जयपुर प्रदेश में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो राजस्थान का महासंग्राम जारी है। लगातार एसीबी की ओर से कार्यवाही कर घूसखोरों का...

जयपुरप्रदेश में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो राजस्थान का महासंग्राम जारी है। लगातार एसीबी की ओर से कार्यवाही कर घूसखोरों का पर्दाफाश किया जा रहा है। इसी क्रम में हाल ही हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (एचपीसीएल) में चल रहे भ्रष्टाचार के खेल में खुलासे के बाद एसीबी राजस्थान ने इस मामले में फिर से बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। एसीबी ने एसपीसीएल के उप महाप्रबंधक को एक बिचौलिए के साथ गिरफ्तार करने के एक दिन बाद फिर से इस रैकेट में जुड़े अन्य आरोपियों का पर्दाफाश किया है। एसीबी ने सोमवार को इस मामले में एचपीसीएल के एक बिक्री अधिकारी सहित चार और लोगों को गिरफ्तार किया। सोमवार को किया गया इन लोगों को गिरफ्तारबता दें कि रविवार को एसीबी ने डीजीएम से एक लाख रुपये बरामद किए थे। साथ ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। वहीं सोमवार को कंपनी के एक बिक्री अधिकारी को भी रंगे हाथों 2.82 लाख रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया है। साथ ही रिश्वत राशि को भी बरामद कर लिया है। एसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि रविवार को कोटा में तैनात एचपीसीएल के डीजीएम और एक बिचौलिए को दो लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार करने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि "उनकी गिरफ्तारी के बाद, हमने सोमवार को रैकेट में शामिल चार और लोगों को पकड़ा है। इनमें गिरफ्तार किए गए लोगों में बिचौलिए किशन विजय के भतीजे कपिल विजय, टोंक के निवाई में दीपशिखा पेट्रोल पंप के मालिक प्रदेश शर्मा, डीजीएम राजेश कुमार सिंह के सहयोगी अविनाश और एचपीसीएल के बिक्री अधिकारी वंदित कुमार शामिल हैं। बिचौलिया किशन विजय के भतीजे को भी किया गिरफ्तारएसीबी के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि " इस मामले में गिरफ्तार बिचौलिया किशन विजय के साथ उसका भतीजा कपिल विजय भी था। दोनों एक साथ राजेश कुमार सिंह को रिश्वत के पैसे देने पहुंचे थे। वहीं पेट्रोल पंप का आरोपी मालिक वह है, जिसने 2 लाख रुपये की रिश्वत भेजी थी और इस तरह अपने पेट्रोल पंप पर अनियमितताओं को नजरअंदाज कर दिया था। उन्होंने बताया कि इस घूसकांड में वंदित कुमार रिश्वतखोरी नेटवर्क का मुख्य हिस्सा रहा है। भेजा आरोपियों को न्यायिक हिरासत में , वंदित को मंगलवार को किया जाएगा पेश सोनी ने बताया कि " आरोपी डीजीएम और बिचौलिए किशन विजय को तीन दिन की पुलिस हिरासत में ले लिया गया है। उन्होंने कहा, "कपिल विजय, प्रदेश शर्मा और अविनाश सहित अन्य को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि छठे आरोपी वंदित को मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा।" पुलिस ने एचपीसीएल के डीजीएम राजेश सिंह के घर से एक लाख रुपये बरामद किए हैं। वहीं एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 'हमने वंदित से 2.82 लाख रुपये भी बरामद कर लिए हैं।
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