पटना जिले में शुक्रवार को 229 कोरोना मरीज मिले हैं। जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 34055 हो गई है। इनमें 31267 मरीज ठीक हो चुके हैं। अ...
पटना जिले में शुक्रवार को 229 कोरोना मरीज मिले हैं। जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 34055 हो गई है। इनमें 31267 मरीज ठीक हो चुके हैं। अभी 2532 एक्टिव केस हैं। पीएमसीएच के तीन स्टाफ और यहां भर्ती 11 मरीज भी संक्रमित हुए हैं। पीएमसीएच कोविड अस्पताल से एक मरीज को छुट्टी दी गई, वहीं छपरा के मरीज 32 साल के नंद साव की मौत हो गई।
पटना एम्स में पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह समेत 18 मरीज एडमिट हुए। इनमें 8 पटना के हैं। ये मरीज गर्दनीबाग, दीघा, सबलपुर, मखनियाकुआं और जयपालनगर के रहने वाले हैं। राहत की बात यह है कि 16 मरीजाें काे डिस्चार्ज किया गया। वहीं बेगूसराय की अफतरा खातून, पूर्वी चंपारण के मंकेश्वर पांडे और मुजफ्फरपुर की सावित्री देवी की माैत हाे गई। फिलहाल यहां 178 मरीज भर्ती हैं। आईसीयू में 72 मरीज और वेंटिलेटर पर 27 मरीज हैं।
एनएमसीएच में शुक्रवार काे राघोपुर वैशाली के काेराेना मरीज 85 साल के नंदन यादव की माैत हाे गई। अबतक इस अस्पताल में 188 काेराेना मरीजों की मौत हो चुकी है। एनएमसीएच में शुक्रवार को चार नए मरीज भर्ती हुए एवं दो मरीज को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दी गई।
आईजीआईएमएस : दो दिन में ब्रेन हेमरेज के 10 मरीज भर्ती
आईजीआईएमएस में दो दिन में ब्रेन हेमरेज के 10 मरीज भर्ती हुए हैं। इनमें सात पुरुष और तीन महिलाएं हैं। सभी की उम्र 45 से 58 साल के बीच है। सभी का बीपी या शुगर अनियंत्रित था। अमूमन ठंड बढ़ने पर ब्रेन हेमरेज के मामले अधिक मिलते हैं। लेकिन अभी ठंड भी नहीं है। इसके बावजूद ब्रेन हेमरेज के मामले मिल रहे हैं।
मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल का कहना है कि इसके कुछ प्रमुख कारण हो सकते हैं-अनियंत्रित बीपी और शुगर, टेंशन या मेंटल इरिटेशन। तापमान में उतार-चढ़ाव भी एक कारण हो सकता है। बीपी और शुगर के मरीज दवा नहीं छोड़नी चाहिए।
न्यूरोलॉजी विभाग के हेड डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि ब्रेन हेमरेज अधिकांश मामलों में बीपी बढ़ा रहने के कारण होता है। अधिकतर मरीज ब्रेन हेमरेज लेकर आते हैं। उन्हें पता भी नहीं होता है कि उनका बीपी बढ़ा था।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3ktqSGH
https://ift.tt/31BLgOl
No comments