पटना तेजस्वी और रेचल आइरिश उर्फ राजश्री यादव की शादी में लव है, इमोशन हैं, 'बसपन का प्यार है'... 'एक बार जो कमिटमेंट कर दी...
पटना तेजस्वी और रेचल आइरिश उर्फ राजश्री यादव की शादी में लव है, इमोशन हैं, 'बसपन का प्यार है'... 'एक बार जो कमिटमेंट कर दी' है... और वो सबकुछ है जो एक फिल्मी कहानी में होता है। स्कूल की मुहब्बत कैसे चढ़ी परवान और कैसे लालू-राबड़ी ने अलग धर्म के बावजूद लगाई बेटे तेजस्वी के प्यार पर मुहर। जानिए सारी स्टोरी तेजस्वी की ही जुबानी। एक निजी न्यूज चैनल पर तेजस्वी ने अपनी पूरी लव स्टोरी का खुलासा किया। ये रहे वो खास सवाल और उन पर तेजस्वी और उनकी पत्नी रेचल आइरिश उर्फ राजश्री यादव के जवाब... सवाल- कहा जा रहा है कि स्कूल टाइम से दोस्ती थी? तेजस्वी- लंबे समय से हमारी जान पहचान थी, दोस्ती थी। पिताजी () ने पूछा शादी करनी है, कोई लड़की है तो बताओ। तो मैंने ना केवल उन्हें बताया बल्कि मिलवाया भी। उन्हें पसंद आई। दोनों परिवार मिले और झटपट शादी को तैयार हो गए। सवाल- काफी पहले बताया था या फिर बाद में कहा राबड़ी-लालू जी ने कि आपकी समझ में कोई लड़की है या हम ढूंढें? तेजस्वी- नहीं ऐसे नहीं, हिंंट तो उनको था, हमने बताया भी था उनको पहले भी। फिर अभी आप जान रहे हैं कि बिहार का चुनाव आ गया था, कोरोना भी था। इसीलिए देर हुई, लालू जी की तबीयत भी ठीक नहीं थी और हमलोगों के साथ भी नहीं थे, रांची में थे... आपको भी पता है। तो समय का इंतजार था, फिर समय मिला तो सबकुछ हो गया। सवाल- लालू जी और राबड़ी जी का क्या कहना था जब आपने बताया कि मैंने लड़की ढूंढ रखी है? तेजस्वी- देखिए, पापा-मम्मी की इस मामले में यही राय थी कि जहां बच्चे खुश रहें। माता-पिता की सबसे बड़ी कामना यही होती है कि बच्चे खुश रहे हैं। अब तो नए जमाने में ये सब बातें पीछे छूट गई हैं। हमलोग तो वैसे भी समाजवादी नेता रहे हैं। लोहिया जी ने भी कहा था कि एक बार किसी से कमिटमेंट हो जाए, किसी महिला से तो उसे पूरा कीजिए। और हमलोग समाजवादी लोग भेद-भाव करते नहीं हैं। सवाल- राजश्री जी, आप तो लालू जी से काफी पहले मिलती रही हैं? पहली बार मिलीं तो कैसा लगा? रेचल ऊर्फ राजश्री- उनसे (लालू-राबड़ी) मिलकर काफी अच्छा लगा। कई बार मिली, दो-तीन बार। वो बहुत अच्छे हैं। सवाल- तेजस्वी जी, आप क्रिकेटर थे पहले और बनना चाहते थे, स्कूल में साथ पढ़ते थे। क्या इनको लगा जब आप क्रिकेटर से नेता बन गए? तेजस्वी- नहीं, कोई क्रिकेटर या नेता देखकर कोई बात नहीं थी। हां, चैलेंजिंग लाइफ रही है मेरी। लेकिन इनका सपोर्ट रहा तो साथ रहे। सवाल- राजश्री जी, आपने कभी सोचा था कि ये इतने बड़े नेता बनेंगे? रेचल ऊर्फ राजश्री-हां, कभी सोचा नहीं था कि ऐसा होगा लेकिन मेरा सपोर्ट था। सवाल- क्या सोचा था आपने, क्या होंगे आगे जाके? रेचल ऊर्फ राजश्री-जो भी होंगे सपोर्ट था मेरा। बस जो भी इनकी च्वाइस थी उसमें मेरा सपोर्ट था। सवाल- आप इनको बतौर नेता प्रतिपक्ष या डिप्टी सीएम के हिसाब से कैसे देखती हैं? रेचल ऊर्फ राजश्री-मैं इनको हमेशा अलग ही लेवल पर देखती हूं, इनको बहुत ऊपर देखती हूं। ही इज वेरी इंटलएक्चुअल स्मार्ट... ही इज गुड पॉलिटिशियन, गुड लीडर, यूथ लीडर।
from Hindi Samachar: हिंदी समाचार, Samachar in Hindi, आज के ताजा हिंदी समाचार, Aaj Ki Taza Khabar, आज की ताजा खाबर, राज्य समाचार, शहर के समाचार - नवभारत टाइम्स https://ift.tt/3m0s9Ys
https://ift.tt/3GGvuE1
No comments