औरंगाबाद बिहार तीन हफ्ते में तीसरी बार शर्मसार हो चुका है। सरकार को बिहार की आधी आबादी की सिर्फ चिंता है लेकिन सुरक्षा देने के नाम पर कोई...
औरंगाबाद बिहार तीन हफ्ते में तीसरी बार शर्मसार हो चुका है। सरकार को बिहार की आधी आबादी की सिर्फ चिंता है लेकिन सुरक्षा देने के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं दिख रही। औरंगाबाद का शर्मनाक मामला इसकी गवाही दे रहा है। यहां एक लड़की के साथ 5 लड़कों ने गैंगरेप किया और इसके बाद उसकी जान तक लेने की तैयारी थी। गैंगरेप से फिर शर्मसार बिहार16 अक्टूबर को बिहार का औरंगाबाद गैंगरेप की वारदात से शर्मसार हो गया। मामला मदनपुर इलाके का है जहां शनिवार को 19 साल की लड़की अपने पड़ोसी के घर जा रही थी। तभी उसे 5 लड़कों ने घेर लिया और उसके मुंह पर कुछ स्प्रे कर उसे बेहोश कर दिया। इसके बाद आरोपी उसे सुनसान जगह पर एक कमरे में ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इस दौरान लड़की को होश आ गया और उसने बचने के लिए गुहार तक लगाई लेकिन सुनसान इलाके की वजह से किसी को इसका पता नहीं चल पाया। हत्या करने के लिए ले जा रहे थे आरोपी गैंगरेप के बाद पांचों आरोपी लड़के पीड़ित की हत्या करने का प्लान तक बना चुके थे। इसी को अंजाम देने के लिए पीड़ित लड़की को सभी आरोपियों ने मिलकर गाड़ी में बिठाया और उसे किसी और जगह ले जाने लगे। लेकिन गाड़ी में बेसुध लड़की को देख इलाके में ही गश्त कर रही मुफ्फसिल थाने की पुलिस टीम को शक हो गया। इसके बाद गाड़ी का पीछा किया गया। आखिर में पुलिस ने गाड़ी को घेर लिया और मौके से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन बाकी के दो आरोपी फरार हो गए। पूछताछ में लड़की ने किया हैवानियत का खुलासा इसके बाद जब लड़की से पूछताछ की गई तो उसने गैंगरेप की वारदात का खुलासा किया। इसे जानकर पुलिस भी सन्न रह गई। फिलहाल पुलिस ने लड़की को महिला थाने पहुंचा दिया है। लड़की का मेडिकल टेस्ट कराया जा रहा है और दूसरी तरफ गिरफ्तार तीन आरोपियों से पूछताछ भी जारी है। अस्पताल पहुंचे बीजेपी सांसद इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह अस्पताल पहुंचे। यहां पीड़िता के परिवार ने उनसे मुलाकात कर इंसाफ कराने की गुहार लगाई। इसके बाद सांसद सुशील सिंह ने जिले के एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा से मोबाइल पर बात की और परिजनों को न्याय का भरोसा दिलाया। तीन हफ्ते में तीन गैंगरेप, नीतीश राज में ये क्या हो रहा है? बिहार की नीतीश सरकार हर बार आधी आबादी की चिंता की बात करती है। कहा जाता है कि राज्य में महिलाओं को हर सुविधा दी जा रही है लेकिन सवाल ये है कि सुरक्षा का क्या? यकीन न हो तो इन तीन वारदातों पर नजर डाल लीजिए। 26 सितंबर 2021- पटना में गैंगरेप: बिहार की राजधानी पटना में 26 सितंबर की रात एक गर्भवती महिला के साथ गैंगरेप की शर्मनाक वारदात को अंजाम दिया गया। ये वारदात बेऊर थाना इलाके में शनिवार की रात अंजाम दी गई जब महिला घर से खाना खाकर टहलने के लिए निकली थी। इसी दौरान तीन लोगों ने उसे अगवा कर लिया और एक सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पूरी खबर के लिए क्लिक करें यहां- 11 अक्टूबर 2021 - बेगूसराय में गैंगरेप: नवरात्र के दौरान जहां लोग महिला शक्ति के रूप में मां दुर्गा की पूजा अर्चना में लगे थे। इसी दौरान बिहार के बेगूसराय में सनसनीखेज वारदात सामने आई। कुछ दरिंदों ने 14 वर्षीय नाबालिग किशोरी का ना सिर्फ अपहरण किया बल्कि दो युवकों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। वारदात के बाद उसे सुबह में सूनसान जगह पर छोड़ दिया गया। वहीं इस मामले में पुलिस की संवेदनहीनता भी सामने आई है। पूरी खबर पढ़ें यहां- बीजेपी सांसद से भी सवाल बिहार में JDU-BJP के NDA गठबंधन की ही सरकार है, ऐसे में सवाल तो जिले के सांसद सुशील कुमार सिंह से भी हैं कि क्यों उनकी ही सरकार महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हो रही है। आखिर इसकी वजह क्या है... क्या बिहार में पुलिस का इकबाल खत्म हो चुका है? क्या अपराधियों को अब कानून के राज का डर नहीं रहा? या फिर सुशासन बीते दौर की बात बनकर रह गया है? -औरंगाबाद से आकाश कुमार के इनपुट के साथ
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