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14 लोगों की हत्‍या पर उबल रहा नगालैंड...जवानों की गाड़ियां फूंकी, इंटरनेट पर पाबंदी

कोहिमा में शनिवार रात सुरक्षाबलों के एक ऑपरेशन में 14 नागरिकों की मौत के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। प्रदर्शनकारियों ने असम रायफल्स ...

कोहिमा में शनिवार रात सुरक्षाबलों के एक ऑपरेशन में 14 नागरिकों की मौत के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। प्रदर्शनकारियों ने असम रायफल्स के कैंप का घेराव कर लिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रदर्शनकारी कैंप में घुस गए और उसके कुछ हिस्से में आग लगा दी। मोन जिले ( Mon incident) में घटना को लेकर गुस्साई भीड़ ने रविवार दोपहर असम राइफल्स के शिविर और कोन्याक यूनियन के कार्यालय में भी तोड़फोड़ की। जिले में हालात नाजुक बने हुए हैं। घटना के कारण मोबाइल इंटरनेट सेवाएं और बल्क मैसेजिंग सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। रविवार को हुई हिंसा में प्रदर्शनकारियों ने असम रायफल्स के कैंप का घेराव किया। तमाम युवक कैंप के अंदर घुस गए और वहां कुछ हिस्सों में आग लगा दी। सूत्रों का कहना है कि भीड़ की ओर से पत्थरबाजी भी की गई। आत्मरक्षा में भीड़ को खदेड़ने के लिए हवा में फायरिंग की गई। इस घटना में 6 स्थानीय नागरिक और 7 प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गुस्साई भीड़ ने नागरिकों की मौत के बाद सेना के वाहनों को मौके पर ही घेर लिया और उसके बाद हुई लड़ाई में एक सैनिक की मौत हो गई और कम से कम तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस अधिकारी बोले हालात पूरी तरह काबू में हैं इसके साथ ही भीड़ ने तोड़फोड़ करते हुए सुरक्षाबलों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई किए जाने की मांग की। तोड़फोड़ की विडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही है, जबकि अधिकारियों ने जिले में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। अभी यह पता नहीं चला है कि क्या तोड़फोड़ की इन घटनाओं में कोई हताहत हुआ है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि हालात काबू में हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है। 'नगालैंड में फिलहाल पूरी तरह शांति है' नगालैंड के डीजीपी (जेल, होमगार्ड और अपराध) रुपिन शर्मा ने एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में बताया कि शनिवार की घटना के बाद से राज्य में फिलहाल शांति है। उन्होंने कहा, 'अभी हमारे पास मामले की बहुत ज्यादा डिटेल्स नहीं हैं, मगर कानून-व्यवस्था की बात करें तो राज्य में कहीं ऐसी कोई समस्या नहीं आई है। नगालैंड में पूरी तरह शांति है।' मुख्यमंत्री ने किया जांच कराने का वादा वहीं, नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने का वादा किया और समाज के सभी वर्गों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया। ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स ऑर्गेनाइजेशन’ (ईएनपीओ) ने इस घटना के विरोध में क्षेत्र के छह जनजातीय समुदायों से राज्य के सबसे बड़े पर्यटन कार्यक्रम ‘हॉर्नबिल’ महोत्सव से भागीदारी वापस लेने का आग्रह किया। संगठन ने एक बयान जारी कर घटना के खिलाफ काले झंडे लगाने को कहा। नगालैंड पुलिस ने 21 पैरा SF की यूनिट के खिलाफ FIR दर्ज की मोन जिले में 14 नागरिकों की हत्या के मामले में नगालैंड पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज कर ली है। पुलिस ने भारतीय सेना के 21 पैरा SF के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में नगालैंड पुलिस ने आर्मी यूनिट के खिलाफ आरोप लगाया है कि 21 पैरा SF ने असम सीमा के पास नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग में अंधाधुंध फायरिंग की, जिसके चलते 13 ग्रामीणों की मौत हो गई। एफआईआर में पुलिस ने आरोप लगाया है कि सुरक्षाबलों का इरादा नागरिकों की हत्या करना और उन्हें घायल करना ही था। जिन्हें उग्रवादी समझ चलाई थी गोली, वे मजदूर निकलेपुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना ओटिंग और तिरु गांवों के बीच हुई, जब कुछ दिहाड़ी मजदूर शनिवार शाम एक पिकअप वैन के जरिए एक कोयला खदान से घर लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन (के) के युंग ओंग धड़े के उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिलने के बाद इलाके में सुरक्षाकर्मी अभियान चला रहे थे। सूत्रों ने बताया कि एक गुप्त सूचना पर सुरक्षा बलों ने तिरु-ओटिंग सड़क पर घात लगाकर हमला करने की योजना बनाई थी। सुरक्षा बलों को जिस रंग की गाड़ी के बारे में बताया गया था, उसी रंग की गाड़ी वहां से गुजरी। सैनिकों ने गाड़ी को रुकने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं रुकी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने फायरिंग शुरू कर दी। बाद में पास जाकर देखा, तो पता चला कि गाड़ी में मारे गए 6 लोग मजदूर हैं। BJP नेता के साथी की मौतनगालैंड में भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष न्यावांग कोन्याकी ने सेना पर फायरिंग का आरोप लगाया है। मोन जिले के BJP नेता ने कहा कि शनिवार को वे कहीं जा रहे थे, इस दौरान सेना ने उन पर फायरिंग की। इसमें उनके साथी की मौत हो गई। सेना ने जताया खेद, शाह ने कहा- न्याय मिलेगासेना ने घटना की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ का आदेश देते हुए बताया कि इस दौरान एक सैन्यकर्मी की मौत हो गई और कई अन्य सैनिक घायल हो गए। इसने कहा कि यह घटना और उसके बाद जो हुआ, वह ‘अत्यंत खेदजनक’ है। लोगों की मौत होने की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे को घटना की जानकारी दी गई है। गृह मंत्री अमित शाह ने भी शोक प्रकट किया और ट्वीट कर घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, 'राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्चस्तरीय एसआईटी इस घटना की गहन जांच करेगी, जिससे शोक संतप्त परिवारों को न्याय सुनिश्चित किया जा सके।' गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को संसद में नगालैंड की घटना पर अपना बयान भी देंगे। ममता बोलीं- जांच हो, ओवैसी बोले- शाह को हटाएंइस मामले पर राजनीति तेज हो गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने घटना की व्यापक जांच कराने की मांग की है। वहीं ओवैसी ने ट्वीट किया कि गृहमंत्री अमित शाह को बर्खास्त किया जाना चाहिए। फ्रिंज समूहों के साथ उनके सभी शांति समझौते धोखा देने के लिए थे। नवंबर में मणिपुर में विद्रोहियों ने 7 अधिकारी को मार दिया था। नॉर्थ ईस्ट में में शांति नहीं, केवल हिंसा है। (एजेंसी इनपुट्स के साथ)


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