पटना आज कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। 2016 में कथित तौर पर जेएनयू में देश विरोधी नारे लगाने के बाद कन्हैया कुमार सुर्खियों में आए थे। इस...
पटना आज कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। 2016 में कथित तौर पर जेएनयू में देश विरोधी नारे लगाने के बाद कन्हैया कुमार सुर्खियों में आए थे। इसके बाद से कई विवादित बयान दिए। खासकर उनके निशाने पर नरेंद्र मोदी और अमित शाह रहते हैं। जानते हैं उनके पांच सबसे बड़े विवादित बयान। विवादित बयान नंबर- 1 2015 में जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) छात्रसंघ के अध्यक्ष पद के लिए कन्हैया कुमार चुने गए थे। 9 फरवरी 2016 को जेएनयू में एक कश्मीरी अलगाववादी मोहम्मद अफजल गुरु को फांसी के खिलाफ एक छात्र रैली में राष्ट्रविरोधी नारे लगाने के आरोप में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था। 2 मार्च 2016 में अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया। कन्हैया कुमार की अगवानी में 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' और 'अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं' के नारे लगाने के आरोप लगे थे। हालांकि कोर्ट ने सबूतों के अभाव में उन्हें छोड़ दिया। विवादित बयान नंबर- 2 जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे कन्हैया कुमार ने भारतीय सेना के खिलाफ 8 मार्च 2016 को दिल्ली में विवादित बयान दिया था। कन्हैया ने कश्मीर का जिक्र करते हुए कहा था कि कश्मीर में सेना महिलाओं से बलात्कार करती है। सुरक्षा के नाम पर जवान महिलाओं का बलात्कार करते हैं। कन्हैया ने कहा कि कश्मीर में सेना महिलाओं पर अत्याचार करती है। उन्होंने कहा कि वे सुरक्षाबलों का सम्मान करते है। लेकिन जब वे कश्मीर का जिक्र किए तो सेना पर आरोप लगाते हुए कह दिया कि वहां सेना बलात्कार करती है। विवादित बयान नंबर- 3 कन्हैया कुमार ने 10 अप्रैल 2016 को दिल्ली में कहा था कि वे ( बीजेपी) कहते हैं कि आपको 'भारत माता की जय' बोलना पड़ेगा। तो मैंने सोचा कि जब मैं शादी करूंगा तो मैं अपनी पत्नी को सुझाव दूंगा कि वह अपना नाम 'भारत माता की जय' रख ले। मैं अपने बच्चों के नाम भी 'भारत माता की जय' रख दूंगा और अपना नाम भी 'भारत माता की जय' रख लूंगा। जब मेरे बच्चे स्कूल जाएंगे और शिक्षक उनसे उनके माता-पिता का नाम पूछेंगे तो जवाब में वे कहेंगे 'भारत माता की जय'। इस तरह उन्हें नि:शुल्क शिक्षा मिलेगी और उन्हें फीस नहीं भरनी पड़ेगी।' विवादित बयान नंबर- 4 जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के ट्विटर हैंडल से 4 फरवरी 2020 को एक विवादित ट्वीट किया गया, जिसमें आरएसएस पर हमला बोला गया था। उन्होंने आरएसएस को धर्म का धंधा करनेवाला बताया था। कन्हैया ने ट्वीट में कहा था कि 'हिंदू होने और संघी होने में क्या फर्क है? हिंदुओं के लिए धर्म आस्था है और संघियों के लिए धंधा।' कन्हैया के इस ट्वीट के बाद बिहार के सुपौल में उनके काफिले पर हमला भी किया गया था। विवादित बयान नंबर-5 16 फरवरी 2020 को बिहार के नालंदा में कन्हैया कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने अमित शाह को सीधे तौर पर ललकारते हुए कहा कि अगर धर्म के आधार पर किसी की भी नागरिकता ली जाएगी तो अमित शाह हम बता देते हैं कि मैं बिहार की धरती से हूं। हम भी छठी के दूध याद दिला देंगे। धर्म के आधार पर देश का विभाजन करने की साजिश रची जा रही है, धर्म के आधार पर लोगों की नागरिकता और उनका अधिकार छीनने की कोशिश हो रही है, उनके खिलाफ थे और है।'
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