चंडीगढ़ हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने करनाल में हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने 2018 बैच के एक आईएएस आयुष सिन्हा ...

चंडीगढ़ हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने करनाल में हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने 2018 बैच के एक आईएएस आयुष सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। करनाल में एसडीएम का विडियो वायरल हो रहा है, जो पुलिस कर्मियों को किसानों का सिर फोड़ने का आदेश देने को कह रहे हैं। दुष्यंत ने इसे गलत बताया है। दुष्यंत ने कहा, 'मैं वास्तव में अधिकारी के आचरण से आहत हूं। किसी अधिकारी से ऐसी उम्मीद नहीं है। इस तरह का ऐक्शन किसी अधिकारी के आचरण के खिलाफ है। आईएएस को प्रशिक्षण के दौरान भावनाओं पर काबू रखकर हालात से निपटने की ट्रेनिंग दी जाती है। एक आईएएस अधिकारी, जो एक ड्यूटी मजिस्ट्रेट है, उसे सावधानी से कार्य करना चाहिए। हम निश्चित रूप से जांच के बाद कार्रवाई के लिए कहेंगे।' 'साल में 200 दिन नहीं सो पाते किसान' दुष्यंत ने कहा कि अधिकारी ने बाद में स्पष्टीकरण दिया कि वह दो रातों से सोया नहीं था। लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि किसान भी साल में 365 दिनों में से 200 दिन नहीं सोते हैं। किसानों के प्रति इस तरह का व्यवहार करना पूरी तरह से निंदनीय है। इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। खट्टर ने एसडीएम का किया था बचाव सीएम खट्टर ने शनिवार को पुलिस कार्रवाई का बचाव किया था। उन्होंने कहा कि किसानों ने नैशनल हाईवे ब्लॉक कर दिया। पुलिस पर पथराव किया। खट्टर की तरह ही चौटाला ने कहा कि करनाल में किसानों ने पथराव और हिंसा की। उन्होंने कहा, 'हमने वीडियो में किसानों को पत्थरों और कुदाल से पुलिसकर्मियों पर हमला करते हुए देखा है। हमें आश्चर्य है कि अब क्या मुद्दा है? सरकार या राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के रास्ते रोकने से उन्हें क्या मिलेगा? क्या इससे उनका कोई उद्देश्य पूरा होगा?' 'किसानों को गुमराह कर रहे पड़ोसी राज्य' दुष्यंत ने दोहराया कि तीन कृषि कानूनों का किसानों से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार लगातार नई अनाज मंडियां बना रही है। फसलों को एमएसपी पर खरीदा जा रहा है। इसके बावजूद कुछ पड़ोसी राज्य खुद किसानों को एमएसपी देने की बजाए उन्हें गुमराह कर रहे हैं। 'हरियाणा के खिलाफ की जा रहा साजिश' डेप्युटी सीएम ने कहा कि किसान संगठनों के नेता आज गायब हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) में, अधिकांश प्रतिनिधि पंजाब, राजस्थान या उत्तर प्रदेश से हैं... हरियाणा को विरोध का केंद्र क्यों बनाया गया है? हरियाणा का इस्तेमाल किया गया है। इससे साजिश साफ झलकती है। 'पंजाब, राजस्थान या यूपी में आंदोलन क्यों नहीं?' जेजेपी नेता ने कहा कि सिर्फ राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। यह आंदोलन पंजाब, राजस्थान या यूपी में क्यों नहीं जा रहा है? हरियाणा के लोगों को क्यों उकसाया जा रहा है? पंजाब सरकार पर बरसे चौटाला ने कहा कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने हरियाणा में फसलों के भुगतान ढांचे की सराहना की। पंजाब सीएम अमरिंदर सिंह को गन्ने के एमएसपी में वृद्धि की घोषणा करने के लिए मजबूर किया। उनके पूर्व पीसीसी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी स्वीकार किया था कि उन्होंने विरोध प्रदर्शन स्थल को हरियाणा स्थानांतरित कर दिया था। जब पूरे हरियाणा को तीन घंटे के लिए बंद कर दिया गया तो क्या पंजाब और यूपी में किसी ने कोई प्रतिक्रिया देखी।
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