मुंबई: दिलीप साहब ने यूं तो काफी भूमिकाएं सिल्वर स्क्रीन पर निभाईं लेकिन मुगल-ए-आजम के सलीम का किरदार तो मानो उन्हीं के लिए बना था। एक गुस्त...
वो सलीम ही क्या जो अनारकली से मोहब्बत न करे, वो सलीम ही क्या जो थोड़ा गुस्ताख न हो। वो सलीम ही क्या जिसका किरदार दिलीप कुमार न निभाएं। दो शख्सियत लेकिन असल जिंदगी में प्यार के किस्से उतने ही हसीन। जानिए मरहूम दिलीप साहब के प्यार के अनसुने किस्से
मुंबई:
दिलीप साहब ने यूं तो काफी भूमिकाएं सिल्वर स्क्रीन पर निभाईं लेकिन मुगल-ए-आजम के सलीम का किरदार तो मानो उन्हीं के लिए बना था। एक गुस्ताख बेटा लेकिन उतने ही मोहब्बत भरे दिल वाला शहजादा। रियल लाइफ में भी दिलीप कुमार की मोहब्बतों के चर्चे छाए रहे। जानिए कुछ ऐसे ही किस्से
दिलीप साहब का पहला प्यार
दिलीप साहब का पहला प्यार बनीं 40 के दशक की खूबसूरत अभिनेत्री कामिनी कौशल। फिल्म शहीद के सेट पर दिलीप साहब और कामिनी का प्यार परवान चढ़ा। ये दोनों तो शादी भी करने वाले थे, लेकिन अपने परिवारवालों के आगे कामिनी की एक न चली, और वह किसी और से शादी रचाकर दिलीप कुमार को तन्हा कर गईं।
जब मधुबाला को दे बैठे थे दिल
दिल पर चोट खाए दिलीप कुमार दूसरी दफा दिल दे बैठे बेइंतहा खूबसूरत अभिनेत्री मधुबाला को। इनके प्यार के किस्से काफी मशहूर हुए। फिल्म तराना के सेट पर ये दोनों पूरी तरह एक-दूसरे के प्यार में डूब गए। लेकिन, इनके रिश्ते में आने वाली दरार इतनी गहरी साबित हुई कि मधुबाला के पिता के साथ दिलीप कुमार के रिश्ते कानून की चौखट तक जा पहुंचे। मधुबाला के घरवालों को यह रिश्ता कतई मंजूर नहीं था। नतीजा यह हुआ कि एक समय एक-दूसरे पर नजरें जमाए रखने वाले दिलीप और मधुबाला एक ही फिल्म के सेट पर एक-दूसरे से नजरें चुराते नजर आने लगे।
तीसरा प्यार- वहीदा रहमान
दिलीप साहब की जिंदगी का तीसरा प्यार बनीं कमाल की अदाकारा वहीदा रहमान। गुरुदत्त के साथ अपने रिश्तों के लिए पहले से ही चर्चित वहीदा रहमान को दिलीप कुमार शुरू से ही बहुत पसंद करते थे। बहुत कम लोगों को पता है कि यूसुफ साहब वहीदा रहमान से निकाह भी करना चाहते थे। उन्होंने इसके लिए वहीदा को प्रपोज भी किया था।
फिर जिंदगी में सायरा बानो की एंट्री
लेकिन, इधर वहीदा राजी हुईं और उधर दिलीप साहब की जिंदगी में आ गईं 'कश्मीर की कली' सायरा बानो।
... और सलीम को आखिरकार मिल गई उसकी अनारकली
आशिक मिजाज दिलीप कुमार का दिल भी सायरा पर इस कदर फिसला कि फिर इस रिश्ते को खूबसूरत अंजाम मतलब शादी की शक्ल लेते देर नहीं लगी। यूं तो सायरा दिलीप से 22 साल छोटी थीं, लेकिन वह उन्हें 12 साल की उम्र में ही अपना दिल दे बैठी थीं। दिलीप साहब की जिंदगी की आखिर तक सायरा ने उनका हाथ थामे रहा। अब सलीम जन्नत जा चुके हैं और पीछे रह गए हैं उनके किस्से... श्रद्धांजलि दिलीप साहब
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