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राजस्थान में आज से बजेगी स्कूलों की घंटी, 5 महीने बाद खुले संस्थानों को लेकर सख्त निर्देश, जानिए क्या है ?

जयपुर प्रदेश में कोरोना (Corona) की रफ्तार धीरे- धीरे थमती जा रही है। अच्छी बात यह भी है कि मंगलवार को आए प्रदेश के कोरोना आंकड़ों में एक...

जयपुर प्रदेश में कोरोना (Corona) की रफ्तार धीरे- धीरे थमती जा रही है। अच्छी बात यह भी है कि मंगलवार को आए प्रदेश के कोरोना आंकड़ों में एक भी नया संक्रमित नहीं पाया गया। इसी बीच बुधवार से संपूर्ण राजस्थान (School reopen in Rajasthan )में कक्षा 9 से 12वीं तक के स्कूल खुल गए हैं। लगभग 5 महीने के बाद स्कूल खोलने को लेकर जारी अधिसूचना में सरकार की ओर से कोविड प्रोटोकॉल (Covid protocal) की सख्त पालना का निर्देश दिए गए हैं। लिहाजा प्रदेश के लगभग 21 हजार सरकारी और निजी स्कूलों में इसे लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। निजी और सरकारी दोनों की तरह के स्कूलों की ओर से कोविड पालना को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं। आपको बता दें कि प्रदेशभर में आज यानी बुधवार से स्कूलों के साथ ही 1 सितम्बर से ही कॉलेज, यूनिवर्सिटी, कोचिंग और अन्य शिक्षण संस्थान को अनलॉक किया गया है। सिलेबस किया शॉर्ट, दो शिफ्ट्स में होगी एंट्री उल्लेखनीय है कि कक्षा 10वीं और 12वीं की स्कूलों का समय सुबह 7.30 बजे से से रखा गया है। वहीं क्लास नाइथ से लेकर इलेवंथ तक के लिए समय सुबह 8 बजे से तक का है। इसी तरह कक्षा 9वीं से 12वीं तक के सिलेबस को 30 फीसदी कम किया गया है। वहीं हर महीने स्कूलों में अब टेस्ट लेने का प्रावधान भी किया गया है। माना जा रहा है कि यह तैयारी इसलिए की गई है, क्योंकि यदि तीसरी लहर आती है, तो इन टेस्ट्स के आधार पर ही स्टूडेंट्स का फाइनल रिजल्ट जारी किया जा सके। विभाग ने जारी की एसओपी, शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी स्कूल खुलने को लेकर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि "शिक्षा विभाग ने एसओपी जारी की गई है। कोरोना गाइड लाइन की सख्ती से पालना के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षकों का वैक्सीनेशन,बैठने की व्यवस्था सहित सभी दिशा निर्देशों के साथ स्कूलों को खोला जाएगा। साथ ही सिलेबस को 30 फीसदी कम करने का फैसला लिया गया है। ये नहीं होगा आपको बता दें कि कोरोना गाइड लाइन के तहत खोले जा रहे स्कूलों में बैठक क्षमता 50 फीसद ही रखी गई है। शिक्षण संस्थानों में प्रार्थना सभाएं आयोजित नहीं होगी। बच्चे बुक्स , लंच बॉक्स और पानी की बोटल शेयर नहीं कर सकेंगे। इन बातों की निगरानी के लिए स्कूलों में मॉनिटयरिंग स्क्वाड बनाया गया है। स्कूलों को बच्चों के हाथ धोने और सेनेटाइज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है। स्कूल आने से पहले बच्चों के अभिभावकों का सहमति पत्र देना अनिवार्य है। कभी भी स्कूलों में हो सकता है औचक निरीक्षण उल्लेखनीय है कि सरकार की ओर से शिक्षण संस्थानों के औचक निरीक्षण के लिए अधिकारियों के दल भी गठित किया गया है, जो कभी भी स्कूलों में व्यवस्था देख सकते हैं। साथ ही कोरोना गाइड लाइन की अवहेलना पर शिक्षक संस्थानों पर सख्त कार्रवाई कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि स्कूलों में ऑफलाइन के अलावा ऑनलाइन क्लासे भी जारी रहेगी।


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