Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

Breaking News:

latest

तोक्यो ओलिंपिक: चक दे इंडिया...हॉकी खिलाड़ियों के काम आए गाजियाबाद के गुरुओं के टिप्स

कुलदीप काम्बोज, गाजियाबाद भारतीय महिला हॉकी टीम ने यादगार प्रदर्शन करते हुए पहली बार ओलिंपिक के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। सोमवार को खे...

कुलदीप काम्बोज, गाजियाबाद भारतीय महिला हॉकी टीम ने यादगार प्रदर्शन करते हुए पहली बार ओलिंपिक के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। सोमवार को खेले गए क्वॉर्टर फाइनल में भारत ने वर्ल्ड नंबर 2 ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हरा दिया। यही नहीं पुरुष टीम ने ब्रिटेन को 3-1 से हराकर 49 वर्ष बाद सेमीफाइनल में जगह बनाई। दोनों टीमों की सफलता से आज चारों तरफ चक दे इंडिया की गूंज सुनाई दे रही है। चक दे इंडिया का यह सफर चक दे गाजियाबाद के बिना अधूरा है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हैटट्रिक लगाकर इतिहास रचने वाली वंदना कटारिया को हॉकी कोच राकेश शर्मा ने सफलता के टिप्स दिए तो पुरुष हॉकी टीम के 3 खिलाड़ियों गुरजंत सिंह, मंदीप सिंह व सुमित को पूर्व भारतीय हॉकी खिलाड़ी व कोच अनुराग रघुवंशी ने ट्रेनिंग दी है। गाजियाबाद में रहने वाले दोनों कोच टीम की सफलता से बेहद उत्साहित हैं। 'वंदना कटारिया की निगाहें हमेशा लक्ष्य पर रहती हैं' ओलिंपिक इतिहास में वंदना कटारिया पहली ऐसी भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं, जिसने हॉकी में हैट्रिक लगाई और भारत को सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। वंदना के मुख्य हॉकी कोच वैसे तो विष्णु शर्मा हैं, मगर उन्होंने राकेश शर्मा से भी बहुत बार अच्छा हॉकी खिलाड़ी बनने के टिप्स लिए हैं। वर्तमान में गुरुकुल द स्कूल के हॉकी कोच राकेश शर्मा बताते हैं कि वे लखनऊ स्पोर्ट्स हॉस्टल में लड़कों की टीम के कोच रहे हैं। वंदना हॉस्टल की लड़कियों की टीम में थी। वह उनके पास आती थी और हॉकी के टिप्स लेती थी। कोच राकेश ने बताया कि जो भी टिप्स वे देते थे, वंदना उस पर तुरंत अमल करने लगती थी। साथ ही उसकी निगाहें सदैव अपने लक्ष्य पर रहती हैं। वंदना को लेकर जब भी विष्णु शर्मा से चर्चा होती थी तो हम दोनों ही एक बात कहते थे कि यह लड़की एक दिन देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन करेगी और ऐसा ही हुआ। ओएनजीसी में मिली ट्रेनिंग ने दिखाया कमाल भारतीय पुरुषों की हॉकी टीम ने भी ब्रिटेन को 3-1 से हराकर इतिहास रचा और 49 वर्ष बाद ओलिंपिक के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। टीम में शामिल तीन खिलाड़ी गुरजंत सिंह, मंदीप सिंह व सुमित ओएनजीसी की तरफ से भी खेलते हैं, जहां उन्हें पूर्व भारतीय हॉकी खिलाड़ी व ओएनजीसी के कोच अनुराग रघुवंशी ने ट्रेनिंग दी है। अनुराग रघुवंशी महामाया स्टेडियम, जेकेजी इंटरैनशनल स्कूल, गुरुकुल द स्कूल समेत गाजियाबाद के कई स्कूलों के हॉकी खिलाड़ियों को टिप्स देते हैं। अनुराग रघुवंशी बताते हैं कि गुरजंत सिंह, मंदीप सिंह व सुमित पहले ओएनजीसी में स्कॉलरशिप पर आए थे, वे तभी से उनको ट्रेनिंग दे रहे हैं। अब तीनों को ओएनजीसी में ही नौकरी भी मिल गई है। गुरजंत सिंह व मंदीप सिंह फॉरवर्ड हैं और उनकी खूबी उनकी आक्रामकता है। अपनी इसी खूबी के बल पर गुरजंत सिंह तोक्यो ओलिंपिक में कई गोल कर चुके हैं। सुमित मिडफील्डर के खिलाड़ी हैं और दूसरे देश के हमलों को नाकाम करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।


from Hindi Samachar: हिंदी समाचार, Samachar in Hindi, आज के ताजा हिंदी समाचार, Aaj Ki Taza Khabar, आज की ताजा खाबर, राज्य समाचार, शहर के समाचार - नवभारत टाइम्स https://ift.tt/3jxhfrt
https://ift.tt/37iQKA1

No comments