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शहाबुद्दीन के करीबी रहे RJD विधायक के बेटे को मिली शिकस्त, 42 साल से मुखिया पद पर परिवार का था कब्जा

दीनबंधु सिंह, सिवानबिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Chunav 2021) के आठवें चरण रिजल्ट ने कई राजनीतिक मठाधीशों के किले को ध्वस्त कर दिया है...

दीनबंधु सिंह, सिवानबिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Chunav 2021) के आठवें चरण रिजल्ट ने कई राजनीतिक मठाधीशों के किले को ध्वस्त कर दिया है। ऐसा ही एक नाम सिवान के रघुनाथपुर प्रखंड का कुशहरा पंचायत है। जहां पिछले 42 सालों से मुखिया पद पर आरजेडी विधायक हरिशंकर यादव (RJD Mla Harishankar Yadav) के परिवार का कब्जा था। लेकिन इस बार विधायक अपने बेटे सुरेंद्र यादव को चुनाव जिताने में सफल नहीं हो सके। पंचायत क्षेत्र के सूर्यबालिया निवासी चंदन कुमार पाठक ने 494 मतों से चुनाव जीत कर विधायक परिवार से मुखिया पद झटक लिया है।

Siwan News : विधायक हरिशंकर यादव (RJD MLA Harishankar Yadav) पहली बार साल 1979 में मुखिया बने। इसके बाद से अब तक लगातार उनके ही परिवार से कोई न कोई मुखिया का चुनाव जीतते आया था। खुद हरिशंकर यादव 27 साल मुखिया रहे। 2011 से अब तक उनके पुत्र सुरेंद्र यादव यहां से मुखिया रहे। लेकिन इस बार नतीजे बिल्कुल जुदा आए।


Bihar Panchayat Chunav Results: शहाबुद्दीन के करीबी रहे RJD विधायक के बेटे को मिली शिकस्त, 42 साल से मुखिया पद पर परिवार का था कब्जा

दीनबंधु सिंह, सिवान

बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Chunav 2021) के आठवें चरण रिजल्ट ने कई राजनीतिक मठाधीशों के किले को ध्वस्त कर दिया है। ऐसा ही एक नाम सिवान के रघुनाथपुर प्रखंड का कुशहरा पंचायत है। जहां पिछले 42 सालों से मुखिया पद पर आरजेडी विधायक हरिशंकर यादव (RJD Mla Harishankar Yadav) के परिवार का कब्जा था। लेकिन इस बार विधायक अपने बेटे सुरेंद्र यादव को चुनाव जिताने में सफल नहीं हो सके। पंचायत क्षेत्र के सूर्यबालिया निवासी चंदन कुमार पाठक ने 494 मतों से चुनाव जीत कर विधायक परिवार से मुखिया पद झटक लिया है।



1979 से मुखिया पद पर हरिशंकर यादव के परिवार का था कब्जा
1979 से मुखिया पद पर हरिशंकर यादव के परिवार का था कब्जा

विधायक हरिशंकर यादव पहली बार साल 1979 में मुखिया बने। इसके बाद से अब तक लगातार उनके ही परिवार से कोई न कोई मुखिया का चुनाव जीतते आया था। खुद हरिशंकर यादव 27 साल मुखिया रहे। आज भी क्षेत्र में बहुत सारे लोग उन्हें मुखिया जी कह कर ही संबोधित करते हैं। साल 2006 में कुशहरा पंचायत से विधायक हरिशंकर यादव ने अपनी पत्नी इंदू देवी को मुखिया बनवाया। इसके बाद साल 2011 से अब तक उनके पुत्र सुरेंद्र यादव यहां से मुखिया रहे।



पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के करीबी थे हरिशंकर यादव
पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के करीबी थे हरिशंकर यादव

रघुनाथपुर से आरजेडी के विधायक हरिशंकर यादव दिवंगत पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के बेहद करीबी रहे। शहाबुद्दीन के कहने पर ही पहली बार उन्हें 2015 में आरजेडी से विधानसभा का टिकट मिला। वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में रघुनाथपुर से शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब के चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई थीं। लेकिन हेना शहाब ने अटकलों पर विराम लगते हुए हरिशंकर यादव को ही फिर से टिकट दिलवाया। रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में ही शहाबुद्दीन का पैतृक गांव प्रतापपुर है। इस लिहाज से शहाबुद्दीन के भरोसेमंद को ही यहां से पार्टी ने टिकट दिया।



'माय' समीकरण के टूटने से हुई विधायक पुत्र की हार, चंदन कुमार पाठक ने दर्ज की जीत
'माय' समीकरण के टूटने से हुई विधायक पुत्र की हार, चंदन कुमार पाठक ने दर्ज की जीत

आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने बिहार की राजनीति में माय (मुस्लिम-यादव) समीकरण को तैयार किया। इसके बदौलत ही वे सत्ता पर काबिज रहे। इसी फार्मूले पर आरजेडी नेताओं को जीत मिलती रही है। लेकिन जब भी यह समीकरण टूटा है राजद को इसका नुकसान हुआ है। सिवान के राजनीति में भी यही हुआ। इस बार विधायक हरिशंकर यादव के पंचायत में भी माय समीकरण के टूट का ही असर दिखा। जानकार बताते हैं कि कुशहरा पंचायत के मुस्लिम मतदाताओं ने विधायक के पुत्र को वोट नहीं दिया। जिसकी बदौलत चंदन कुमार पाठक ने 494 मतों से चुनाव जीत कर विधायक परिवार से मुखिया पद झटक लिया।





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