आतंकी याकूब मेमन की कब्र पर सजावट को लेकर भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट के हमलों के बीच आदित्य ठाकरे ने पलटवार किया है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि ...
आतंकी याकूब मेमन की कब्र पर सजावट को लेकर भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट के हमलों के बीच आदित्य ठाकरे ने पलटवार किया है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि जब याकूब मेमन को फांसी दी गई और फिर सम्मान सहित दफनाया गया तो किसकी सरकार थी? यह सही है कि उस समय की सरकार में शिवसेना भी थी, लेकिन आप लोग जानते हैं कि हमारी कितनी सुनी गई। दरअसल याकूब मेमन को फांसी की सजा दिए जाने के दौरान देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा और शिवसेना की सरकार थी। इस तरह आदित्य ठाकरे ने याकूब मेमन को सम्मान के साथ दफनाने और कब्र बनाए जाने को लेकर भाजपा पर ही निशाना साधा।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारे ऊपर जो आरोप लग रहे हैं, वे भाजपा की आंतरिक राजनीति के कारण हैं या फिर हमसे नाराजगी की वजह से है। जिस समय याकूब मेमन को फांसी दी गई थी, उस दौरान तो देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री थे। बता दें कि भाजपा के नेता बुधवार से याकूब मेमन की कब्र के सौंदर्यीकरण का मामला उठा रहे हैं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि ये आरोप झूठे और गंदे हैं। मुझे नहीं लगता कि लोग इन आरोपों पर विश्वास करेंगे। धार्मिक विवाद पैदा करने के लिए ऐसी चीजों को खोदना कितना उचित है। दो-तीन चीजें हैं जिन्हें लोगों के सामने लाने की जरूरत है। दरअसल भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट ने आरोप लगाया है कि उद्धव ठाकरे की सरकार के दौरान याकूब मेमन की कब्र की सजावट की गई थी।
इस पर पलटवार करते हुए आदित्य ठाकरे ने सवाल किया कि अगर याकूब मेमन को आतंकवादी के रूप में फांसी दी गई थी, तो उसे इतनी गरिमा के साथ क्यों दफनाया गया था? उस समय इतनी भीड़ क्यों थी? ओसामा बिन लादेन की तरह समुद्र में क्यों नहीं दफनाया गया? उन्होंने कहा कि याकूब मेमन का शव जिस ट्रस्ट को सौंपा गया वह एक निजी ट्रस्ट था। इस ट्रस्ट ने उस समय नगर निगम से एनओसी नहीं ली थी। इस दौरान भाजपा की ओर से शिवसेना को पेंगुइन सेना कहे जाने पर भी आदित्य ठाकरे ने जवाब दिया। आदित्य ठाकरे की पहल पर रानी के बगीचे में विदेश से पेंगुइन लाए गए। जब आदित्य ठाकरे से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'अगर हमें पेंगुइनसेना कहा जाता है, तो हमें इस पर गर्व है।'