जयपुर: राजस्थान कीजोधपुर पुलिस ने राजस्व मंत्री रामलाल जाट को हनीट्रैप मामले में फंसाने की बड़ी साजिश का खुलासा किया है। पुलिस ने इस षड़य...

जयपुर: राजस्थान कीजोधपुर पुलिस ने राजस्व मंत्री रामलाल जाट को हनीट्रैप मामले में फंसाने की बड़ी साजिश का खुलासा किया है। पुलिस ने इस षड़यंत्र से जुड़ी जयपुर की मास्टर माइंड युवती दीपिका और भीलवाड़ा निवासी अक्षत को गिरफ्तार किया है। इन दोनों ने जोधपुर निवासी मॉडल गुनगुन उपाध्याय को मंत्री के पास जाने और उन्हें अपने जाल में फंसाने का दबाव बनाया था। गुनगुन उपाध्याय ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था। दीपिका और अक्षत ने गुनगुन के नहाते हुए का वीडियो बना लिया था और मंत्री के पास नहीं जाने पर वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर बदनाम करने की धमकियां दी थी। धमकियों और बदनामी से डरते हुए गुनगुन ने दो दिन पहले जोधपुर की एक सात मंजिला होटल से कूद कर आत्महत्या का प्रयास किया था। हालांकि उसकी जान बच गई। न्यूज चैनल की पत्रकार बनाकर दो युवतियों को भेजा मंत्री के पास मंत्री रामलाल जाट से नजदीकी बढाने और उन्हें जाल में फंसाने के लिए अक्षत और दीपिका ने पूरा प्लान तैयार कर लिया था। जोधपुर की यंग मॉडल गुनगुन उपाध्याय को मॉडलिंग के सिलसिले में बुलाया और बाद इस षड़यंत्र में शामिल होने का दबाव बनाया। राजस्व मंत्री जब भीलवाड़ा में होते हैं तो वे भीलवाड़ा स्थित सर्किट हाउस में जन सुनवाई करते हैं। 25 से 29 जनवरी तक मंत्री भीलवाड़ा में ही रुके हुए थे। दीपिका और अक्षत ने भी 28 जनवरी को सर्किट हाउस के ठीक सामने एक होटल में रूम बुक करा लिए। बाद में दीपिका और गुजरात की एक मॉडल के साथ पत्रकार बनकर मंत्री की जनसुनवाई में पहुंच गई। वहां पर मंत्री को पुलिस विभाग से जुड़ा कोई काम बताया। काम उनके विभाग से संबंधित नहीं होने पर मंत्री ने मना कर दिया था। इसके बावजूद भी पत्रकार बनी दोनों युवतियां लगातार मंत्री से बात करने की कोशिश करती रही। मंत्री से देर रात को अकेले में मिलने ऑफर मंत्री ने जब पुलिस महकमे से जुड़े कार्य के लिए इनकार कर दिया तो दीपिका ने कहा कि वे पत्रकार हैं और उनके बॉस का व्यक्तिगत काम है, इसलिए आप मदद कीजिए। दीपिका ने अपने बॉस को कॉल लगाकर मंत्री को थमा दिया था। उस दौरान कॉल पर मौजूद बॉस ने मंत्री से कहा था कि आप रात 8 बजे बाद इन युवतियों से अकेले में मिलकर बात कर लें। मंत्री रामलाल जाट के मुताबिक- लड़कियों से देर रात को अकेले में मिलने का ऑफर दिए जाने पर उन्होंने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया था। मंत्री को हनीट्रैप में फंसाने की साजिश के पीछे कोई राजनीतिक षड्यंत्र तो नहीं रामलाल जाट पर कुछ सालों पहले भी महिला अत्याचार से जुड़े आरोप लगे थे, जिसके चलते उन्हें मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा था। अब एक बार फिर से उन्हें हनीट्रैप के जाल में फंसाने का प्रयास हुआ है। ऐसे में अंदेशा जताया जा रहा है कि कहीं राजनैतिक षड्यंत्र के तहत तो ऐसी साजिश नहीं रची जा रही। मंत्री रामलाल जाट का कहना है उन्हें हमेशा से स्वच्छ राजनीति की है। वे किसी भी तरह से विवादों से दूर रहने का प्रयास करते हैं। इस प्रकरण ने उन्हें एक सबक दिया है कि कोई कितना भी खास क्यों ना हो, अकेले में किसी से नहीं मिलना चाहिए। जाट ने कहा कि जहां पर वे जन सुनवाई करते हैं। वहां सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं। अलग से कमरे में वे किसी से नहीं मिलते हैं। इस प्रकरण के बाद तो अकेले में मिलने का सवाल ही नहीं उठता। हालांकि अब पुलिस को जांच करनी है कि इस षड़यंत्र के पीछे कौन कौन लोग शामिल हैं। (रिपोर्ट-रामस्वरूप लामरोड़)
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