बैतूल पुलिस ने रेलकर्मी (Railway Worker Murder Case) के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है। वहीं, इस हत्या के पीछे की वजह चौंकाने वाली है। प...

बैतूल पुलिस ने रेलकर्मी (Railway Worker Murder Case) के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है। वहीं, इस हत्या के पीछे की वजह चौंकाने वाली है। पत्नी ने ही मृतक के जीजा से अपने पति की हत्या करवाई है। लाश को घर से कुछ दूर दो रिश्तेदारों की मदद से फेंक दिया। इसके बाद सुबह में ड्रामा करते हुए शव को अस्पताल लेकर पहुंची थी। पुलिस ने पत्नी सहित चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार गोविंद कॉलोनी आमला निवासी 33 साल की संगीता ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसका पति ड्यूटी से वापस नहीं लौटा है। दूसरे दिन उसकी लाश घर के पास ही पड़ी मिली थी। जांच में पता चला कि युवराज की हत्या की गई है। मामले में पत्नी संगीता, मृतक युवराज का रिश्ते का जीजा मनोहर और दो अन्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने कबूल किया है कि पत्नी ने भाई को रस्सी देकर अपनी आंखों के सामने उसका गला घुंटवाया था। पीएम में युवराज की हत्या का पता चलते ही एसडीओपी मुलताई नम्रता सोंधिया ने एक टीम बनाई। जांच में पता चला कि गले के अलावा कहीं पर भी चोट के निशान नहीं हैं। लाश भी घर से 15 से 20 मीटर की दूरी पर पड़ी मिली थी। युवराज की 11 दिसंबर 2021 को आमला कोर्ट में चेक बाउंस को लेकर पेशी थी। इसी मामले में राजीनामा के लिए मृतक की मां चुनिया बाई ने अपने रिश्तेदार कैलाश देशमुख और मनोहर कालभोर को रुपए लेकर घर बुलवाया था। कैलाश तो काम होने पर गांव लौट गया, लेकिन मनोहर वहीं रुक गया। पुलिस ने मनोहर से पूछताछ की तो वह टूट गया। पत्नी को पीट दिया उसने बताया कि वारदात वाले दिन शाम करीब साढ़े 6 बजे युवराज तिगांव से आमला जनपद चौक आया था। यहां गोविंद कॉलोनी से मैंने उसे अपनी गाड़ी में बिठा लिया। युवराज के पास शराब थी, जिसे दोनों ने साथ पी और घर आ गए। घर पर युवराज का पत्नी संगीता से किसी बात को लेकर विवाद हुआ तो पति ने उसे जूता फेंककर मार दिया। इसके बाद गला दबाया तो मनोहर ने बीच-बचाव किया। मनोहर ने गला घोंट दिया इस पर युवराज ने मनोहर को भी गालियां देना शुरू कर दिया। गुस्से में मनोहर ने युवराज को पटक दिया। संगीता ने युवराज का हाथ पकड़ते हुए एक रस्सी मनोहर को दे दी। मनोहर ने उसी रस्सी से युवराज का गला घोंट दिया। युवराज की मौत के बाद मनोहर कॉल कर आने साढ़ू भाई के बेटे शेखर देशमुख को बुलाया। वह अपने दोस्त आशीष पवार के साथ पोहर से बाइक से मौके पर पहुंचा। इन्होंने मिलकर लाश को घर से कुछ दूर बबूल के पेड़ के नीचे फेंक दिया। इसके बाद तीनों गांव लौट गए। पत्नी ने रस्सी आलमारी में छिपा दी। शव लेकर पहुंच गई अस्पताल अगले दिन लाश देखकर पत्नी ने ड्रामा किया और मृत पति को अस्पताल लेकर पहुंची। उसी ने पति को भी रिपोर्ट दर्ज करवाई। पत्नी ने पुलिस को बताया कि पति शराबी था और आए दिन मारपीट करता था। वरदात वाले दिन भी विवाद के बाद उसने गला पकड़ लिया था। इसी गुस्से में उसकी हत्या करवा दी। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर रस्सी बरामद कर ली है। मृतक तिगांव स्थित रेलवे के सिग्नल और टेलीकॉम शाखा में खलासी के पद पर पदस्थ था। उसके पिता श्यामा रेलवे में पदस्थ थे। जिनकी मृत्यु के बाद माता छुनिया बाई को अनुकंपा नियुक्ति मिली थी, जबकि युवराज रेलवे की लार्जेस स्कीम के तहत भर्ती हुआ था। उसके दो पुत्र हैं। रिश्तेदारों ने इस मामले में उसकी हत्या की आशंका व्यक्त की थी।
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