शारदीय नवरात्र के सप्तमी को शक्तिदायिनी मां दुर्गा समेत अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाओं के पट खुलने के साथ ही पूजा अर्चना के लिए श्रद्वालुओं...
शारदीय नवरात्र के सप्तमी को शक्तिदायिनी मां दुर्गा समेत अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाओं के पट खुलने के साथ ही पूजा अर्चना के लिए श्रद्वालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्वालु मां के प्रतिमाओं के पहुंच कर पूजा अर्चना कर रहे है। इस साल प्रशासन द्वारा पंडाल बनाए जाने पर रोक लगाई गई थी। इसलिए शहर में श्रद्वालुओं ने पंडाल बनाने से परहेज किया है। लेेकिन घर व मंदिरों में मां की प्रतिमाएं स्थापित की गई है। शहर के मजहरुल हक बस स्टैंड में हर साल सबसे बेहतर और भव्य पंडाल बनाया जाता है। लेकिन इस साल वहां पर छाेटा सा पंडाल बनाया गया है। इस पंडाल की सजावट भी नहीं की गई है। हालांकि इसी पंडाल में मां दुर्गा समेत अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा स्थापित की गई है। वहां पर पूजा अर्चना हो रही है। इसी तरह जेपी चौक के पास भी हर साल सड़क के किनारे पड़ाल बनाकर मां की प्रतिमा स्थापित की जाती थी। लेकिन इस साल वहां पर मार्केट के अंदर प्रतिमा स्थापित की गई है। वहीं शांति वटवृक्ष के पास मां की प्रतिमा स्थापित की गई है। शहर के सिसवन स्टैंड के पास लक्ष्मीपुर हनुमान मंदिर में मां दुर्गा व अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा स्थापित की गई है। वहां पर गुरुवार की रात में मां का पट खुल गया, जहां पर लोग पूजा अर्चना कर रहे है। वहीं मखदुम सराय ब्रह्म स्थान के पास भी मां की प्रतिमा स्थापित की गई है। वहीं स्टेशन रोड और रामराज्य मोड़ के पास भी प्रतिमा स्थापित की गई है। शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की जा रही है। इधर, शुक्रवार को मां दुर्गा की आठवीं शक्ति महागौरी की पूजा अर्चना मंदिरों में की गई। महागाैरी की पूजा अर्चना और उपासना कल्याणकारी है। इनकी कृपा से अलौगिक सिद्वियां प्राप्त होती है। मां का यह रूप अमोघ फलदायिनी है।
पूजा- अर्चना के लिए श्रद्वालुओं की टीम गई विंध्याचल
सीवान: पूजा अर्चना के लिए श्रीमाता वैष्णो देवी दर्शन समिति सीवान के तत्वावधान में श्रद्वालुओं की टीम विंध्याचल के लिए रवाना हो गई। श्रद्वालुओं की टीम शनिवार को वहां पर माता रानी का दर्शन करेगी। टीम में शामिल सदस्यों ने बताया कि शारदीय नवरात्र में हर साल सीवान से श्रद्वालु जाते है। वहां पर पूजा अर्चना करने के बाद वाराणसी में आकर गंगा आरती में शामिल होते है। टीम में समिति के संयोजक मिथिलेश कुमार सिंह, यात्रा प्रभारी अभिषेक सोलंकी, मुन्ना कुमार सिंह, महाराणा प्रताप सिंह, प्रेम कुमार सिंह, प्रशांत कुमार, संजय कुमार सिंह आदि शामिल है।
मां दुर्गा का पट खुलते ही दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु
आंदर| आंदर के सुल्तानपुर में 66 वर्षो से परम्परा गत पूजा अर्चना भंडारा कर प्रसाद वितरण किया जाता रहा है लेकिन इस वर्ष कोरोना महामारी और दिया हुआ आदेश अनुसार केवल मूर्तियां स्थापना कर सामाजिक दूरी के अनुसार पूजा पाठ कर परंपरा को बरकरार रखा गया।समिति के लोगो द्वारा बताया गया कि इस पहले के अपेक्षा इस वर्ष कम लागत से छोटा पंडाल बनाया कर पूवजो द्वारा चलते आ रहे परम्परा को युवाओं द्वारा मूर्ति स्थापना कर पूजा पाठ किया गया।66 वर्षों में यह पहली बार ऐसा है।सजावट,प्रसाद वितरण,आदि पर कोरोना-19 को लेकर प्रतिबंध लगाया गया था।
प्राण-प्रतिष्ठा के साथ मंदिरों के खुले कपाट
महाराजगंज| कोरोना काल में इस बार दुर्गापूजा की रौनक फीकी रही इसके बावजूद पूजा के प्रति लोगों की आस्था बनी रही। शुक्रवार को सप्तमी तिथि में मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना करने के बाद शहर के शक्तिपीठ मंदिरों के अलावा विभिन्न पूजा समितियों की ओर से स्थापित प्रतिमाओं के पट भक्तों के लिए खोल दिए गए,शहर मुख्यालय के नखास चौक स्थित बड़ी देवी, पकवा इनार, शहीद स्मारक,राजेंद्र चौक, पुरानी मठ,शिव मंदिर, हल्दी हटा दुर्गा मंदिर, जरती माई मंदिर,पसनौली शीतला माई स्थान के दर्शनार्थ व पूजा-अर्चना के लिए मंदिरों में भीड़ लगी हुई है। ‘’’’या देवी सर्वभूतेषु..के पाठ से वातावरण गुंजायमान हो रहा है। शहर के सुप्रसिद्ध जरती माता मंदिर एवं शीतला माई स्थान पर महिलाओं ने दूध,घी,सिंदूर व फल से छर्रा देकर महिषासुर मर्दनी मां दुर्गा की अगुवानी की। इसके बाद श्रद्धालुओं ने बारी-बारी से प्रसाद ग्रहण किया।
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