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मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए नए चेहरों का दिल्ली पहुंचने का क्रम शुरू

  कोरोना काल की दूसरी लहर से निबटने के बाद और संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार के...

 





कोरोना काल की दूसरी लहर से निबटने के बाद और संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। दूसरे कार्यकाल में प्रधानमंत्री का पहला मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार राजनीतिक, प्रशासनिक और कुशलता से जुड़ा एक बड़े संदेश की तरह होगा। 



मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए नए चेहरों का दिल्ली पहुंचने का क्रम शुरू हो गया है। केन्द्रीय मंत्रिमंडल के सूत्रों, केन्द्रीय सचिवालय के अधिकारियों के अनुसार थावर चंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाए जाने के साथ ही प्रधानमंत्री ने पहला संदेश दे दिया है।



कम उम्र के मंत्री ज्यादा होंगे

मंगलवार छह जुलाई को आठ राज्यों को राज्यपाल मिले हैं, लेकिन इन आठ चेहरों में सबसे महत्वपूर्ण चेहरा 73 साल के थावर चंद गहलोत का है। वहीं प्रधानमंत्री द्वारा अपने मंत्रिमंडल के लिए चुने जाने वाले नए चेहरों में कम उम्र के मंत्रियों की संख्या ज्यादा बताई जा रही है।


इन्हें मिल सकता है मंत्री पद

ज्योतिरादित्य सिंधिया, 69 साल के नारायण राणे समेत तमाम नेता दिल्ली पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री मंत्रिमंडल में जद(यू), लोजपा, अपना दल, कांग्रेस (वाईएसआर), अन्नाद्रमुक समेत सभी सहयोगी दलों की भागेदारी सुनिश्चित कर सकते हैं। इस क्रम में जद (यू) के कोटे से तीन मंत्री बनाया जाना करीब-करीब तय माना जा रहा है। लोजपा से पशुपति राम पारस मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं। नारायण राणे, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अजय मिश्रा, सकलदीप राजभर, सर्वानंद सोनोवाल को दिल्ली बुलाया गया था। कुछ आ गए हैं और कुछ रास्ते में हैं। अनुप्रिया पटेल को भी दिल्ली में बने रहने को कहा गया है। 


सिंधिया को रेलवे मिलने की चर्चा

इस तरह से प्रधानमंत्री अपने मंत्रिमंडल से आठ से दस लोगों को बाहर का रास्ता दिखाकर संगठन के लिए काम करने और 22-24 चेहरों को शामिल करने का निर्णय ले सकते हैं। म.प्र. के ग्वालियर, दमोह के पूरे क्षेत्र में प्रतिनिधित्व को देखते हुए नरेन्द्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया को शामिल करने के बाद इसी क्षेत्र के एक मंत्री को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि ज्योतिरादित्य को रेलवे जैसा महत्वपूर्ण विभाग भी दिया जा सकता है।  


प्रधानमंत्री ने की सहयोगिययों के साथ उच्चस्तरीय बैठक

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले कुछ सप्ताह से मंत्रिमंडल के सहयोगियों के कामकाज की समीक्षा कर रहे हैं। वह कई दौर की बैठकें कर चुके हैं। मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार के क्रम में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन मंत्री बीएल संतोष, गृहमंत्री अमित शाह से उनकी कई दौर की चर्चा हो चुकी है। इसी रविवार को प्रधानमंत्री ने एक बार फिर अमित शाह और अन्य सहयोगियों के साथ बैठक करके खाका तैयार किया था। इसी आधार पर मंगलवार को उन्होंने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, परिवहन और जहाजरानी मंत्री नितिन गड़करी से प्रधानमंत्री ने राय मशविरा किया और इसके बाद वह मंत्रिमंडल में फेरबदल तथा विस्तार का निर्णय लेेने जा रहे हैं।




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