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रक्षा बंधन पर 474 साल बाद बना महासंयोग, दिन भर रहेगा शुभमुहूर्त, पढ़िये डिटेल्स

प्रमोद तिवारी भाई बहन के पवित्र रिश्ता के त्यौहार रक्षाबंधन (Raksha Bandhan festival) पर इस बार ऐसा खास होगा, जो 474 साल बाद महा संयोग बन...

प्रमोद तिवारी भाई बहन के पवित्र रिश्ता के त्यौहार रक्षाबंधन (Raksha Bandhan festival) पर इस बार ऐसा खास होगा, जो 474 साल बाद महा संयोग बन रहा है। इस बार राखी पर भद्रा का साया नहीं होगा और बहनें पूरे दिन अपने भाई को राखी बांध सकेगी। ख्यातनाम ज्योतिषी डॉक्टर गोपाल उपाध्याय के अनुसार हमेशा रक्षाबंधन श्रवण नक्षत्र में मनाया जाता है लेकिन इस बार यह त्यौहार श्रावण पूर्णिमा पर धनिष्ठा नक्षत्र के साथ मनाया जाएगा। ज्योतिषियों के अनुसार इस बार राखी पर भद्रा का साया नहीं होने से बहने अपने भाई की कलाई पर पूरे दिन राखी बांध सकेगी । इस दौरान कुंभ राशि में गुरु की चाल वक्री रहेगी। इसके साथ चंद्रमा भी वहां मौजूद रहेगा। इस बार रक्षाबंधन पर सुबह 5.50 से लेकर शाम 6:03 तक शुभ मुहूर्त है, यानी आप इस दौरान कभी भी अपनी बहन से राखी बंधवा सकते हैं । जबकि भद्रा काल 23 अगस्त को सुबह 5 बज कर 34 मिनट से 6:00 बज कर 12 मिनट तक रहेगा । इस दिन शोभन योग सुबह 10:34 तक रहेगा ऐसा कहते हैं कि धनिष्ठा नक्षत्र में पैदा होने वाले लोगों का भाई बहन से रिश्ता बहुत खास रहता है। सिंह राशि में सूर्य मंगल और बुध ग्रह एक साथ होंगे विराजमान ज्योतिषी डॉक्टर गोपाल उपाध्याय ने यह भी बताया कि इस बार रक्षाबंधन पर सिंह राशि में सूर्य मंगल और बुध ग्रह एक साथ विराजमान होंगे सिंह राशि का स्वामी सूर्य इस राशि में मित्र मंगल भी साथ रहेगा जबकि शुक्र कन्या राशि में होगा ग्रहों का ऐसा योग बेहद शुभ और फलदायक रहने वाला है ज्योतिषियों का मानना है कि रक्षाबंधन पर ग्रहों का ऐसा दुर्लभ संयोग 474 साल बाद बन रहा है इससे पहले 11 अगस्त 1547 को ग्रहों की स्थिति बनी थी खरीदारी के लिए राजयोग भी बेहद शुभ ज्योतिषी डॉक्टर गोपाल उपाध्याय का यह भी कहना है कि इस वर्ष शुक्र बुध के स्वामित्व वाली राशि कन्या में स्थित रहेंगे रक्षाबंधन पर ऐसा संयोग भाई बहन के लिए अत्यंत लाभकारी और कल्याणकारी होता है खरीदारी के लिए राजयोग भी बेहद शुभ माना जाता है गुरु और चंद्रमा की इस यूती से रक्षाबंधन पर गजकेसरी योग बन रहा है जब चंद्रमा और गुरु केंद्र में एक दूसरे की तरफ दृष्टि कर बैठे हो तो यह योग बनता है यह योग लोगों को भाग्यशाली बनाता है इससे लोगों को धन संपत्ति मकान वाहन जैसे सुखों की प्राप्ति होती है गजकेसरी योग बनने से राजसी सुख और समाज में मान प्रतिष्ठा की भी प्राप्ति होती है। राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रक्षाबंधन पर प्रातः 6:15 से प्रातः 10 बज कर 34 मिनट तक शोभन योग रहेगा धनिष्ठा नक्षत्र शाम को 7:39 तक रहेगा 22 अगस्त 2021 को दोपहर 1:42 से शाम 4:18 तक राखी बांधना सबसे शुभ रहेगा रक्षाबंधन तिथि रविवार 22 अगस्त 2021 शुभ मुहूर्त सुबह 5:50 बजे से शाम 6:03 तक राखी के लिए दोपहर का समय 1:44 से 4:03 तक अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:04 से 12:58 तक


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