गाजियाबाद गाजियाबाद के मुरादनगर में हुए समीर हत्याकांड का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। हत्या के आरोप में बीएसपी के पूर्व विधायक वहा...

गाजियाबाद गाजियाबाद के मुरादनगर में हुए समीर हत्याकांड का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। हत्या के आरोप में बीएसपी के पूर्व विधायक वहाब चौधरी और उनके 2 भतीजों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का दावा है कि मां की हत्या का बदला लेने के लिए वहाब के भतीजों ने समीर की हत्या की थी। हत्या के लिए उकसाने का आरोप वहाब पर लगा है। जिस पिस्टल से समीर को गोली मारी गई थी, उसे भी बरामद किया गया है। मुरादनगर की प्रीत विहार कॉलोनी में समीर का शव रविवार सुबह मिला था। वहाब चौधरी बीएसपी के टिकट पर 2012 में मुरादनगर सीट से विधायक था। एसपी देहात डॉ. ईरज राजा ने बताया कि वहाब के भतीजे आहद और आफताब ने हत्या की बात स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि वहाब ने ही इसके लिए उकसाया था। आहद ने बताया कि समीर की उससे अच्छी दोस्ती थी। चचेरे भाई आफताब के साथ मिलकर उसने हत्या का प्लान बनाया था। घूमने का झांसा देकर शनिवार शाम को समीर को दोनों ने बुलाया और प्रीत विहार कॉलोनी में ले गए। यहां सूनसान देखकर उसके सिर में गोली मारकर भाग गए। आहद ने कहा कि चूंकि समीर के साथ उसके घर के संबंध भी अच्छे थे, ऐसे में सोचा था कि कोई शक नहीं करेगा। हत्या की ये बताई वजह वहाब चौधरी के छोटे भाई आस मोहम्मद की पत्नी सहाना की करीब एक साल पहले हत्या हो गई थी। आस मोहम्मद को उसकी दूसरी पत्नी तबस्सुम उर्फ भूरी और समीर के साथ पुलिस ने जेल भेजा था। एक महीने बाद ही समीर और भूरी जमानत पर रिहा हो गए, लेकिन आस मोहम्मद अभी भी जेल में है। वहाब इसी बात को लेकर आस मोहम्मद के बेटे आहद और अपने दूसरे छोटे भाई के बेटे आफताब को भड़काता था। कहता था कि आस मोहम्मद तो अभी भी जेल में है, जबकि समीर और भूरी जमानत पर घूम रहे हैं। उनके खुलेआम घूमने से अपने परिवार की बदनामी हो रही है। पुलिस का कहना है कि इसी उकसावे में आकर आहद और आफताब ने समीर की गोली मारकर हत्या कर दी। जांच अधिकारी का कहना है कि तीनों आरोपी जल्द ही गिरफ्तार नहीं होते तो भूरी की भी हत्या हो सकती थी। पुलिस को कहां से मिली लीड? समीर का शव मिला तो पुलिस की सर्विलांस टीम को भी एक्टिव किया गया। समीर और आहद के बीच कई बार मोबाइल पर बातचीत का पता चला। इसी आधार पर आहद को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू हुई। आहद ने आफताब और वहाब का नाम लिया। इसके बाद आफताब को भी गिरफ्तार किया गया, लेकिन वहाब लापता हो गया। सर्विलांस टीम की मदद से वहाब को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शुरुआत में तीनों आरोपी पुलिस को गुमराह करते रहे, लेकिन सख्ती करने पर हत्या की पूरी स्क्रिप्ट सुना दी। एसपी देहात डॉ. ईरज राजा ने बताया, 'समीर हत्याकांड में पूर्व विधायक और उनके 2 भतीजों को गिरफ्तार किया गया है। कुछ और लोगों के इसमें शामिल होने का पता चला है। जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी।'
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