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जैश-ए- मोहम्मद से जुड़ रहा धर्मांतरण रैकेट का कनेक्शन, पाकिस्तान में तैयार हुआ था मिशन

योगेश तिवारी, नोएडा यूपी में धर्मांतरण के रैकेट के तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ ही आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से भी जुड़ रहे...

योगेश तिवारी, नोएडा यूपी में धर्मांतरण के रैकेट के तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ ही आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से भी जुड़ रहे हैं। जैश ने अप्रैल में पाकिस्तान में एक खास मिशन तैयार किया था। इसका मकसद धार्मिक उन्माद फैलाना था। इसकी शुरुआत डासना मंदिर से ही होनी थी, लेकिन यह मिशन कामयाब नहीं हुआ और सुरक्षा एजेंसियों को इसकी जानकारी हो गई थी। इसके बाद कासिफ और विपुल विजयवर्गी अपनी पहचान बदल कर डासना मंदिर पर पहुंचे थे और वह भी पकड़े गए। विपुल और कासिफ सीधे तौर पर धर्मांतरण रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार हुए दोनों मौलानाओं से जुड़े हैं। इस लिहाज से यह माना जा रहा है कि इस धर्मांतरण रैकेट का कहीं न कहीं से जैश-ए- मोहम्मद से भी कनेक्शन है। रिमांड पर आरोपियों से पूछताछ रिमांड पर चल रहे दोनों आरोपियों से एटीएस ने जैश-ए- मोहम्मद और आईएसआई की गतिविधियों को लेकर कई सवाल किए हैं। जैश के मिशन में डासना के बाद आगे क्या था यह जानकारी भी जुटाने की कोशिश हो रही है। यह बात भी सामने आ रही है कि जैश का आतंकी जिसका नाम आबिद बताया जा रहा है वह इस मिशन को लीड कर रहा था। आबिद की आखिरी लोकेशन सुरक्षा एजेंसियों को पुलवामा की पता चली है। इसके चलते नोएडा डेफ सोसायटी के स्टाफ और कर्मचारियों का भी कश्मीरी कनेक्शन खंगाला जा रहा है। जैश के मिशन से धार्मिक उन्माद फैलाने के साथ कट्टरता को भी बढ़ावा देने के मंसूबे भी शामिल थे। आरोपियों को लेकर नोएडा पहुंच सकती है एटीएस नोएडा डेफ सोसायटी के छात्रों में 12 के फॉर्म अलग निकाले गए हैं। इनमें कुछ मौजूदा और कुछ पूर्व छात्र भी बताए जा रहे हैं। यह सभी जम्मू कश्मीर के अलग-अलग जिलों के हैं। साथ ही, एक पूर्व शिक्षक जो धर्मांतरण रैकेट के संदेह में पहले से था। उसका भी कश्मीर से कनेक्शन जुड़ रहा है। इन कश्मीरी छात्रों में कुछ छात्रों का विशेष मकसद के तहत यहां पर दाखिला तो नहीं करवाया गया। हटाए जा चुके शिक्षक से उसका क्या कनेक्शन था। इन बिंदुओं की जांच भी अहम मानी जा रही है। धर्मांतरण रैकेट में पकड़े गए दोनों आरोपियों का एटीएस ने रिमांड लिया है। माना यह जा रहा है कि अब टीम आरोपियों को लेकर नोएडा आएगी। यहां डेफ सोसायटी बिल्डिंग या अन्य जगहों पर भी ले जाया जा सकता है। डेफ सोसायटी का विडियो भी जांच के दायरे में बता दें कि एटीएस ने पूरे प्रकरण में अभी नोएडा डेफ सोसायटी को क्लीन चिट नहीं दी है। सोसायटी की वर्षगांठ 15 जून को मनाई जाती है। पिछले वर्ष वर्षगांठ पर शानदार पार्टियों का आयोजन किया गया था। इस पार्टी में देश विदेश के लोग आते थे। इनसे यहां पढ़ने वाले छात्रों को मिलवाया भी जाता था। सूत्रों की माने तो एटीएस ने एक वर्षगांठ पार्टी का विडियो भी कब्जे में लिया हुआ है। इसमें आने वालों की जांच पड़ताल की जा रही है। गेट पर पुलिसकर्मी तैनात नोएडा पुलिस ने डेफ सोसायटी-117 की बिल्डिंग पर अपनी निगरानी पूरी तरह से बैठा दी है। बिल्डिंग के मेन गेट पर ताला लगा दिया गया है। गेट पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। बिल्डिंग से कोई भी सामान बाहर ले जाने पर रोक है यह पुलिस ने बता दिया है। किसी बाहरी की अंदर एंट्री पर भी रोक लगा दी गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जब तक प्रकरण की जांच पूरी नहीं हो जाती। यह सतर्कता बरती जाएगी। फेसबुक मैसेंजर से खुला धर्म परिवर्तन का राज! धर्मांतरण रैकेट के चर्चित खुलासे के बीच एक महिला ने बुधवार को फेज-2 थाने में पहुंच कर अपने बेटे के धर्मांतरण कराए जाने की जानकारी पुलिस को दी। महिला के मुताबिक उसका बेटा-2018 में घर छोड़कर भागा था। बाद में उसके फेसबुक मैसेंजर से एक धर्म विशेष की युवती से नजदीकियां होने की बात सामने आई। इसके बाद उसके नंबर पर कॉल किया तो बदला हुआ नाम लिखकर आ रहा है। महिला ने पुलिस को यह भी बताया है कि मैसेंजर चैट से यह भी पता चला है कि वह पाकिस्तानी लोगों के संपर्क में था। पहले उसके बैग में इस्लाम धर्म की किताबें और टोपी भी मिली थी। वह कैराना में है ऐसी सूचना मिली है। फेज-2 थाना प्रभारी सुजीत उपाध्याय ने बताया कि छात्र के गुमशुदगी का केस 2018 में दर्ज हुआ था। महिला से कहा गया है कि पुलिस उनके बेटे की तलाश करने में मदद करेगी। मौलाना का एक वीडियो सामने आया धर्मांतरण रैकेट में गिरफ्तार मौलाना उमर गौतम का एक विडियो एटीएस को मिला है। इसमें वह इस्लाम कबूल करने के लिए भाषण देने के साथ कह रहा है कि 18 बार इंग्लैंड और 4 बार अमेरिका, अफ्रीका सहित कई अन्य देशों में गया है। गोरखपुर के एक व्यक्ति का धर्मांतरण कराने की बात भी इस वीडियो में वह साफ तौर पर कह रहा है। फिलहाल एटीएस इस वीडियो की जांच कर रही है। 1000 का धर्म परिवर्तन एटीएस की जांच में सामने आया है कि इस रैकेट ने अब तक 1 हजार लोगों का धर्मांतरण करवाया। इसमें करीब 122 यूपी से हैं। नोएडा की डेफ सोसायटी से पढ़े छात्रों की संख्या 18 है, जिनका धर्मांतरण करवाया गया। धर्मांतरण के बाद छात्रों को कहां ले जाया गया या रखा गया। यह लोकेशन भी एटीएस पता कर रही है। इसके लिए छात्रों के पैरेंट्स से संपर्क किया जा रहा है।


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