नुकसान होगा। इतना ही नहीं, अनुशासनहीनता को लेकर CPI की हैदराबाद में हुई बैठक में कन्हैया कुमार के खिलाफ निंदा प्रस्‍ताव पारित किया गया है, जिसके बाद युवा नेता ने पार्टी मुख्यालय में अपना दफ्तर खाली कर दिया है। कन्हैया को चेहरा बनाने के पीछे कांग्रेस का क्या है मकसद? बिहार में इस वक्त नई पीढ़ी के नेताओं का दौर शुरू हो चुका है। मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी की कमान तेजस्वी यादव, एलजेपी का चेहरा चिराग पासवान, बीजेपी में नित्यानंद राय जैसे चेहरे आगे किए जा चुके हैं। वहीं जेडीयू ने भी राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर जाहिर कर दिया है कि वह केवल ओबीसी वोटरों पर फोकस राजनीति नहीं करेगी। वहीं कांग्रेस में ज्यादातर उम्र दराज चेहरे ही नजर आते हैं। अशोक चौधरी जैसे युवा नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाने से कांग्रेस को 2015 के विधानसभा चुनाव में फायदा हुआ था, लेकिन वह भी अब जेडीयू में जाकर नीतीश कुमार के खास बन गए हैं। 2015 विधानसभा चुनाव में जब RJD और JDU के साथ कांग्रेस महागठबंधन का हिस्सा बनी तो पार्टी को 27 सीटों पर जीत मिली थी। 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में रहने के बाद भी कांग्रेस महज 19 सीटें जीत सकी। वहीं, लोकसभा चुनाव 2019 में तो कांग्रेस को बिहार में एक सीट मिली थी। इसलिए कांग्रेस लगातार बिहार में संगठन को मजबूत करने के लिए दमदार युवा चेहरे की तलाश कर रहे हैं। कांग्रेस यूपी बिहार जैसे राज्यों में उच्च जाति के वोटरों को अपने साथ जोड़ने के मिशन पर काम कर रही है। उस लिहाज से भी कन्हैया कुमार सटीक चेहरा बन सकते हैं। कन्हैया भूमिहार समाज से आते हैं और 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में लगातार बातें उठती रही कि इस जाति के वोटर बीजेपी से अलग हो रहे हैं। इसके अलावा भूमिहारों का एक बड़ा वोट बैंक एलजेपी के साथ भी है। इसी बात को भांपते हुए नीतीश ने भूमिहार समाज से आने वाले ललन सिंह को पाट्री का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया है। ऐसे में कांग्रेस कन्हैया कुमार को चेहरा बनाकर उच्च जाति के वोटरों को साथ लाने की कोशिश कर सकती है। लालू यादव के पैर छू चुके हैं कन्हैया कुमार दिल्ली के जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी करने के मामले को लेकर कन्हैया कुमार सुर्खियों में आए थे। पूरे प्रकरण के बाद वह आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव के पैर छूते भी देखे गए थे। लेकिन आरजेडी ने उन्हें शायद ज्यादा तवज्जो इसलिए नहीं दिया क्योंकि पार्टी तेजस्वी यादव के रहते किसी और युवा चेहरे को आगे करने का जोखिम उठाना नहीं चाहती है। वहीं कई मौकों पर साथ देने के बाद भी नीतीश कुमार ने कन्हैया कुमार को अपने पास फटकने नहीं दिया है। ऐसे में कन्हैया कुमार को अगर राजनीति में टिके रहना है तो बिहार कांग्रेस ही एक मात्र विकल्प दिखता है।


from Hindi Samachar: हिंदी समाचार, Samachar in Hindi, आज के ताजा हिंदी समाचार, Aaj Ki Taza Khabar, आज की ताजा खाबर, राज्य समाचार, शहर के समाचार - नवभारत टाइम्स https://ift.tt/38UgpQC
https://ift.tt/3jUKDZW

No comments