गया इस वर्ष भी गया में एक पखवाड़े तक चलने वाले पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं होगा। हालांकि पिंडदान करने के लिए गया पहुंचने वाले भक्तों को क...

गया इस वर्ष भी गया में एक पखवाड़े तक चलने वाले पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं होगा। हालांकि पिंडदान करने के लिए गया पहुंचने वाले भक्तों को कोविड के दिशानिर्देशों के पूर्ण पालन में अनुष्ठान करने की अनुमति दी जाएगी। गया में इस साल भी पितृपक्ष मेला नहीं गया के जिलाधिकारी अभिषेक सिंह के मुताबिक 'मेले की अनुमति नहीं है। हालांकि, व्यक्तियों के पिंडदान करने पर प्रतिबंध नहीं है। लोगों को अनुष्ठान करते समय कोविड-उपयुक्त व्यवहार बनाए रखना चाहिए।' विष्णुपद मंदिर में बढ़ी चहल-पहल वहीं विष्णुपद मंदिर प्रबंधन समिति (वीटीएमसी) के कार्यकारी अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल ने कहा कि '26 अगस्त को फिर से खुलने के बाद से भक्तों ने विष्णुपद मंदिर में आना शुरू कर दिया है। राज्य सरकार की ओर से कोविड के प्रसार को रोकने के लिए जारी सभी मानक संचालन प्रक्रियाएं (एसओपी) का पालन किया जा रहा है। मंदिर के गर्भगृह में एक बार में केवल 20 श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। मास्क पहनना और शारीरिक दूरी बनाए रखना सभी के लिए अनिवार्य है।' 19 सितंबर से शुरू होगा पितृपक्ष विट्ठल ने कहा कि हालांकि मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा, लेकिन पखवाड़े भर चलने वाला पितृपक्ष 19 सितंबर से शुरू होगा। पितृपक्ष के दौरान पिंडदान करना अन्य दिनों की तुलना में अधिक फलदायी माना जाता है। होटल व्यवसायी, गेस्टहाउस मालिक और पूजा सामग्री और प्रसाद बेचने वाले विक्रेता जैसे कारोबारी व्यवसाय में उछाल आने पर पितृपक्ष की प्रतीक्षा करते हैं। कारोबारियों की चिंता काराबारियों के मुताबि 'मेले का आयोजन पिछले साल भी नहीं किया गया था। विष्णुपद मंदिर को बंद कर दिया गया था और ट्रेनों को भी कोविड के कारण रोक दिया गया था। इसलिए पिछले साल भी पिंडदान की रस्म नहीं निभाई गई थी। इस साल कम से कम भक्त आ रहे हैं और 'पिंडदान' की भी अनुमति है। वित्तीय संकट से जूझ रहे लोगों के लिए ये एक बड़ी राहत है। हमें उम्मीद है कि अगले साल तक स्थिति में सुधार होगा।'
from Hindi Samachar: हिंदी समाचार, Samachar in Hindi, आज के ताजा हिंदी समाचार, Aaj Ki Taza Khabar, आज की ताजा खाबर, राज्य समाचार, शहर के समाचार - नवभारत टाइम्स https://ift.tt/3DUn5MP
https://ift.tt/3tkBvRu
No comments