टीएमबीयू में स्नातक पार्ट थ्री की परीक्षा पर काॅपियाें की कमी का मंडराता संकट कम नहीं हाे रहा है। विश्वविद्यालय 23 नवंबर काे खुलेगा और इसके...

टीएमबीयू में स्नातक पार्ट थ्री की परीक्षा पर काॅपियाें की कमी का मंडराता संकट कम नहीं हाे रहा है। विश्वविद्यालय 23 नवंबर काे खुलेगा और इसके एक हफ्ते बाद स्नातक पार्ट थ्री की परीक्षा शुरू हाेनी है। जिसमें टीएमबीयू और मुंगेर विश्वविद्यालयाें के 47 हजार छात्र शामिल हाेंगे।
एक हफ्ते में टीएमबीयू काे लगभग 1.20 लाख काॅपियां तैयार करनी हाेगी जाे प्रेस की वर्तमान क्षमता काे देखते हुए मुश्किल है। इधर, काॅलेजाें से पुरानी बची हुई सादी काॅपियां मंगाकर कमी दूर करने की वैकल्पिक व्यवस्था भी काम नहीं आई। ज्यादातर काॅलेजाें के पास पुरानी सादी काॅपियां नहीं हैं और जिनके पास है उनमें से अधिकतर खराब हालत में हैं।
ऐसे में परीक्षा पर संकट हाे सकता है और परीक्षा टलने की बात कही जा रही है। टीएमबीयू के एक वरीय अधिकारी ने बताया कि काॅपियाें की कमी से परेशानी हाे रही है। प्रभारी वीसी बिना राजभवन की अनुमति के काॅपी खरीदने का आदेश नहीं दे सकते हैं। अनुमति मिल भी जाए ताे 23 नवंबर से 30 नवंबर के बीच के 7 दिनाें में जेम पाेर्टल से खरीद की प्रक्रिया पूरी करना आसान नहीं हाेगा।
इधर बताया गया कि विश्वविद्यालय प्रेस की हालत भी पतली है। छपाई सेक्शन में तीन ही कर्मी हैं। पूर्व वीसी आरएस दुबे के समय मिले कर्मी वापस ले लिए गए। नए कर्मी मिले नहीं हैं। कुछ का तबादला हाे गया। सूत्राें ने बताया कि प्रेस काे अभी से पन्ने मिलें ताे 15 दिनाें में जरूरत की काॅपी तैयार हाे सकती है। लेकिन अभी छुट्टी है ताे पन्नाें की खरीदारी नहीं सकती है।
अभी उपलब्ध काॅपी से मात्र 2 पेपर की परीक्षा संभव
अभी तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पास लगभग 1.16 लाख काॅपियांं हैं। इतनी काॅपियाें से 47 हजार छात्राें के 2 पेपर की ही परीक्षा ली जा सकती है जबकि कुल पेपर 5 हैं।
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