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तमिलनाडु में 'जल प्रलय' से तबाही का मंजर, स्कूल-कॉलेज में लगे ताले, केरल में तो 120 साल का टूटा रेकॉर्ड

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नै में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। स्कूलों-कॉलेजों में दो दिन की छुट्‌टी की घोषणा कर दी गई है। मौसम विभाग की ओर...

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नै में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। स्कूलों-कॉलेजों में दो दिन की छुट्‌टी की घोषणा कर दी गई है। मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए एनडीआरएफ को बैकअप पर रखा गया है। शनिवार की रात लगातार बारिश से चेन्नै में 2015 के बाद से सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने कुछ दिनों तक भारी बारिश और चक्रवाती तूफान की आशंका जाहिर की है।

उत्तरी तटीय तमिलनाडु और दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय परिसंचरण क्षेत्र तथा निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। राज्य में कम से कम अगले तीन दिन तक व्यापक रूप से वर्षा हो सकती है।


Tamil nadu rains: मूसलाधार बारिश ने तोड़े रेकॉर्ड, तमिलनाडु में हर तरफ तबाही, स्कूल-कॉलेज बंद...देखें तस्वीरें

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नै में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। स्कूलों-कॉलेजों में दो दिन की छुट्‌टी की घोषणा कर दी गई है। मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए एनडीआरएफ को बैकअप पर रखा गया है। शनिवार की रात लगातार बारिश से चेन्नै में 2015 के बाद से सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने कुछ दिनों तक भारी बारिश और चक्रवाती तूफान की आशंका जाहिर की है।



​केरल में पिछले 120 साल में सर्वाधिक बारिश
​केरल में पिछले 120 साल में सर्वाधिक बारिश

पिछले 120 साल में केरल में अक्टूबर महीने में इस साल सबसे ज्यादा बारिश हुई। इससे पहले तीन बार राज्य में इस महीने में 500 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार केरल में इस साल अक्टूबर में 589.9 मिलीमीटर बारिश हुई, जो 1901 के बाद से सर्वाधिक है। पिछले साल इस महीने हुई बारिश से दोगुनी से अधिक रही।



किन इलाकों में अलर्ट
किन इलाकों में अलर्ट

उत्तरी तटीय तमिलनाडु और दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय परिसंचरण क्षेत्र तथा निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। राज्य में कम से कम अगले तीन दिन तक व्यापक रूप से वर्षा हो सकती है। सोमवार को चेन्नै, विल्लुपुरम और कुड्डलोर जैसे उत्तरी क्षेत्रों, मायिलदुथुरई एवं नागपट्टिनम जिलों के डेल्टा इलाकों तथा पुडुचेरी एवं करियक्कल में वर्षा होने की संभावना है। ऐसे क्षेत्रों में भारी वर्षा, छिटपुट स्थानों पर बहुत अधिक वर्षा हो सकती है तथा बिजली चमकने एवं आंधी चलने की संभावना है। 9 नवंबर को कन्याकुमारी, तिरूनेलवेली, टेनकासी एवं तूतिकोरिन जिलों में छिटपुट स्थानों पर भारी और बहुत अधिक वर्षा होने की संभावना है।



​स्कूल किए गए बंद
​स्कूल किए गए बंद

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने रविवार को चेन्नै, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू जिलों के स्कूलों और कॉलेजों में सोमवार और मंगलवार को दो दिनों की छुट्टी की घोषणा की है। शनिवार की रात लगातार बारिश से चेन्नै में 2015 के बाद से सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई।



​भारी बारिश और चक्रवाती तूफान की आशंका
​भारी बारिश और चक्रवाती तूफान की आशंका

आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि अगले दो दिनों में एक कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी तमिलनाडु की ओर बढ़ने की संभावना है और राज्य के उत्तरी तटीय क्षेत्र में 11 और 12 नवंबर को बारिश जारी रहेगी। 10 नवंबर से चेन्नै और आसपास के इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।



बाढ़ की चेतावनी जारी
बाढ़ की चेतावनी जारी

चेन्नै और उपनगरीय इलाकों में लगातार भारी बारिश होने से जगह-जगह जलजमाव हो गया है। आईएमडी ने रविवार को तमिलनाडु और पड़ोसी पुडुचेरी में भारी बारिश का संकेत देते हुए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है। तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने ट्वीट कर बताया कि भारी बारिश को देखते हुए पूंडी जलाशय में क्षमता से अधिक भरे पानी को छोड़ा गया, जिसे चरणबद्ध तरीके से 3,376 क्यूसेक पानी तक बढ़ाया गया।



बिजली सप्लाई की गई बंद
बिजली सप्लाई की गई बंद

एहतियात के तौर पर ऐसे क्षेत्रों में बिजली की सप्लाई बंद कर दी गई। अधिकारियों ने पहले कांचीपुरम और तिरुवल्लूर के जिलाधिकारियों को निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की सलाह दी है।



कई फुट तक बारिश का पानी
कई फुट तक बारिश का पानी

सैदापेट, वेलाचेरी, अडंबक्कम, मदिपक्कम और पश्चिम माम्बलम के कई इलाकों में लगभग दो से तीन फुट तक पानी भरा है। कई सब-वे में कई फुट तक बारिश का पानी भर गया है। ऐसे इलाकों में बारिश का पानी कई घरों में भी घुस गया, जिससे निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।



छोड़ा गया 500 क्यूसेक पानी
छोड़ा गया 500 क्यूसेक पानी

चेन्नै शहर में पीने के पानी के दो अन्य महत्वपूर्ण स्रोतों चेंबरमबक्कम और पुझल जलाशय में भरे अतिरिक्त पानी को बाहर निकाला गया। दोनों जलाशयों से लगभग 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बता दें कि 2015 में चेन्नै में भारी वर्षा के बाद चेंबरमबक्कम जलाशय से अड्यार नदी में अतिरिक्त पानी छोड़ा गया था, जिससे भीषण बाढ़ आई थी।



​निचले घरों में भरा पानी
​निचले घरों में भरा पानी

शहर में पानी भर गया है और कई निचले इलाकों के घरों में पानी घुस गया। सीएम स्टालिन ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की चार टीमों को किसी भी आपातकालीन सेवा के लिए मदुरै और कुड्डालोर जिलों में तैनात किया गया है। अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।





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